नई दिल्लीः पिछले कुछ दिनों से मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी के दो वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच आपसी विवाद चल रहा है. इस विवाद से मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार की फजीहत हो रही है. विवाद को निपटाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष ने एके एंटनी की अध्यक्षता में एक अनुशासनात्मक कमेटी का गठन किया है.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिवार की शाम पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से 20 मिनट की मुलाकात कर उन्हें पार्टी के हालात से अवगत कराया.
मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने बताया कि कांग्रेस नेता और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी दोनों पक्षों की बात को सुनेगी और जानेगी की पार्टी नेताओं के बीच मतभेद क्यों है, क्यों पार्टी फोरम के बाहर सरकार के मंत्री और नेता सरकार की फजीहत करा रहे हैं. एंटनी कमेटी दोनों पक्षों से बात करने के बाद रिपोर्ट सोनिया गांधी को देगी.
पार्टी का टकराव उस समय बढ़ गया जब कमलनाथ सरकार के मंत्री उमंग सांरग ने पार्टी फोरम के बाहर अपने समर्थकों के साथ दिग्विजय सिंह के खिलाफ और ज्योतिरादित्य के पक्ष में नारे लगाए.
बताया जा रहा है कि जब से मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है तब से दिग्विजय सिंह कमलनाथ सरकार पर दबाव बना रहे हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया इसी बात को लेकर नाराज हैं.यही कारण है कि सिंधिया लंबे समय से पार्टी के किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग नहीं ले रहे हैं.
पढ़ेंः मध्यप्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी की खबरें मीडिया की देन है: दिग्विजय
ज्योतिरादित्य समर्थक चाहते हैं कि उन्हें मध्यप्रदेश में पार्टी का अध्यक्ष बनाया जाए. लेकिन दिग्विजय सिंह इसके खिलाफ है.
: