हल्द्वानी: लोकसभा चुनाव 2024 के बीच लोगों पर होली का रंग भी चढ़ने लगा है. होली से पहले बाजारों में अच्छी खासी रौनक देखने को मिल रही है. हालांकि इस साल आदर्श चुनाव आचार संहिता ने मोदी और योगी की पिचकारी की चमक थोड़ी फीकी कर रही दी है. डिमांड के बाद भी दुकानदार मोदी और योगी पिचकारी बेचने से कतरा रहे हैं.
दरअसल, होली के करीब आते ही बाजार भी रंगीन होने लगा है. रंगों और पिचकारियों की मार्केट सज चुकी है. लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 की वजह से आदर्श चुनाव आचार संहिता लग चुकी है. इस कारण बाजार में मोदी-योगी समेत अन्य राजनीतिक दलों वाली पिचकारियां और रंग नहीं आ रहे हैं.
दुकानदारों का कहना है कि हर साल होली में मोदी और योगी समेत अन्य राजनीति दलों के नेताओं की फोटो लगी पिचकारी और रंग बाजार में आते हैं, जिन्हें लोग काफी पंसद करते हैं. लेकिन इस बार आदर्श चुनाव आचार संहिता के कारण राजनीतिक दलों की फोटो लगी पिचकारी नहीं मगंवाई गई हैं.
दुकानदारों का कहना है कि थोक मंडी के दुकानदारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को भुनाने के लिए बड़ी संख्या में मोदी पिचकारी का ऑर्डर लगा रखा है, लेकिन लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के चलते दुकानदार मोदी और योगी के चेहरे वाली पिचकारी बेचने से कतरा रहे हैं. उन्हें डर है कि यदि किसी व्यक्ति ने शिकायत कर दी तो चुनाव आयोग उन पर भी कार्रवाई कर सकता है. इसीलिए दुकानदारों ने इस बार मोदी-योगी समेत अन्य राजनीतिक दलों की पिचकारी से दूरी बना ली है.
हालांकि इसके अलावा बाजार में इस कई तरह की पिचकारियां आई हैं, जिन्हें बच्चों से लेकर बड़े तक पसंद कर रहे हैं. बाजारों में बेलन, बंदूक, एके-47, प्रेशर पिचकारी, मोटू-पतलू, छोटा भीम टैंक, हथौड़ा पिचकारी, कलर स्प्रे, मुर्गा हर्बल गुलाल उपलब्ध हैं.
बुलडोजर के स्टीकर वाली पिचकारी 50 से 350 रुपये की बिक रही हैं. बाजार में भगवा गुलाल के साथ मोदी मुखौटा के भी खूब मांग है. दुकानदारों बताते हैं कि भगवा गुलाल के साथ हर्बल गुलाल की डिमांड सर्वाधिक है. वहीं मोदी कलर फाग व मलिंगा, मुर्गा, कैटरीना व बॉबकट बाल लोगों की पसंद बनी हुई हैं.
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