रांची : झारखंड का सियासी पारा एक बार फिर से चढ़ने लगा है. एक ओर जहां कांग्रेस राजभवन के सामने महंगाई के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रही थी. तो दूसरी ओर कांग्रेस के चार विधायक डॉ इरफान अंसारी के साथ गुप्त स्थान पर अपने ही प्रदेश नेतृत्व, मंत्री और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए बैठक की. बताया जा रहा है कि वे हेमंत सोरेन सरकार में शामिल कांग्रेस मंत्रियों के कामकाज से नाखुश हैं. ऐसे में इन मंत्रियों को मिलाकर नौ मंत्री शनिवार (नौ अप्रैल) को सोनिया गांधी से मिलेंगे.
जामताड़ा से कांग्रेस विधायक डॉ इरफान अंसारी ने बैठक के बाद कहा कि चार विधायकों के साथ आज उन्होंने बैठक की है, जिसमें उनके अलावा नमन विक्सल कोंगारी, उमाशंकर अकेला और राजेश कच्छप शामिल थे. उन्होंने कहा पार्टी के नौ विधायक हैं जो मंत्रियों के कामकाज से नाराज हैं. सत्ता में रहने के बाद भी विधायकों की नहीं सुनी जा रही है. ऐसे में नौ अप्रैल को नाराज नौ विधायक दिल्ली जाकर सोनिया गांधी, राहुल गांधी और वेणुगोपाल से मुकालात करेंगे और राज्य में किस तरह सरकार चल रही है उसे बताएंगे. उन्होंने कहा कि कैसे भाजपा के नेताओं के साथ गलबहियां डालने वाले को स्वास्थ्य मंत्री बनाकर उसके तारीफ के पुल बांधे जा रहे हैं इससे वह आलाकमान को अवगत कराएंगे.
इरफान अंसारी ने कहा कि जिसका 1.5 फीसदी वोट भी नहीं है, उसे मंत्री बनाया गया है. अब पानी सिर के ऊपर चला गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, JSCA स्टेडियम में नाराज कांग्रेस विधायकों ने बैठक की जिसमें एक स्वर से वर्तमान सभी मंत्रियों को हटाने की मांग तेज करने पर सहमति बनीं. उमाशंकर अकेला, नमन विक्सल कोंगारी और राजेश कच्छप उपस्थित थे. इरफान का दावा किया है कि उनके साथ पार्टी के नौ विधायक हैं.
मुख्य रूप से बन्ना गुप्ता पर भड़ास निकालते हुए नाराज विधायक डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि जो मंत्री भाजपा नेता के साथ गलबहियां डाल कर फोटो खिंचवाता है, उसे सम्मानित किया जाता है. वहीं, जो भाजपा के खिलाफ संघर्ष करता है, उसकी उपेक्षा हो रही है. इरफान अंसारी कई बार सरकार के खिलाफ बोल चुके हैं. एक बार फिर से उन्होंने कहा है कि कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कांग्रेस के मंत्री सही से काम नहीं कर रहे हैं. उससे लोग नाराज हैं. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाएं चरमरा गई हैं, जिससे लोग काफी नाराज हैं. उन्होंने कहा कि उनके समर्थन में नौ विधायक हैं और वे दिल्ली जाकर आला कमान से मुलाकात करेंगे और राज्य के हालात पर बात करेंगे.
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बता दें कि पांच अप्रैल को भी कांग्रेस के विधायक दिल्ली दौरे पर गए थे, जहां हाईकमान के साथ उनकी बैठक हुई थी. इससे पहले पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले भी झारखंड के कांग्रेस विधायक दिल्ली दरबार में राहुल गांधी से मिलने गए थे. बन्ना गुप्ता का नाम भी काफी विवादित बयानों में आ चुका है. जिसका मूल कारण हेमंत सोरेन के ऊपर दिया जाने वाला बयान था. हालांकि, बाद के दिनों में आलाकमान ने सारी बातों को संभाल ली और अब बन्ना गुप्ता चुप हैं, लेकिन उसके बाद भी बात इरफान अंसारी की करें या फिर सीता सोरेन की ये कुछ ऐसे अपने नाम हैं जिनके बागी हुए शोर हेमंत के सरकारी सफरनामा पर कई सवाल खड़ा कर रहे हैं.