लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में खुर्जा, बुलन्दशहर और मुरादाबाद विकास प्राधिकरणों मिलाकर एक नया प्राधिकरण बनाने की घोषणा की है. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि, खुर्जा और बुलन्दशहर दो अलग-अलग विकास प्राधिकरण के रूप में गठित हैं, जबकि दोनों ही विकास प्राधिकारणों में आर्थिक, वाणिज्यिक, औद्योगिक, सांस्कृतिक और सामाजिक समरूपता है. पूरा क्षेत्र एक ही जनपद बुलंदशहर के अंतर्गत आता है. विकास के लिए लंबी अवधि की योजनाओं को बनाने और उनके सुगम क्रियान्वयन के लिए यह आवश्यक है कि, दोनों प्राधिकरणों को मिलाकर एक बड़े विकास प्राधिकरण का गठन किया जाए. इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई जल्द ही पूरी कराएं.
सीएम योगी ने कहा कि, खुर्जा का सिरेमिक उद्योग देश-विदेश में विशेष पहचान रखता है. साल 2021 में 23 मिलियन यूएस डॉलर मूल्य के सिरेमिक उत्पाद निर्यात किए गए. इस सेक्टर में अभी अपार संभावना है. जरूरत है कि इससे जुड़े उद्यमियों, शिल्पियों की अपेक्षाओं के अनुसार सुविधाओं का विस्तार किया जाए. उन्हें मार्केट उपलब्ध कराएं. सिरेमिक हाट का निर्माण कराएं.
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट खुर्जा के समीप ही है. ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर का लाभ भी खुर्जा को मिल रहा है. यह विशेष स्थिति खुर्जा को भविष्य में निर्यात का हब बनने में बड़ी भूमिका निभाएगा. पॉटरी उद्योग के उद्यमियों के लिए एक नए इंडस्ट्रियल एरिया का विकास भी किया जाना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि रिड्यूज, रीयूज, रिसाइकिल की नीति के साथ सभी नगरों में सॉलिड और लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए ठोस कार्ययोजना होनी चाहिए. इसे महायोजना में स्थान दें. STP/CETP का निर्माण कराएं. नई तकनीक को अपनाएं.
योगी ने कहा कि, मुरादाबाद में रामगंगा नदी के किनारे अतिक्रमण की स्थिति है. ऐसी ही स्थिति काशी, सहारनपुर आदि जिलों में भी देखी जा सकती है. अभी लखनऊ में कुकरैल नदी के पुनर्जीवन की कार्रवाई हो रही है. अवैध बसावट को हटा कर उन्हें दूसरी जगह बसाया गया है. इसी प्रकार, अन्य जिलों में भी स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप कार्रवाई की जानी चाहिए. यह सुनिश्चित करायें कि नदी बेसिन में कोई बसावट न हो. पुराने तालाबों, पोखरों और अन्य जलाशयों को संरक्षित करें. अतिक्रमण हो तो तत्काल हटाएं. यह सुनिश्चित किया जाए कि, हर नगर की महायोजना में हरित क्षेत्र के लिए आरक्षित हो. जहां कहीं भी ग्रीन बेल्ट है, वहां किसी भी दशा में नई कॉलोनी न बसने पाए.
सीएम योगी ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि, सभी नगरों में इनर रिंग रोड का विकास करना होगा. इस इनर रिंग रोड के बगल में विभिन्न लिंक रोड पर सुविधाएं विकसित की जानी चाहिए. नगर के अंदर के कंजेशन को दूर करने के लिए यह आवश्यक है कि, रिंग रोड के किनारे पर अलग-अलग व्यवसायिक गतिविधियों का विकास करने के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए. कहीं स्पोर्ट्स सिटी, मेड़ी सिटी, नॉलेज सिटी, नेचर पार्क, आयुष पार्क आदि का विकास किया जाना चाहिए.
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