पटना : बिहार विधानसभा चुनाव में ऐसे सियासी समीकरण बन रहे हैं, जिसे देखकर सत्ताधारी नीतीश की पार्टी जेडीयू थोड़ी परेशान जरूर होगी. इस बार जेडीयू की सीधी फाइट आरजेडी से है. इन सबके बीच एलजेपी ने जेडीयू के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारकर खेल ही बिगाड़ दिया है.
144 सीटों पर चुनाव लड़ रही आरजेडी
दरअसल, आरजेडी बिहार में 144 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जिनमें से 77 सीटों पर जेडीयू और 51 सीटों पर बीजेपी से उसका मुकाबला है. गौरतलब है कि, 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी और जेडीयू साथ मिलकर चुनाव लड़े थे, लेकिन इस बार समीकरण बदल गए हैं और दोनों पार्टियां आमने-सामने मैदान में हैं.
महागठबंधन के तहत आरजेडी ने 144 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं, जबकि 70 सीटों पर कांग्रेस और 29 सीटों पर वामपंथी दल मैदान में हैं. वहीं, एनडीए में सीट शेयरिंग की बात की जाए, तो बीजेपी 110 और जेडीयू 115 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि 7 सीटों पर जीतनराम मांझी की हम और 11 सीटों पर मुकेश सहनी की वीआईपी के उम्मीदवार ताल ठोक रहे हैं.
77 सीटों पर जेडीयू से सीधी फाइट
तेजस्वी यादव ने 144 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. बीजेपी को 110 सीटों में से 51 सीटों पर आरजेडी से दो-दो हाथ करना है, जबकि बाकी 59 सीटों पर कांग्रेस और वामपंथी दलों से उसका मुकाबला है. वहीं, जेडीयू के 77 प्रत्याशियों के खिलाफ आरजेडी के उम्मीदवार मैदान में हैं.
38 सीटों पर जेडीयू को कांग्रेस और वामपंथी दलों से मुकाबला करना है. इस समीकरण के अनुसार, जेडीयू को आरजेडी से सबसे अधिक चुनौती मिल रही है. इधर, एलजेपी ने भी जेडीयू के खिलाफ अपने प्रत्याशी उतारकर नीतीश का बना-बनाया खेल बिगाड़ दिया है. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि विपक्षी चक्रव्यूह को नीतीश भेद पाते हैं कि नहीं.