वैशालीः बिहार के हाजीपुर जिले में नाबालिग से गैंगरेप (Jitan Ram Manjhi on Hajipur Gangrape) के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं दूसरी तरफ इस मामले पर पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने विवादित बयान (Jitan Ram Manjhi Controversial Statement) दे दिया. मांझी ने हाजीपुर गैंगरेप की घटना को लेकर कहा कि, बिहार एक बड़ा राज्य है. यहां बड़ी जनसंख्या है, ऐसे में रेप जैसी घटनाएं होती रहती हैं, यह कोई बड़ी बात नहीं है.
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हाजीपुर गैंगरेप पर मांझी का बेतुका बयान : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि ''देहात में कहा जाता है कि एक साथ बर्तन रहता है तो ढनमन करता ही है. 12 करोड़ की जनसंख्या है. बड़ी जनसंख्या है तो कुछ ना कुछ होते ही रहता है. अब घटना होती है तो सरकार क्या कार्रवाई करती है यह भी देखना चाहिए.''
''जंदाहा में हुए नाबालिक रेप कांड में तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों की पहचान की जा रही है. उनसे जुड़े कागजात खंगाले जा रहे हैं.''- पूनम केसरी, महुआ एसडीपीओ
क्या है जनदाहा में गैंगरेप का मामला : दरअसल, वैशाली के जनदाहा में 5 लड़कों ने मिलकर दरिंदगी की. पहले प्रेमी जोड़े का कपड़ा उतरवाकर वीडियो बनाया. इसके बाद ब्वायफ्रेंड के सामने ही लड़की के साथ गैंगरेप किया. यही नहीं इसका भी विडियो बनाकर वायरल कर दिया. लड़की के बयान के आधार पर 5 लोगों के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज की गयी है. लड़की 9वीं की छात्रा है. मामले में 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है.
मांझी के सामने लगाए गए हाय-हाय के नारे: इससे पहले, बिहार के वैशाली के भगवानपुर पहुंचे पूर्व सीएम जीतनराम मांझी (Former CM Jitan Ram Manjhi) के सामने लोगों ने जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए. पूर्व सीएम एक कार्यक्रम में शिरकत करने यहां पहुंचे थे, लेकिन उन्हें इस दौरान कुछ लोगों के विरोध (Protest Against Bihar Government In Vaishali) का सामना करना पड़ा. जीतन राम मांझी के सामने ही लोगों ने प्रशासन हाय हाय के नारे लगाने शुरू कर दिए. जिसके बाद वहां अफरा-तफरी का माहौल हो गया. जिसको देखते हुए उनके सुरक्षाकर्मी ने अपने घेरे में लेकर उनको किसी तरह वहां से बाहर निकाला.
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इस वजह से नाराज थे लोगः सूत्रों के मुताबिक जीतनराम मांझी के सामने विरोध का कारण लाभार्थियों को विकलांग साइकिल नहीं मिलना था. जिसे लेकर वहां के लोगों में आक्रोश था. यही वजह थी कि जैसे ही मांझी का कफिला भगवानपुर पहुंचा कुछ लोग जोर-जोर से सरकार के खिलाफ नारे लगाने लगे. वहीं, इस दौरान जीतन राम मांझी ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए भारत सरकार और बिहार में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. ज्ञानव्यापी मुद्दे पर जीतनराम मांझी ने कहा कि यह एक राष्ट्रीय मुद्दा है और इस राष्ट्रीय मुद्दे पर बिहार सरकार ने नीति अपनाई है वह कोई गलत नीति नहीं है और जानबूझकर के समाज को बांटने के लिए अनेक प्रकार की बात करने के लिए भारत सरकार यह सब कर रही है, यह उचित नहीं है. हम बिहार सरकार के स्टैंड को समर्थन देते हैं.
"देखिए ज्ञानव्यापी एक राष्ट्रीय मुद्दा है और इस राष्ट्रीय मुद्दे पर बिहार सरकार ने नीति अपनाई है वह सही है. जानबूझकर समाज को बांटने के लिए अनेक प्रकार की बात करने के लिए भारत सरकार यह सब कर रही है. यहां तो एक करोड़ आधा करोड़ जनसंख्या नहीं है, 12 करोड़ जनसंख्या है. इतनी बड़ी जनसंख्या में कुछ कुछ बातें होती रहती हैं. लेकिन देखना चाहिए कि जो घटनाएं बिहार में घटी सरकार ने उस पर क्या एक्शन लिया. सरकार ने त्वरित एक्शन लिया है. आरोपियों को पकड़ने की कोशिश किया है, जहां भी घटना घटती है"- जीतनराम मांझी, पूर्व सीएम
विपक्ष पर भी साधा निशानाः वहीं, उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि घटना घटाने वाले लगे हुए हैं. बदनाम करने के लिए भी लोग कुछ भी कर सकते हैं. लेकिन बिहार सरकार नीतीश जी के नेतृत्व में बहुत सचेत है और हर तरह से एक्शन लेने को तैयार है. उन्होंने आगे कृषि मंत्री के द्वारा उठाये गए सवाल के जबाब में कहा कि मनरेगा में 10% काम होता है, 80% लूट होता है, सच कहने का माद्दा होना चाहिए. सच सामने आता है तो निश्चित तौर पर उस पर कार्रवाई होती है. कृषि मंत्री ने जो कुछ भी कहा है उन्होंने अपनी भावनाओं को व्यक्त किया है. इस पर नीतीश कुमार निश्चित काम करेंगे और कृषि विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार को दूर करेंगें.
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