कोलार (कर्नाटक) : केजीएफ तालुक के कासंबल्ली के आस-पास की सड़कों की बदहाल सूरत ने कोलार जिला के मार्गों की सच्चाई बयां कर दी. गांव की मुख्य सड़कें पूरे राज्य के विकास को आइना दिखा रही हैं, तो वहीं गांव से राजमार्ग तक जाने वाली सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढें हैं. ये सड़क आंध्र प्रदेश को वीके फोर्ट से जोड़ती हैं, जहां हजारों की संख्या में रोजाना वाहनों की आवाजाही होती है. सड़क पर डामर तक नहीं है और उसके ऊपर बड़े-बड़े गड्ढें, हर दिन दुर्घटनाओं की न्योता दे रहे हैं.
राजनेताओं, अधिकारियों के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध
रोजाना हो रही घटना के मद्देनजर गांव के ही श्रीनिवास रेड्डी ने इसके लिए आवाज उठाई. उन्होंने इस संबंध में अधिकारियों से शिकायत की कि सड़कों की बदहाल स्थिति के कारण रोजना यहां आने जाने वाले लोग हादसे के शिकार हो जाते हैं. इन सड़कों की स्थिति इतनी खराब है कि बड़े वाहन, तो दूर यहां से दो पहिया वाहन भी निकलना मुश्किल हो जाता है. जब इन तमाम शिकायतों के बाद भी श्रीनिवास रेड्डी को खाली हाथ ही लौटना पड़ा, तो उन्होंने राजनेताओं और अधिकारियों के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का फैसला किया.
बता दें कि श्रीनिवास रेड्डी पेशे से एक ऑटो चालक हैं. इसके साथ ही वे समाज के लिए आवाज उठाने का साहस रखते हैं.
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अकेले ही गड्ढों को भरने का कर रहे हैं काम
अपने दैनिक कार्य के साथ-साथ वह मिट्टी और पत्थरों को भरकर गड्ढों को बंद करने के लिए रोजाना दो घंटे काम करते हैं. क्षेत्र की सड़क पूरी तरह से सही नहीं है, लेकिन सड़कों पर उन बड़े गड्ढों को अस्थायी रूप से बंद करके कुछ दुर्घटनाओं को रोकने का प्रयास वह कर रहे हैं. वहीं कई लोग ऐसे भी हैं, जो श्रीनिवास रेड्डी के इस काम की सराहना कर रहे हैं.