पठानकोट: भारतीय वायुसेना अब और भी ज्यादा ताकतवर और मजबूत हो गई है. आज 8 अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर को वायुसेना में शामिल कर लिया गया है. आज सुबह वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ की मौजूदगी में पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर 8 अपाचे हेलीकॉप्टर को शामिल कराया गया है.
एयरबेस पर वायुसेना में शामिल होने से पहले अपाचे हेलीकॉप्टर के सामने नारियल फोड़ा गया और पारंपरिक तौर पर इसका स्वागत वायुसेना के बेड़े में किया गया. साथ ही वॉटर कैनन से हेलीकॉप्टर पर पानी की बौछार भी की गई.
बता दें कि भारत ने 22 अपाचे हेलीकॉप्टर खरीदने का सौदा किया था. 2020 तक भारत को सारे 22 अपाचे हेलिकॉप्टर मिल जाएंगे. आज 8 हेलीकॉप्टर को शामिल कर लिया गया है.
'अपाचे एएच-64ई' दुनिया के सबसे उन्नत बहु-भूमिका वाले लड़ाकू हेलीकॉप्टर है और अमेरिकी सेना इसका इस्तेमाल करती है.
आईएएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'आठ अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर आईएएफ में शामिल होने जा रहे हैं, जो बल की लड़ाकू क्षमता को बढ़ाएंगे.'
पढ़ें: मिग-21 में फिर विंग कमांडर अभिनंदन ने भरी उड़ान
आईएएफ ने 'अपाचे हेलीकॉप्टर' के लिए अमेरिकी सरकार और बोइंग लिमिटेड के साथ सितम्बर 2015 में कई अरब डॉलर का अनुबंध किया था.
इसके तहत बोइंग ने 27 जुलाई को 22 हेलीकॉप्टर में से पहले चार हेलीकॉप्टर दिए गए थे.
कई अरब डॉलर का अनुबंध होने के करीब चार वर्ष बाद 'हिंडन एयर बेस' में भारतीय वायुसेना को अपाचे हेलीकॉप्टरों के पहले बैच की डिलीवरी की गई थी.