आरा: बिहार के आरा में एक नाबालिग की बर्बर तरीके से हत्या कर देने का मामला (12 year old girl murdered in Arrah ) सामने आया है. आरा में एक 12 वर्षीय मासूम बच्ची को कुछ लोगों ने बुरी तरह से टाॅर्चर कर मार डाला. थाना में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार गांव की ही एक महिला समेत कुछ लोगों गर्म आयरन से दागकर और गर्दन मरोड़कर मारने की कोशिश की. फिर उसके चेहरे पर केरोसिन तेल छिड़कर जला दिया. नाजुक स्थिति में बच्ची को अस्पताल लाया गया जहां उसकी मौत हो गई. इसके बाद लोगों ने थाने का घेराव किया और जमकर विरोध प्रदर्शन किया. घटना बिहिया प्रखंड के तियर थाना क्षेत्र के तियर गांव की है.
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तीसरी कक्षा की छात्रा थी अंशुः मृत बच्ची तियर गांव निवासी मिल्लू सिंह की 12 वर्षीय पुत्री अंशु कुमारी है जो तीसरी कक्षा की छात्रा थी. अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि बच्ची की हत्या क्यों की गई है. वहीं बच्ची की मौत के बाद उसके परिजनों का गुस्सा भड़क उठा और पुलिस से आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग करते हुए परिजन ने तियर थाने का घेराव कर बीच सड़क शव के साथ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान आक्रोशितों ने स्थानीय थाना में तैनात एक पुलिस अधिकारी पर भी आरोपियों को भगाने का गंभीर आरोप लगाया है.
आक्रोशित लोगों ने किया थाने का घेरावः इधर थाने का घेराव और सड़क जाम की सूचना जैसे ही जगदीशपुर अनुमंडल के डीएसपी राजीव चंद्र सिंह को मिली, वह तुरंत दल बल के साथ मौके पर पहुंच आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया. साथ ही मृतक के परिजनों को आश्वासन दिया कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. घटना को लेकर बच्ची के दादा ललन यादव के बयान पर तियर थाने में तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में तियर गांव निवासी पारस गिरी और कमलेश गिरी की पत्नी दुर्गा देवी व पुत्री खुशी कुमारी को नामजद किया गया है. FIR में एक अज्ञात युवक के भी शामिल होने की बात सामने आई है.
पांच मार्च को हुई है घटनाः घटना 5 मार्च की बताई गई. थाना में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार बच्ची के पिता ने बताया कि उनकी पुत्री अंशु कुमारी गांव के ही एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ती है. वह 5 मार्च को घर से पिकनिक का सामान लेकर अन्य लड़कियों के साथ स्कूल गयी हुई थी. लड़कियां दोपहर 11 बजे वापस घर चली आयी, परन्तु अंशु घर नहीं लौटी. तब परिजनों ने खोजबीन शुरू की. पता चला कि गांव की ही युवती खुशी कुमारी उसे अपने साथ लेकर अपने घर की तरफ गई थी.
बंद घर में छत की ओर से घुसकर परिजनों ने अंशु को बरामद कियाः परिजन जब खुशी के घर के पास पहुंचे तो पाया कि दरवाजे पर ताला लगा है. परन्तु घर में हलचल हो रही है. पूछने पर घर के लोगों ने अंशु के आने से स्पष्ट इंकार किया. प्राथमिकी में कहा गया है कि किसी तरह जब वे लोग घर के छत पर स्थित एक कमरे में पहुंचे तो पाया कि अंशु वहां बेहोश पड़ी थी और आयरन से उसको कई जगह दागा गया था.
नौ मार्च को दर्ज कराई गई प्राथमिकीः नौ मार्च को दर्ज हुई प्राथमिकी के अनुसार बेहोशी की अवस्था में उसे बिहिया स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया. वहां से उसे सदर अस्पताल आरा रेफर कर दिया गया. उसी दिन रात को बच्ची की अवस्था को देखते हुए सदर अस्पताल से पीएमसीएच पटना रेफर कर दिया गया. जहां शनिवार को उसकी मौत हो गयी. जबकि घटना की जानकारी मिलते ही शाहपुर के राजद विधायक राहुल तिवारी उर्फ मंटू तिवारी भी पहुंचे और परिजनों को सांत्वना देते हुए आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की बात कही.
जल्द गिरफ्त में होंगे आरोपीः वहीं घटना की सूचना पर पहुंचे जगदीशपुर डीएसपी राजीव चंद्र सिंह ने कहा कि नामजद हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. साथ ही जो मृतक के परिजनों की डिमांड है उसको वरीय अधिकारियों तक पत्र के माध्यम से अवगत करा कर उस पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. जबकि बच्ची के साथ क्रूरता को अंजाम देने वाले आरोपियों को मदद देने का आरोप लगे पुलिस अधिकारी पर भी डीएसपी ने कार्रवाई करने की बात कही है.
"नामजद हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. साथ ही जो मृतक के परिजनों की डिमांड है उसको वरी अधिकारियों तक पत्र के माध्यम से अवगत करा कर उस पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. जबकि बच्ची के साथ क्रूरता को अंजाम देने वाले आरोपियों को मदद देने का आरोप लगे पुलिस अधिकारी पर भी जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी"-राजीव चंद्र सिंह, डीएसपी जगदीशपुर