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covid 19 vaccine : 'बुजुर्गों', फ्रंटलाइन और हेल्थकेयर वर्कर्स को लग रहा तीसरा कोरोना टीका

कोरोना महामारी और ओमीक्रोन वेरिएंट (Covid omicron variant) से बचाव के लिए के लिए टीकाकरण तेज किया जा रहा है. इसी कड़ी में आज स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों (frontline workers corona vaccine) को तीसरा कोरोना टीका (covid vaccine Third dose) लगाया जा रहा है. इसके अलावा 60 वर्ष के अधिक उम्र के ऐसे लोग जो अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं, उन्हें भी कोविड-19 टीके की एहतियाती खुराक (third covid vaccine 60 years plus) लगाई जा रही है. बता दें कि सरकार तीसरी कोविड-19 वैक्सीन को प्रीकॉशन डोज (covid 19 vaccine precaution dose) भी कह रही है.

covid vaccine omicron
कोरोना टीका ओमीक्रोन
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Published : Jan 10, 2022, 9:43 AM IST

Updated : Jan 10, 2022, 2:27 PM IST

नई दिल्ली : कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट (Covid omicron variant) पर लगाम लगाने की कवायद जारी है. इसी कड़ी में आज से कोरोना टीके की तीसरी डोज (covid 19 vaccine precaution dose) मिलनी शुरू हो गई है. जिन लोगों को कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज मिलेगी उनमें फ्रंटलाइन वर्कर और स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव कराए जाने हैं. इन राज्यों में चुनावी ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को फ्रंटलाइन वर्कर माना गया है.

लगभग 2.75 करोड़ बुजुर्गों को तीसरा कोरोना टीका
एक अनुमान के मुताबिक करीब 5.7 करोड़ लोगों को कोरोना टीके की तीसरी डोज (covid vaccine Third dose) दी जानी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि एक अनुमान के मुताबिक 1.05 करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों, 1.9 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक उम्र के अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 2.75 करोड़ लोगों को तीसरा कोरोना टीका दिया जाएगा. वहीं, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कोरोना का टीका लिया.

तमिलनाडु में भी मिलना शुरू हुआ तीसरा कोरोना टीका
बेतहाशा बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों के बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने भी स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों (frontline workers) और अन्य बीमारियों से पीड़ित 60 साल से अधिक आयु के लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की एहतियाती खुराक देने की शुरुआत की.

कर्नाटक में बूस्टर डोज
मुख्यमंत्री बोम्मई ने कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में कोरोना वैक्सीन के बूस्टर शॉट दिए जाने के अभियान की शुरुआत की.

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उपराज्यपाल ने लगवाया टीका
जम्मू-कश्मीर में भी कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज दिए जाने की शुरुआत हो गई. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने टीकाकरण केंद्र का उद्घाटन किया. इस केंद्र पर पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स को तीसरा कोरोना टीका (frontline workers third jab) लगाया गया. खुद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगवाई.

जम्मू में कोरोना टीके के बूस्टर डोज की शुरुआत

नई दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोविड-19 वैक्सीन का बूस्टर डोज लगना शुरू हो गया है. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में लोग बूस्टर डोज लेने के लिए पहुंच रहे हैं. यहां वैक्सीन लेने वाले 60 साल से अधिक उम्र के लोग और फ्रंट लाइन वर्कर्स पहुंचे हैं.

वीडियो-दिल्ली से...

दिल्ली में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को बूस्टर डोज लगना शुरू हो गया है. दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में बूस्टर डोज लगाई जा रही है. यहां पहुंचे लोगों ने बताया कि उन्हें वैक्सीन लेने के बाद अच्छा लग रहा है. साथ ही उन्हें ऑब्जर्बेशन के समय किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं हुई.

टीका लगवाना न भूलें, सरकार ने मोबाइल पर भेजे मैसेज
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने रविवार को ट्वीट कर बताया था कि कोरोना वैक्सीन की एहतियाती खुराक (covid 19 vaccine precaution dose) के लिए एक करोड़ से अधिक अग्रिम मोर्चा के कर्मियों और वरिष्ठ नागरिकों को एसएमएस भेजे गए हैं. उन्होंने कहा कि मोबाइल नंबर पर भेजे गए संदेश स्मरण कराने के लिए भेजे गए हैं.

बुजुर्गों को तीसरा कोरोना टीका लगवाने के लिए क्या जरूरी

  • 60 साल से अधिक आयु के उन बुजुर्गों को बूस्टर डोज दी जाएगी, जो किसी गंभीर रूप से किसी बीमारी से जूझ रहे हैं.
  • बूस्टर डोज के लिए कोविन एप पर ठीक उसी तरह रजिस्ट्रेशन करना होगा जैसा वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज के वक्त किया था.
  • दूसरी डोज लेने के 9 महीने (39 हफ्ते) बाद ही तीसरी यानी बूस्टर डोज दी जाएगी.
  • उसी टीके की बूस्टर डोज़ दी जाएगी जिसकी पहले से दो डोज ले चुके हैं. मसलन कोवैक्सीन की दो डोज़ लेने वालों को बूस्टर डोज़ के तौर पर कोवैक्सीन और कोविशील्ड की दो डोज़ ले चुके बुजुर्गों को बूस्टर डोज़ के तौर पर कोविशील्ड ही दी जाएगी.
  • को-मॉर्बिडिटी (Comorbidities) यानी किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं तो रजिस्ट्रेशन के वक्त पूछा जाएगा. जवाब हां में होने पर वैक्सीनेशन के लिए रजिस्टर्ड डॉक्टर से मिला को-मॉर्बिडिटी सर्टिफिकेट दिखाना होगा.
  • इस सर्टिफिकेट को कोविन प्लेटफॉर्म पर अपलोड भी कर सकते हैं या फिर वैक्सीनेशन सेंटर पर भी इसकी कॉपी साथ ले जा सकते हैं.

पहले से हों बीमारियां तब भी मिलेगा तीसरा टीका
सरकार द्वारा बुजुर्गों के पहले डोज़ के वक्त ही कोमॉर्बिटीज यानि उन गंभीर बीमारियों की सूची जारी की गई थी जिसका सर्टिफिकेट दिखाने पर उन्हें वैक्सीनेशन में तरजीह दी गई थी. इन बीमारियों में डायबिटीज, किडनी डिजीज या डायलिसिस, कार्डियोवेस्कुलर, स्टेमसेल ट्रांसप्लांट, कैंसर, सिरोसिस, सिकल सेल डिजीज, सांस लेने की गंभीर बीमारी, मूक बधिर या अंधापन जैसी कई विकलांगता, हाई सपोर्ट की जरूरत वाले विकलांग, रेसपिरेटरी सिस्टम पर एसिड अटैक, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी आदि शामिल है.

  • कुल मिलाकर आपको डॉक्टर से एक ऐसा मेडिकल सर्टिफिकेट लेना होगा. जो बताए कि आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं जिसके चलते आप कोरोना वायरस का आसान शिकार हो सकते हैं.

हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर
बता दें कि को-विन एप पर बूस्टर डोज के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुक्रवार (8 जनवरी) से शुरू हुआ था. भारत में हेल्थ केयर वर्कर्स तकरीबन 1 करोड़ हैं. इनमें डॉक्टर, नर्स, हॉस्पिटल स्टाफ, आशा वर्कर्स, आंगनबाड़ी वर्कर्स शामिल हैं. फ्रंटलाइन वर्कर्स की संख्या 2 करोड़ है. इसमें पुलिसकर्मी, केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान, सेना के जवान, होम गार्ड, सिविल डिफेंस संगठन, डिजास्टर मैनेजमेंट वॉलिंटियर्स, नगर निकाय कर्मी शामिल हैं.

यह भी पढ़ें- 3 जनवरी से 15-18 साल के बच्चों को टीका, फ्रंट लाइन वर्कर्स और बुजुर्गों को बूस्टर डोज : पीएम मोदी

गौरतलब है कि पीएम मोदी ने गत 25 दिसंबर, 2021 को एलान किया था कि तीन जनवरी से 15 साल से 18 साल के आयु वर्ग के बच्चों को वैक्सीन (vaccine for children) दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार ने फैसला किया है कि 10 जनवरी से हेल्थ केयर और फ्रंट लाइन वर्कर्स को प्री-कॉशन डोज (precaution dose jabs for frontline workers) दी जाएगी. साथ ही 10 जनवरी से 60 साल से अधिक आयु के बुजुर्गों या गंभीर बीमारी से पीड़ितों को भी डॉक्टर की सलाह पर प्री-कॉशन डोज यानि बूस्टर डोज दी जाएगी.

नई दिल्ली : कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट (Covid omicron variant) पर लगाम लगाने की कवायद जारी है. इसी कड़ी में आज से कोरोना टीके की तीसरी डोज (covid 19 vaccine precaution dose) मिलनी शुरू हो गई है. जिन लोगों को कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज मिलेगी उनमें फ्रंटलाइन वर्कर और स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव कराए जाने हैं. इन राज्यों में चुनावी ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को फ्रंटलाइन वर्कर माना गया है.

लगभग 2.75 करोड़ बुजुर्गों को तीसरा कोरोना टीका
एक अनुमान के मुताबिक करीब 5.7 करोड़ लोगों को कोरोना टीके की तीसरी डोज (covid vaccine Third dose) दी जानी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि एक अनुमान के मुताबिक 1.05 करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों, 1.9 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक उम्र के अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 2.75 करोड़ लोगों को तीसरा कोरोना टीका दिया जाएगा. वहीं, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कोरोना का टीका लिया.

तमिलनाडु में भी मिलना शुरू हुआ तीसरा कोरोना टीका
बेतहाशा बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों के बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने भी स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों (frontline workers) और अन्य बीमारियों से पीड़ित 60 साल से अधिक आयु के लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की एहतियाती खुराक देने की शुरुआत की.

कर्नाटक में बूस्टर डोज
मुख्यमंत्री बोम्मई ने कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में कोरोना वैक्सीन के बूस्टर शॉट दिए जाने के अभियान की शुरुआत की.

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उपराज्यपाल ने लगवाया टीका
जम्मू-कश्मीर में भी कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज दिए जाने की शुरुआत हो गई. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने टीकाकरण केंद्र का उद्घाटन किया. इस केंद्र पर पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स को तीसरा कोरोना टीका (frontline workers third jab) लगाया गया. खुद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगवाई.

जम्मू में कोरोना टीके के बूस्टर डोज की शुरुआत

नई दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोविड-19 वैक्सीन का बूस्टर डोज लगना शुरू हो गया है. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में लोग बूस्टर डोज लेने के लिए पहुंच रहे हैं. यहां वैक्सीन लेने वाले 60 साल से अधिक उम्र के लोग और फ्रंट लाइन वर्कर्स पहुंचे हैं.

वीडियो-दिल्ली से...

दिल्ली में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को बूस्टर डोज लगना शुरू हो गया है. दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में बूस्टर डोज लगाई जा रही है. यहां पहुंचे लोगों ने बताया कि उन्हें वैक्सीन लेने के बाद अच्छा लग रहा है. साथ ही उन्हें ऑब्जर्बेशन के समय किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं हुई.

टीका लगवाना न भूलें, सरकार ने मोबाइल पर भेजे मैसेज
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने रविवार को ट्वीट कर बताया था कि कोरोना वैक्सीन की एहतियाती खुराक (covid 19 vaccine precaution dose) के लिए एक करोड़ से अधिक अग्रिम मोर्चा के कर्मियों और वरिष्ठ नागरिकों को एसएमएस भेजे गए हैं. उन्होंने कहा कि मोबाइल नंबर पर भेजे गए संदेश स्मरण कराने के लिए भेजे गए हैं.

बुजुर्गों को तीसरा कोरोना टीका लगवाने के लिए क्या जरूरी

  • 60 साल से अधिक आयु के उन बुजुर्गों को बूस्टर डोज दी जाएगी, जो किसी गंभीर रूप से किसी बीमारी से जूझ रहे हैं.
  • बूस्टर डोज के लिए कोविन एप पर ठीक उसी तरह रजिस्ट्रेशन करना होगा जैसा वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज के वक्त किया था.
  • दूसरी डोज लेने के 9 महीने (39 हफ्ते) बाद ही तीसरी यानी बूस्टर डोज दी जाएगी.
  • उसी टीके की बूस्टर डोज़ दी जाएगी जिसकी पहले से दो डोज ले चुके हैं. मसलन कोवैक्सीन की दो डोज़ लेने वालों को बूस्टर डोज़ के तौर पर कोवैक्सीन और कोविशील्ड की दो डोज़ ले चुके बुजुर्गों को बूस्टर डोज़ के तौर पर कोविशील्ड ही दी जाएगी.
  • को-मॉर्बिडिटी (Comorbidities) यानी किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं तो रजिस्ट्रेशन के वक्त पूछा जाएगा. जवाब हां में होने पर वैक्सीनेशन के लिए रजिस्टर्ड डॉक्टर से मिला को-मॉर्बिडिटी सर्टिफिकेट दिखाना होगा.
  • इस सर्टिफिकेट को कोविन प्लेटफॉर्म पर अपलोड भी कर सकते हैं या फिर वैक्सीनेशन सेंटर पर भी इसकी कॉपी साथ ले जा सकते हैं.

पहले से हों बीमारियां तब भी मिलेगा तीसरा टीका
सरकार द्वारा बुजुर्गों के पहले डोज़ के वक्त ही कोमॉर्बिटीज यानि उन गंभीर बीमारियों की सूची जारी की गई थी जिसका सर्टिफिकेट दिखाने पर उन्हें वैक्सीनेशन में तरजीह दी गई थी. इन बीमारियों में डायबिटीज, किडनी डिजीज या डायलिसिस, कार्डियोवेस्कुलर, स्टेमसेल ट्रांसप्लांट, कैंसर, सिरोसिस, सिकल सेल डिजीज, सांस लेने की गंभीर बीमारी, मूक बधिर या अंधापन जैसी कई विकलांगता, हाई सपोर्ट की जरूरत वाले विकलांग, रेसपिरेटरी सिस्टम पर एसिड अटैक, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी आदि शामिल है.

  • कुल मिलाकर आपको डॉक्टर से एक ऐसा मेडिकल सर्टिफिकेट लेना होगा. जो बताए कि आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं जिसके चलते आप कोरोना वायरस का आसान शिकार हो सकते हैं.

हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर
बता दें कि को-विन एप पर बूस्टर डोज के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुक्रवार (8 जनवरी) से शुरू हुआ था. भारत में हेल्थ केयर वर्कर्स तकरीबन 1 करोड़ हैं. इनमें डॉक्टर, नर्स, हॉस्पिटल स्टाफ, आशा वर्कर्स, आंगनबाड़ी वर्कर्स शामिल हैं. फ्रंटलाइन वर्कर्स की संख्या 2 करोड़ है. इसमें पुलिसकर्मी, केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान, सेना के जवान, होम गार्ड, सिविल डिफेंस संगठन, डिजास्टर मैनेजमेंट वॉलिंटियर्स, नगर निकाय कर्मी शामिल हैं.

यह भी पढ़ें- 3 जनवरी से 15-18 साल के बच्चों को टीका, फ्रंट लाइन वर्कर्स और बुजुर्गों को बूस्टर डोज : पीएम मोदी

गौरतलब है कि पीएम मोदी ने गत 25 दिसंबर, 2021 को एलान किया था कि तीन जनवरी से 15 साल से 18 साल के आयु वर्ग के बच्चों को वैक्सीन (vaccine for children) दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार ने फैसला किया है कि 10 जनवरी से हेल्थ केयर और फ्रंट लाइन वर्कर्स को प्री-कॉशन डोज (precaution dose jabs for frontline workers) दी जाएगी. साथ ही 10 जनवरी से 60 साल से अधिक आयु के बुजुर्गों या गंभीर बीमारी से पीड़ितों को भी डॉक्टर की सलाह पर प्री-कॉशन डोज यानि बूस्टर डोज दी जाएगी.

Last Updated : Jan 10, 2022, 2:27 PM IST
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