फरीदाबाद: साल 2024 अंतिम पड़ाव पर है. जल्द ही नए साल की एंट्री होगी. साल 2024 में कई ऐसी घटनाएं घटी, जो कई माह तक न सिर्फ चर्चा में बनी रही, बल्कि लोगों के जेहन में घूमती रही. कई वारदात ने तो पूरे प्रदेश को दहला दिया. आज हम आपको हरियाणा के फरीदाबाद जिले के उन बड़ी घटनाओं को बारे में बताने जा रहे हैं, जिन घटनाओं ने न सिर्फ खूब सुर्खियां बटोरी बल्कि उन घटनाओं ने लोगों के होश तक उड़ा दिए. आइए एक नजर डालते हैं फरीदाबाद में साल 2024 में घटी 10 बड़ी घटनाओं पर...
दिल्ली के गैंगस्टर की फरीदाबाद में हत्या: साल 2024 की शुरुआत ही जिले में इस घटना से हुई. दिल्ली का खूंखार गैंगस्टर बल्लू पहलवान पुलिस से छिपकर फरीदाबाद में अपने एक रिश्तेदार के घर पर रह रहा था. एक दिन जब वह जिम से बाहर आ रहा था तो, उस दौरान बाइक सवार दो बदमाशों ने ताबड़तोड़ 20 गोलियां बल्लू पहलवान को मारी. गैंगस्टर की मौके पर मौत हो गई. घटना के बाद पुलिस कमिश्नर सहित पुलिस के आला अधिकारी और क्राइम ब्रांच मौके पर पहुंची और इस घटना को गैंग वॉर करार दिया गया. वहीं पुलिस ने बताया कि गैंगस्टर पर हत्या समेत अलग-अलग राज्यों में दर्जनभर मामले दर्ज थे.
नाबालिक के साथ 6 नाबालिक युवकों ने किया कुकर्म: सूरजकुंड थाना क्षेत्र में नाबालिग से कुकर्म की घटना भी कई दिनों तक सुर्खियों में रही. एक 9 साल के नाबालिक बच्चे के साथ 6 नाबालिक बच्चों ने मस्जिद के वॉशरूम में कुकर्म किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी. हालांकि नाबालिक ने अपने परिवार को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद परिवार ने सूरजकुंड थाना में मामला दर्ज करवाया. शिकायत के बाद पुलिस ने सभी नाबालिक को हिरासत में लिया.
मोबाइल फोन के जरिए पकड़ा गया साइको किलर: फरीदाबाद में साइको किलर कांड भी कई दिनों तक चर्चा में रहा. फरीदाबाद पुलिस को सूचना मिली कि मेवाल महाराजपुर मेट्रो स्टेशन के पास खंडहर में एक व्यक्ति की लाश पड़ी हुई है, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई. इस दौरान वहां पुलिस को एक मानव कंकाल भी मिला, जिसके बाद मौके पर पुलिस के आला अधिकारी भी पहुंच गए और जांच में जुट गए. जांच के दौरान एक लाश की पहचान हो गई. लेकिन मृतक का फोन गायब था, जिसके बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन को ट्रेस करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया. जब आरोपी से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुल्म कबूला. इसके बाद पता चला कि हत्यारा साइको किलर है.
आर्यन हत्याकांड मामला : जिले में आर्यन हत्याकांड भी सुर्खियों में रहा है. 19 साल का आर्यन अपने परिवार के साथ एनआईटी में किराए के मकान में रह रहा था. 23 अगस्त की रात लगभग 9:30 बजे आर्यन अपने मकान मालिक स्वेता गुलाटी, उनके बेटे शैंकी, हर्षित और एक महिला के साथ मैगी खाने के लिए घर से निकला था. मैगी खाकर लगभग रात 11:30 बजे सभी अपने घर लौट रहे थे. इस दौरान गदपुरी टोल के पास एक गाड़ी वाले ने गाड़ी रुकवा कर सामने से गोली चला दी, जिसमें आर्यन की मौत हो गई. घटना के बाद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया. आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पता चला कि आरोपियों को सूचना मिली थी कि डस्टर गाड़ी में सवार होकर कुछ गोतस्कर फरीदाबाद में रेकी करने के लिए आए हैं. इसीकी सूचना पाकर आरोपियों ने डस्टर गाड़ी का पीछा किया और गाड़ी रुकवा कर आर्यन को गोली मार दी. मौके पर ही आर्यन की मौत हो गई.
गला कटा शव मिलने से मचा हड़कंप: जिले में गला कटा शव मिलने की घटना ने भी काफी सुर्खियां बटोरी. पल्ला थाना को सूचना मिली कि इस्माइलपुर स्थित झाड़ियां में एक व्यक्ति का गला कटा शव मिला है. जानकारी के बाद पल्ला थाना के एसएचओ और क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची. शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की. कई दिनों बाद मुखबिर से मिली सूचना पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया. हालांकि गिरफ्तारी में लेटलतीफी को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हुए थे.
500 रुपये के लिए हत्या: 500 रुपया के लिए हत्या का मामला भी कई दिनों तक चर्चा में रहा. सलाउद्दीन अपने परिवार के साथ फरीदाबाद के चांदपुर गांव में पिछले 7 सालों से रह रहा था. वो छोटा-मोटा काम करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था. इस दौरान चांदपुर गांव के ही पवन नाम के व्यक्ति से उन्होंने 500 रुपये ब्याज पर लिया, जिसका ब्याज वह समय पर भर पा रहा था, लेकिन आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से वह दो-तीन महीना से ब्याज नहीं भर पाया इसके बाद सूदखोर पवन ने अपने साथियों के साथ मिलकर सलाउद्दीन को पीट-पीटकर मार डाला. मामले ने काफी तूल पकड़ा और घटना के तुरंत बाद मुख्य आरोपी पवन को पकड़ा गया.
बहन ने भाई की हत्या की: जिले में बहन ने भाई की हत्या कर दी, ये घटना भी कई दिनों तक सुर्खियों में बना रहा. दरअसल उत्तर प्रदेश के रहने वाले एक परिवार ने बल्लभगढ़ में किराए के मकान घर लिया. परिवार में पति-पत्नी के अलावा दो बच्चे भी थे. पति-पत्नी अलग-अलग कंपनियों में काम करते थे. सुबह होते ही वे काम पर निकल जाते थे. घर पर 12 वर्षीय नाबालिक लड़की अपने 10 साल के भाई के साथ रहती थी. रोज की तरह एक दिन पति-पत्नी जब शाम को घर पर लौटे तो उन्होंने देखा कि घर में बेटे का शव पड़ा हुआ है. पुलिस को घटना की जानकारी दी गई. पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और पूछताछ के बाद नाबालिक लड़की को कस्टडी में लिया. इसके बाद उसने अपना अपराध कबूला. बच्ची ने बताया कि उसका भाई उसे फोन चलाने नहीं देता था. गुस्से में उसने गला दबाकर भाई की हत्या कर दी. कई दिनों तक इस घटना के चर्चे होते रहे.
खाना लाने में हुई देरी तो वेटर को मार दी गोली: फरीदाबाद के आदर्श नगर में मुकेश लखानी के बेटे जय लखानी की शादी थी. इस दौरान दूल्हे के दोस्त मोहित और मोहित के दोस्त एक टेबल पर खाना खा रहे थे. वहां मौजूद वेटर मुबारिक से उसने खाने का कुछ समान लाने को कहा, जिसको लाने में मुबारिक ने थोड़ा समय लगा दिया. इसी बात को लेकर मोहित और उसके साथी मुबारिक से गाली-गलौज करने लगे. जब मुबारिक ने इसका विरोध किया, तो मोहित ने पिस्तौल निकाल कर मुबारिक के सीने में गोली मार दी. इस दौरान वेटर की मौके पर मौत हो गई और आरोपी फरार हो गया. घटना के कुछ घंटे बाद ही मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. ये घटना भी कई दिनों तक सुर्खियों में बनी रही.
मजदूरी मांगने पर पीट-पीट कर की हत्या: जिले में मजदूरी मांगने पर हत्या का मामला भी कई दिनों तक सुर्खियों में रहा. बिहार के रहने वाले बेचन शाह मिर्जापुर गांव स्थित एक आरएमसी प्लांट पर काम करता था, जहां उसे महीने के 12000 रुपये वेतन मिलता था. काम करते-करते बेचन शाह का प्लॉट मालिकों पर 65000 रुपये बकाया हो चुका था, जिसमें से केवल प्लांट मालिकों ने उसे 29000 हजार रुपये दिए थे. रक्षाबंधन पर बेचन शाह को अपने परिवार से मिलने बिहार जाना चाहता था. उसने अपने प्लांट मालिक रमेश के पास बकाया पैसा मांगा. इस दौरान रमेश और उसके साले राजेश ने बेचन के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी. जब इसका बेचन ने विरोध किया, तब रमेश और राजेश ने बेचन को बुरी तरह से पीटना शुरू कर दिया. इस दौरान बेचन वहीं बेहोश होकर गिर पड़ा. इसके बाद बेचन के साथियों ने बेचन को लेकर जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. मामले को लेकर मजदूरों ने खूब हंगामा किया, जिसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
अस्पताल को उड़ाने की धमकी: फरीदाबाद के सर्वोदय अस्पताल को एक फोन कॉल आया और फोन करने वालों ने एक डॉक्टर का नंबर मांगा. इसके बाद कॉल अटेंड करने वालों ने नंबर देने से मना कर दिया, तो कॉल करने वाले ने खुद को लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य बता कर अस्पताल को बम से उड़ाने और डॉक्टर के हाथ पैर काटने की धमकी देकर फोन काट दिया. इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने मामले की शिकायत पुलिस को दी. लॉरेंस बिश्नोई का नाम आने से पुलिस और क्राइम ब्रांच भी हरकत में आ गई. क्राइम ब्रांच के आला अधिकारी इस मामले की जांच में जुट गए. इसके बाद आरोपी को पकड़ा गया और मामले में जो खुलासा वह काफी हैरान करने वाला था. दरअसल आरोपी अंकित ने बताया कि उसकी प्रेमिका की मां का इलाज सर्वोदय अस्पताल में चल रहा था. इलाज के दौरान उसकी प्रेमिका की मां की मौत हो गई. इसकी जानकारी प्रेमिका ने उसे दी. इसके बाद अंकित ने अपनी प्रेमिका को खुश करने के लिए धमकी भरा कॉल हॉस्पिटल को किया. ये घटना भी सुर्खियों में बनी रही.
ये वो घटनाएं थी, जो फरीदाबाद में कई दिनों तक न सिर्फ चर्चा में रही बल्कि ये घटनाएं दिल दहला देने वाली थी. इन मामलों में आरोपी गिरफ्तार भी हुए. हालांकि साल 2024 को इन घटनाओं के कारण जरूर फरीदाबाद वासी याद करेंगे.
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