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Bageshwar Baba: पटना में बागेश्वर बाबा के दरबार में भक्तों की भीड़, जानें दिनभर क्या हुआ? - पटना में बागेश्वर बाबा का दिव्य दरबार

बिहार के तरेत पाली मठ में बागेश्वर बाबा की हनुमत कथा भी हुई, दिव्य दरबार भी सजा और सियासत भी जोरदार हुई. हालांकि आज श्रद्धालुओं की संख्या कम ही थी. तब भी लाखों की संख्या में बाबा के भक्त अर्जी लेकर पहुंचे थे. उनमें भी महज 25 लोगों की ही अर्जी सुनी गई. पढ़ें पूरी खबर-

Bageshwar Baba Hanumant Katha
Bageshwar Baba Hanumant Katha
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Published : May 15, 2023, 8:22 PM IST

Updated : May 15, 2023, 11:11 PM IST

बागेश्वर बाबा का लगा दिव्य दरबार

पटना: पटना के तरेत पाली मठ में बागेश्वर बाबा की हनुमत कथा का आज चौथा दिन था. हां-ना के बीच आज ही पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का दिव्य दरबार लगा. पटना के तरेत पाली मठ स्थित कथा स्थल पर लाखों की संख्या में भक्त पहुंचे. सुबह लगा कि पटना में बागेश्वर बाबा का दिव्य दरबार घोषणा के मुताबिक नहीं लगेगा लेकिन आयोजकों ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुलाकात कर मुश्किलों को हल कर लिया. दोपहर से पहले ही खबर आई कि बाबा का दिव्य दरबार लगेगा लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या सीमित रहेगी.

ये भी पढ़ें-Bageshwar Baba: 'जिससे जनता की भलाई हो हम वहीं समय देते हैं'.. बागेश्वर बाबा के निमंत्रण पर तेजस्वी

लगा बाबा का दिव्य दरबार: पंडाल इतना खचा-खच भरा हुआ था कि जिसका नाम पुकारा जाता वो बाबा के मंच तक नहीं पहुंच सकता था. ऊपर से भीड़ और गर्मी की वजह से सपोकेशन भी बढ़ गया था. संख्या कम रहने से आज आसानी से बाबा का दिव्य दरबार संचालित हुआ. लोगों को एक-एक कर बाबा के दरबार में अर्जी स्वीकार की जाने लगी. बागेश्वर बाबा ने मंच से कहा कि 27 सितंबर को वह फिर से गया धाम में आ रहे हैं और बिहार वासियों से मिले प्यार से वह काफी अभिभूत है.

बागेश्वर बाबा का कार्यक्रम और सियासत
बागेश्वर बाबा का कार्यक्रम और सियासत

बागेश्वर बाबा ने निकाली पर्ची फिर सुनी अर्जी: सोमवार को बागेश्वर बाबा ने 25 से ज्यादा लोगों की पर्ची निकाली और उनका समाधान किया. इसी क्रम में पटना सिटी के रहने वाले आकाश कुमार की अर्जी भी सुनी गई. उनकी पर्ची को बाबा ने देखा. बाबा से पर्ची दिखाकर लौटने पर ईटीवी भारत से आकाश ने बताया कि वह इस बात को लेकर काफी हैरान हैं कि बाबा को कैसे पहले से पता है कि उनकी समस्या क्या है? जबकि उन्होंने अपनी समस्या को मन में ही रखा था, किसी से शेयर भी नहीं किया था.

बागेश्वर बाबा पर सियासत सुपरफास्ट: हालांकि बागेश्वर बाबा की हनुमत कथा और दिव्य दरबार को लेकर सियासत भी समानांतर चल रही है. सत्ता पक्ष के नेता बागेश्वर बाबा को ढोंगी सिद्ध करने में लगे हुए हैं. आरजेडी नेता भाई वीरेन्द्र ने कहा कि महंगी गाड़ी से चलने वाला कोई बाबा नहीं बल्कि ढोंगी है. खुद तेजस्वी यादव भी बागेश्वर दरबार को जनता की भलाई के लिए नहीं मानते हैं. इसीलिए उन्होंने बागेश्वर बाबा के निमंत्रण को भी ठुकरा दिया. इसपर गिरिराज सिंह इतना भड़के कि उन्होने निशाना साधते हुए कह दिया कि 'ये लोग सिर्फ जालीदार टोपी वाले कार्यक्रम में ही जाते हैं.'

''जो लोग समाज में लड़ाई, झगड़ा, मतभेद करते हैं सबको सबक सिखाएंगे. हनुमान जी का जो गदा सिर्फ नाटक तक ही सीमित नहीं रहेगी. हम खुद ही व्यस्त हैं. माननीय मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिए विकास कार्यों में लगे हुए हैं, इसलिए व्यस्त हैं. हम लोगों को निमंत्रण आते रहते हैं. हम लोग जिससे जनता की भलाई हो वहीं समय देते हैं.''- तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम, बिहार

सत्ता पक्ष पर विपक्ष का तंज: वहीं पशुपति पारस की पार्टी RLJP ने आरजेडी पर तंज कसा है. पशुपति पारस की टीम ने कहा है कि बाबा के दरबार में उड़ रही भीड़ पर तेजस्वी और तेजप्रताप का स्टैंड बदल रहा है. बाबाओं की तब जेल भेजने की बात कही थी अब क्या हो गया है कि सुर बदलने लगे हैं. वहीं रविवार को कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा था कि वो बागेश्वर बाबा को नहीं जानते हैं कि वो कौन हैं? क्या ये देश सिर्फ हिन्दुओं का है? वहीं जीतन राम मांझी ने भी निशाना साधते हुए कहा था कि हिन्दू-हिन्दू करके वो सिर्फ लोकप्रियता पाना चाहते हैं.

17 मई तक बाबा का कार्यक्रम: बता दें कि पटना के तरेत पाली मठ में 13 से 17 मई तक हनुमत कथा का आयोजन हो रहा है. शाम को 4 बजे से 7 बजे तक श्रद्धालु हनुमंत कथा में शामिल होंगे. जबकि आज यानी 15 मई दिव्य दरबार लगा जिसमें श्रद्धालुओं की पर्ची निकालकर बाबा ने लोगों की समस्याओं को सुना.

बागेश्वर बाबा का लगा दिव्य दरबार

पटना: पटना के तरेत पाली मठ में बागेश्वर बाबा की हनुमत कथा का आज चौथा दिन था. हां-ना के बीच आज ही पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का दिव्य दरबार लगा. पटना के तरेत पाली मठ स्थित कथा स्थल पर लाखों की संख्या में भक्त पहुंचे. सुबह लगा कि पटना में बागेश्वर बाबा का दिव्य दरबार घोषणा के मुताबिक नहीं लगेगा लेकिन आयोजकों ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुलाकात कर मुश्किलों को हल कर लिया. दोपहर से पहले ही खबर आई कि बाबा का दिव्य दरबार लगेगा लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या सीमित रहेगी.

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लगा बाबा का दिव्य दरबार: पंडाल इतना खचा-खच भरा हुआ था कि जिसका नाम पुकारा जाता वो बाबा के मंच तक नहीं पहुंच सकता था. ऊपर से भीड़ और गर्मी की वजह से सपोकेशन भी बढ़ गया था. संख्या कम रहने से आज आसानी से बाबा का दिव्य दरबार संचालित हुआ. लोगों को एक-एक कर बाबा के दरबार में अर्जी स्वीकार की जाने लगी. बागेश्वर बाबा ने मंच से कहा कि 27 सितंबर को वह फिर से गया धाम में आ रहे हैं और बिहार वासियों से मिले प्यार से वह काफी अभिभूत है.

बागेश्वर बाबा का कार्यक्रम और सियासत
बागेश्वर बाबा का कार्यक्रम और सियासत

बागेश्वर बाबा ने निकाली पर्ची फिर सुनी अर्जी: सोमवार को बागेश्वर बाबा ने 25 से ज्यादा लोगों की पर्ची निकाली और उनका समाधान किया. इसी क्रम में पटना सिटी के रहने वाले आकाश कुमार की अर्जी भी सुनी गई. उनकी पर्ची को बाबा ने देखा. बाबा से पर्ची दिखाकर लौटने पर ईटीवी भारत से आकाश ने बताया कि वह इस बात को लेकर काफी हैरान हैं कि बाबा को कैसे पहले से पता है कि उनकी समस्या क्या है? जबकि उन्होंने अपनी समस्या को मन में ही रखा था, किसी से शेयर भी नहीं किया था.

बागेश्वर बाबा पर सियासत सुपरफास्ट: हालांकि बागेश्वर बाबा की हनुमत कथा और दिव्य दरबार को लेकर सियासत भी समानांतर चल रही है. सत्ता पक्ष के नेता बागेश्वर बाबा को ढोंगी सिद्ध करने में लगे हुए हैं. आरजेडी नेता भाई वीरेन्द्र ने कहा कि महंगी गाड़ी से चलने वाला कोई बाबा नहीं बल्कि ढोंगी है. खुद तेजस्वी यादव भी बागेश्वर दरबार को जनता की भलाई के लिए नहीं मानते हैं. इसीलिए उन्होंने बागेश्वर बाबा के निमंत्रण को भी ठुकरा दिया. इसपर गिरिराज सिंह इतना भड़के कि उन्होने निशाना साधते हुए कह दिया कि 'ये लोग सिर्फ जालीदार टोपी वाले कार्यक्रम में ही जाते हैं.'

''जो लोग समाज में लड़ाई, झगड़ा, मतभेद करते हैं सबको सबक सिखाएंगे. हनुमान जी का जो गदा सिर्फ नाटक तक ही सीमित नहीं रहेगी. हम खुद ही व्यस्त हैं. माननीय मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिए विकास कार्यों में लगे हुए हैं, इसलिए व्यस्त हैं. हम लोगों को निमंत्रण आते रहते हैं. हम लोग जिससे जनता की भलाई हो वहीं समय देते हैं.''- तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम, बिहार

सत्ता पक्ष पर विपक्ष का तंज: वहीं पशुपति पारस की पार्टी RLJP ने आरजेडी पर तंज कसा है. पशुपति पारस की टीम ने कहा है कि बाबा के दरबार में उड़ रही भीड़ पर तेजस्वी और तेजप्रताप का स्टैंड बदल रहा है. बाबाओं की तब जेल भेजने की बात कही थी अब क्या हो गया है कि सुर बदलने लगे हैं. वहीं रविवार को कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा था कि वो बागेश्वर बाबा को नहीं जानते हैं कि वो कौन हैं? क्या ये देश सिर्फ हिन्दुओं का है? वहीं जीतन राम मांझी ने भी निशाना साधते हुए कहा था कि हिन्दू-हिन्दू करके वो सिर्फ लोकप्रियता पाना चाहते हैं.

17 मई तक बाबा का कार्यक्रम: बता दें कि पटना के तरेत पाली मठ में 13 से 17 मई तक हनुमत कथा का आयोजन हो रहा है. शाम को 4 बजे से 7 बजे तक श्रद्धालु हनुमंत कथा में शामिल होंगे. जबकि आज यानी 15 मई दिव्य दरबार लगा जिसमें श्रद्धालुओं की पर्ची निकालकर बाबा ने लोगों की समस्याओं को सुना.

Last Updated : May 15, 2023, 11:11 PM IST
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