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जानिए कहां अपने साथी को श्रद्धांजलि देने के लिए जुटा हाथियों का झुंड

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Published : Jun 13, 2021, 7:37 PM IST

आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के चित्तूर जिले में एक हाथी के मरने के बाद उसके दफनाए गए स्थान के पास 13 हाथियों का झुंड खड़ा रहा. इस दौरान हाथियों को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र थे.

हाथी
हाथी

चित्तूर : आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के चित्तूर जिले में एक हाथी के मरने के बाद उसके दफनाए गए स्थान के पास 13 हाथियों का झुंड खड़ा रहा. इस दौरान हाथियों को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र थे.

बताया जाता है कि शुक्रवार की रात नौ बजे से शनिवार की सुबह नौ बजे तक चित्तूर जिले के पालमनेरु मंडल के कोटिगुट्टा गांव के पास बिजली के झटके से मरने वाले हाथी के दफनाए गए स्थान के पास 13 हाथियों का झुंड खड़ा था. इस दौरान हाथियों ने आवाज भी की. वहीं हाथियों के इस व्यवहार को देखने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय लोग जमा हो गए.

पढ़ें - राजस्थान : रणथंभौर में मृत मुर्गा खाते बाघ का वीडियो वायरल

हालांकि स्थानीय लोगों ने इस झुंड को वन क्षेत्र में भगाने की कोशिश की लेकिन हाथियों ने वहां से हटने का विरोध किया. आखिरकार वन अमले और ग्रामीणों ने मिलकर हाथियों को कौंडिन्य नदी पार करा कर वन क्षेत्र में भेज दिया.

बता दें कि कोटिगुट्टा गांव के पास एक खेत में गुरुवार की मध्यरात्रि में बिजली के झटके से पांच वर्षीय मादा हाथी की मौत हो गई थी, जिसे वन अधिकारियों ने शुक्रवार को वहीं पर दफना दिया था.

चित्तूर : आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के चित्तूर जिले में एक हाथी के मरने के बाद उसके दफनाए गए स्थान के पास 13 हाथियों का झुंड खड़ा रहा. इस दौरान हाथियों को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र थे.

बताया जाता है कि शुक्रवार की रात नौ बजे से शनिवार की सुबह नौ बजे तक चित्तूर जिले के पालमनेरु मंडल के कोटिगुट्टा गांव के पास बिजली के झटके से मरने वाले हाथी के दफनाए गए स्थान के पास 13 हाथियों का झुंड खड़ा था. इस दौरान हाथियों ने आवाज भी की. वहीं हाथियों के इस व्यवहार को देखने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय लोग जमा हो गए.

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हालांकि स्थानीय लोगों ने इस झुंड को वन क्षेत्र में भगाने की कोशिश की लेकिन हाथियों ने वहां से हटने का विरोध किया. आखिरकार वन अमले और ग्रामीणों ने मिलकर हाथियों को कौंडिन्य नदी पार करा कर वन क्षेत्र में भेज दिया.

बता दें कि कोटिगुट्टा गांव के पास एक खेत में गुरुवार की मध्यरात्रि में बिजली के झटके से पांच वर्षीय मादा हाथी की मौत हो गई थी, जिसे वन अधिकारियों ने शुक्रवार को वहीं पर दफना दिया था.

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