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बंगाल की सीमा में चला बिहार पुलिस का बुलडोजर, मालदा में 20 झोपड़ियों को ध्वस्त करने का आरोप

बिहार पुलिस पर मालदा जिले के हरिश्चंद्रपुर में 20 घरों को तोड़ने का आरोप (Bihar Police demolished houses in Malda) लगा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस दौरान उनके साथ मारपीट भी की गई है. उधर, बीजेपी का कहना है कि तृणमूल नेता ने अपनी जमीन का अगला हिस्सा खाली करने के लिए बिहार पुलिस को पैसे दिए हैं. शिकायत मिलने के बाद हरिश्चंद्रपुर पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है. पढ़ें पूरी खबर...

बिहार पुलिस ने मालदा में घरों को तोड़ा
बिहार पुलिस ने मालदा में घरों को तोड़ा
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Published : May 22, 2022, 1:32 PM IST

पटना/मालदा: पश्चिम बंगाल की सीमा में बिहार पुलिस का बुलडोजर चला (Bulldozer of Bihar Police in border of Bengal) है. दरअसल, बिहार पुलिस पर पश्चिम बंगाल पुलिस प्रशासन को बिना सूचना दिए 20 घरों को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल करने का आरोप लगा है. बीजेपी का टीएमसी पर आरोप (BJP accuses TMC) है कि बिहार पुलिस की मदद से शुक्रवार की शाम मालदा के हरिश्चंद्रपुर स्थित सादलीचक पंचायत के सहाराबहार इलाके में 20 घरों को ध्वस्त किया गया है.

ये भी पढ़ें: BJP ने बुलडोजर को बिहार में बताया जरूरी, RJD ने कहा- डराकर शासन करना चाहती है भाजपा

बिहार पुलिस ने मालदा में घरों को तोड़ा: हरिश्चंद्रपुर के दो नंबर ब्लॉक के के सहारा बेहरा मौजा के सदालीचक ग्राम पंचायत अंतर्गत राज्य सड़क के किनारे करीब 70 साल से 20 परिवार गुजर-बसर कर रहें है. ये लोग कच्चे घरों में रहकर किसी तरह गुजारा करते हैं. इनके पास कोई अपनी जमीन नहीं है. इन घरों के पीछे तृणमूल नेता गणेश प्रामाणिक की जमीन है. पीड़ित परिवार के मुताबिक अक्सर हम लोगों को हटने की धमकी मिलती है. जेसीबी की मदद से चंद मिनटों में झोपड़ियों को गिरा दिया गया. बिहार पुलिस ने बच्चों और बुजुर्गों को भी पीटा भी है. वहीं, घटना की जानकारी मिलने के बाद मालदा उत्तर से बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू ने पीड़ित परिवार से मिलकर उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है.

"हम सो रहे थे जब पुलिस की वर्दी में कुछ लोग हमारे घरों में आए और हमें पीटने लगे. उन्होंने झोंपड़ियों को भी नष्ट कर दिया. यह काम स्थानीय टीएमसी नेता गणेश प्रमाणिक ने किया है, जिनके पास यहां जमीन है. वह इस क्षेत्र को खाली करना चाहता था"- अकलू दास, स्थानीय

"यह इन निर्दोष लोगों पर एक पूर्व नियोजित हमले के अलावा और कुछ नहीं है, जिसे टीएमसी नेताओं ने पुलिस की मिलीभगत से रचा था. वह एक नेता की जमीन के पास आए थे. अतिक्रमण को हटाना चाहते थे"- खगेन मुर्मू, बीजेपी सांसद, मालदा उत्तर

टीएमसी का आरोपों से इंकार: उधर, टीएमसी के जिला सचिव जम्बू रहमान ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा, 'ये लोग यहां लंबे समय से रह रहे थे. बिहार के पुलिसकर्मियों ने ऐसा किया है. हम बंगाल के लोगों पर इस तरह के हमले को बर्दाश्त नहीं करेंगे. टीएमसी इसमें बिल्कुल भी शामिल नहीं हैं.

तफ्तीश में जुटी पुलिस: वहीं, हरिश्चंद्रपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार दास ने कहा कि हमें शिकायत मिली है. हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी. हम मामले की जांच कर रहे हैं. इसके बारे में जानने के लिए बिहार पुलिस से भी संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं.

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पटना/मालदा: पश्चिम बंगाल की सीमा में बिहार पुलिस का बुलडोजर चला (Bulldozer of Bihar Police in border of Bengal) है. दरअसल, बिहार पुलिस पर पश्चिम बंगाल पुलिस प्रशासन को बिना सूचना दिए 20 घरों को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल करने का आरोप लगा है. बीजेपी का टीएमसी पर आरोप (BJP accuses TMC) है कि बिहार पुलिस की मदद से शुक्रवार की शाम मालदा के हरिश्चंद्रपुर स्थित सादलीचक पंचायत के सहाराबहार इलाके में 20 घरों को ध्वस्त किया गया है.

ये भी पढ़ें: BJP ने बुलडोजर को बिहार में बताया जरूरी, RJD ने कहा- डराकर शासन करना चाहती है भाजपा

बिहार पुलिस ने मालदा में घरों को तोड़ा: हरिश्चंद्रपुर के दो नंबर ब्लॉक के के सहारा बेहरा मौजा के सदालीचक ग्राम पंचायत अंतर्गत राज्य सड़क के किनारे करीब 70 साल से 20 परिवार गुजर-बसर कर रहें है. ये लोग कच्चे घरों में रहकर किसी तरह गुजारा करते हैं. इनके पास कोई अपनी जमीन नहीं है. इन घरों के पीछे तृणमूल नेता गणेश प्रामाणिक की जमीन है. पीड़ित परिवार के मुताबिक अक्सर हम लोगों को हटने की धमकी मिलती है. जेसीबी की मदद से चंद मिनटों में झोपड़ियों को गिरा दिया गया. बिहार पुलिस ने बच्चों और बुजुर्गों को भी पीटा भी है. वहीं, घटना की जानकारी मिलने के बाद मालदा उत्तर से बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू ने पीड़ित परिवार से मिलकर उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है.

"हम सो रहे थे जब पुलिस की वर्दी में कुछ लोग हमारे घरों में आए और हमें पीटने लगे. उन्होंने झोंपड़ियों को भी नष्ट कर दिया. यह काम स्थानीय टीएमसी नेता गणेश प्रमाणिक ने किया है, जिनके पास यहां जमीन है. वह इस क्षेत्र को खाली करना चाहता था"- अकलू दास, स्थानीय

"यह इन निर्दोष लोगों पर एक पूर्व नियोजित हमले के अलावा और कुछ नहीं है, जिसे टीएमसी नेताओं ने पुलिस की मिलीभगत से रचा था. वह एक नेता की जमीन के पास आए थे. अतिक्रमण को हटाना चाहते थे"- खगेन मुर्मू, बीजेपी सांसद, मालदा उत्तर

टीएमसी का आरोपों से इंकार: उधर, टीएमसी के जिला सचिव जम्बू रहमान ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा, 'ये लोग यहां लंबे समय से रह रहे थे. बिहार के पुलिसकर्मियों ने ऐसा किया है. हम बंगाल के लोगों पर इस तरह के हमले को बर्दाश्त नहीं करेंगे. टीएमसी इसमें बिल्कुल भी शामिल नहीं हैं.

तफ्तीश में जुटी पुलिस: वहीं, हरिश्चंद्रपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार दास ने कहा कि हमें शिकायत मिली है. हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी. हम मामले की जांच कर रहे हैं. इसके बारे में जानने के लिए बिहार पुलिस से भी संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं.

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