स्टॉकहोम्सः नोबल कमेटी ने इथोपिया के पीएम अबी अहमद अली को इस साल का नोबल शांति पुरस्कार देने की घोषणा की है. उन्होंने अपने पड़ोसी देश इरीट्रिया के साथ शांति समझौते को लेकर विशेष पहल की थी. इसके मद्देनजर उन्हें शांति पुरस्कार दिया गया.
अवार्ड मिलने की ये है वजह
इरिट्रिया के साथ इथोपिया का लंबे समय से विवाद चला आ रहा था. लगभग 20 सालों से दोनों देशों के बीच संघर्ष चला. सितंबर 2018 में अबी अहमद अली ने विशेष पहल की थी. उन्होंने इरिट्रिया और जिबूती के बीच रिश्तों को सामान्य करने में व्यक्तिगत तौर पर कई कदम उठाए थे. दोनों देशों के बीच कूटनीतिक रिश्ते अब सामान्य हैं. इरिट्रिया के राष्ट्रपति इसैयस अफवर्की ने भी उनका बखूबी साथ दिया.
भौतिकी के क्षेत्र में इन्हें मिला नोबेल अवार्ड
अबी अहमद अली ने अपने देश में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं. उन्होंने वहां पर मीडिया पर से पाबंदी हटा दी. देश में आपात काल लगा था, उसे खत्म कर दिया. विपक्षी दलों के नेताओं को जेल से रिहा किया. इसके बाद उन्होंने असंतुष्ट गुटों के नेताओं से बातचीत कर उन्हें देश में अपनी भूमिका निभाने पर भी राजी किया. कई नेता विदेश भाग गए थे, उन्हें भी लौटने को कहा.
रसायन विज्ञान में इन्हें मिला नोबेल अवार्ड
इसके अलावा अहमद ने केन्या और सोमालिया के समुद्री इलाके में चले आ रहे संघर्षों को खत्म करने के लिए मध्यस्थता की है.