उन्नाव: उन्नाव के बांगरमऊ तहसील क्षेत्र में स्थित हवाई पट्टी पर रविवार को वायुसेना ने मिशन गगन शक्ति के तहत 6 लड़ाकू विमानों ने टच डाउन किया. यही नहीं इन विमानों ने कई करतब भी दिखाए. विमानों के इस करतब को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग आए थे.
एयर फोर्स के तकनीकी अधिकारियों की ओर से हवाई पट्टी के उत्तरी छोर संडीला मार्ग अंडरपास के निकट एयर डिफेंस सिस्टम के जरिए पायलटों से फाइटर एयर क्राफ्ट की लोकेशन, टच डाउन और उड़ान के संदर्भ में पल-पल की सूचनाओं का आदान-प्रदान करते रहे. रविवार के फाइटर जेट अभ्यास में उन्नाव और लखनऊ दोनों जिलों की सीमा पर स्थित मेमौरा एयरफोर्स स्टेशन ने अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. वायुसेना अधिकारियों के अनुसार एयर स्ट्रिप पर स्थापित एयर डिफेंस सिस्टम का डिस्प्ले इसी मेमौरा एयरफोर्स स्टेशन के राडार से संबद्ध किया गया है.
एयर डिफेंस सिस्टम के पास में ही एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल भी तैनात रही. इस ताकतवर मिसाइल गन पर तैनात एयरफोर्स के जवान चौकन्ना होकर दुश्मन के लड़ाकू विमानों की टोह लेते रहे. यहां तक कि भारतीय एयरक्राफ्ट के पायलटों से भी " काल साइन" नंबर पूछकर उन्हें इंट्री की अनुमति दे रहे थे. अधिकारियों के अनुसार उनके पास पहले से ही मौजूद काल साइन नंबर ट्रेस न होने की स्थिति में यह समझने में देर नहीं लगती है कि हवाई पट्टी की तरफ करीब डेढ़ हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आ रहा फाइटर जेट किसी दुश्मन देश का हो सकता है. ऐसी स्थिति में फोर्स के जवान दुश्मन के जहाज को ध्वस्त करने के लिए मिसाइल गन का ट्रिगर दबा देते हैं.
एयरफोर्स के अधिकारियों ने बताया कि यदि युद्ध के दौरान देश के अंबाला, भुज, पठानकोट, बीकानेर और सूरतगढ़ जैसे फारवर्ड बेस के रनवे क्षतिग्रस्त हो जाएं तो उन्हें वहां के एयरक्राफ्टों को इस एयर स्ट्रिप पर लैंडिंग कराई जा सके. इसलिए समय-समय पर यहां रिहर्सल होते रहेंगे. जिससे हवाई पट्टी की मरम्मत और रखरखाव तथा सफाई होती रहे.
एयरफोर्स की ओर से लड़ाकू विमानों के अभ्यास के मद्देनजर बीते 2 अप्रैल से 11 अप्रैल तक आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे की हवाई पट्टी को कब्जे में लेकर उड़ान वर्जित क्षेत्र घोषित कर दिया था. अधिकारियों ने बताया कि इस अवधि के दौरान इस एयर स्ट्रिप के 20 किलोमीटर की एरिया में कोई भी प्राइवेट या सरकारी हवाई जहाज भटक नहीं सकता है.
टच डाउन में रविवार को सुखोई थर्टी, मिराज- 2000, जगुआर, मिग- 29 लड़ाकू विमानों ने हिस्सा लिया. इसके साथ साथ ट्रांसपोर्ट विमान एंटोनोव एन- 32 और बोइंग सी- 17 ग्लोब मास्टर ने भी टड डाउन किया.
बता दें कि उन्नाव के बांगरमऊ तहसील क्षेत्र के आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे की एयर स्ट्रिप पर तीसरी बार छह और सात अप्रैल को एक्सरसाइज गगन शक्ति अभियान के तहत जगुआर, सुखोई, मिराज-2000 व मिग जैसे लड़ाकू विमान गरज रहे हैं. टच डाउन से पहले लड़ाकू विमानों की सफल लैंडिंग को लेकर हवाई पट्टी पर साफ-सफाई तथा एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ बैरिकेडिंग लगाने का काम युद्ध स्तर पर किया गया था. इसके चलते 2 से 11 अप्रैल तक हवाई पट्टी के साढ़े तीन किमी क्षेत्र को ब्लाॅक रखा गया है. इस दौरान वाहनों को सर्विस रोड से गुजारा जा रहा है.