बिलासपुर : सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एक युवक का उसी के दोस्तों ने अपहरण कर लिया.इसके बाद युवक के साथ कार में मारपीट की गई.इस केस में हैरानी की बात ये है कि ये सारा कुछ सोशल मीडिया में लाइव चल रहा था.युवक के दोस्त उसे उसी की कार में पीट रहे थे और लोग इस वीडियो को देखकर अपनी राय दे रहे थे.इस वीडियो के वायरल होने के बाद युवक के माता पिता ने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराने की कोशिश की,लेकिन पुलिस ने मामला ये कहते हुए दर्ज नहीं किया कि दोनों ही पक्षों में समझौता हो चुका है.बाद में पुलिस ने इस केस में एक युवक के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है.
क्या है पूरा मामला ?: बिलासपुर में गुंडागर्दी किस कदर हावी है इस बात की बानगी बीते दिनों देखने को मिली.जब एक युवक को उसी के दोस्तों ने कार से अगवा किया.फिर चलती कार में उसकी पिटाई का वीडियो वायरल किया.इस केस में पीड़ित युवक तनय अग्रवाल और आरोपी अनुराग ठाकुर दोनों एक दूसरे को जानते हैं.बताया जा रहा है कि पीड़ित युवक को उसके दोस्तों ने खाना खिलाने की बात कहकर अपने पास कार से बुलाया.इसके बाद सभी रायपुर रोड की ओर निकल पड़े.आधे रास्ते में पीड़ित युवक की किसी बात को लेकर अपने दोस्तों से बहस हो गई.इसके बाद आरोपियों ने युवक को गाड़ी से उतारकर पिछली सीट पर बिठा दिया.फिर आरोपी ने सोशल मीडिया में लाइव स्ट्रीमिंग करके आरोपी की पिटाई करनी शुरु की.थोड़े ही देर में ये वीडियो वायरल हो गया.
पिटाई के बाद युवक को छोड़ा : आरोपियों ने चलती कार में युवक की पिटाई की.इसके बाद उसे कार समेत छोड़ दिया. युवक ने इस बात की जानकारी अपने परिजनों को दी.जिसके बाद परिजन थाने पहुंचे.पहले तो पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों के बीच समझौते की बात कहते हुए रिपोर्ट नहीं लिखी.लेकिन मामला बढ़ता देख पुलिस ने अनुराग ठाकुर के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया है.
''बिलासपुर में एक इंस्टाग्राम में वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें तीन लड़के तनय अग्रवाल और अनुराग ठाकुर और एक नाबालिग दिख रहे हैं.जिसमें तनय अग्रवाल को अनुराग ठाकुर परेशान कर रहा है. इसमें उनके पैरेंट्स को थाना सिविल लाइन बुलाया गया था. लेकिन उनके द्वारा किसी प्रकार का कोई रिपोर्ट नहीं लिखाया गया. फिर भी बिलासपुर पुलिस ने इस वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए अनुराग ठाकुर के विरुद्ध प्रतिबंधक कार्यवाही की है.क्योंकि अनुराग ठाकुर के विरुद्ध पूर्व में भी कार्रवाई की गई थी.''- उमेश कश्यप,एएसपी
क्या परिवार पर था दबाव ?: किसी के बेटे को चलती कार में पीटा जा रहा हो और उसके माता पिता पुलिस में रिपोर्ट दर्ज ना करें.इसका मतलब आप समझ ही सकते हैं कि परिवार को किस तरह से दबाया जा रहा होगा.यही वजह हो सकती है कि परिवार ने पुलिस में चाहकर भी रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई.लेकिन पुलिस ने आरोपी अनुराग ठाकुर के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करके उसे सचेत किया है.
महिला के साथ ठगी : वहीं दूसरी घटना सिरगिट्टी थाना क्षेत्र की है.जहां महिला के बेटे की नौकरी लगाने के नाम पर साढ़े तीन लाख की ठगी की गई है. सिरगिट्टी पुलिस के मुताबिक लोको खोली के रहने वाले पी गौरी के पति पी मुरली रेलवे में ट्रैकमैन हैं. नवम्बर 2021 में उनकी तबीयत खराब हो गई तो उन्हें इलाज के लिए रेलवे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. इस दौरान महिला की पहचान रेलवे हॉस्पिटल के एंबुलेंस चालक विजय विल्सन से हुई. एंबुलेंस चालक ने गौरी को बताया कि उसके पति को मेडिकल रूप से अनफिट कराकर उनके स्थान पर उनके बेटे की नौकरी लगवा देगा. नौकरी लगने के एवज में उसने महिला से तीन लाख रुपए की मांग की. पति की तबीयत को देखते हुए महिला ने उसे 3 लाख रुपए दे दिए.
पैसे देने से किया इनकार : इसी बीच 6 महीने बाद उनके पति को अपोलो अस्पताल में फिर भर्ती कराया गया. इसकी जानकारी होने पर एंबुलेंस चालक ने जल्द नौकरी लगाने की बात कह कर उनसे फिर 60 हजार रुपए ले लिए. तभी इलाज के बाद महिला का पति स्वस्थ्य हो गया. फिर ड्यूटी ज्वाइन कर लिया. इसके बाद महिला ने वाहन चालक से अपना पैसा वापस मांगा तो उसने इंकार कर दिया. वाहन चालक धमकी देने लगा कि पैसों की डिमांड करने पर अच्छा नहीं होगा.मामले में सिरगिट्टी पुलिस ने महिला की रिपोर्ट पर एंबुलेंस चालक के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया है.