जयपुर. विश्व हास्य दिवस हर साल मई के पहले रविवार को मनाया जाता है. इसे मनाने का उद्देश्य लोगों को हंसने के प्रति जागरूक करना है. हंसना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है. इंसान को हमेशा हंसना चाहिए, क्योंकि हंसने से लोगों का बचपना जागता है. साथ ही मन को शांति भी मिलती है. इस साल 5 मई को वर्ल्ड लाफ्टर डे मनाया जा रहा है. इस खास दिन के मौके पर हम आपको मिलवाते हैं राजस्थान के एक गांव से लोगों को हंसाने के लिए निकले हास्य कवि केसरदेव मारवाड़ी से, जिन्होंने अपने मारवाड़ी अंदाज में हास्य की दुनिया में एक मुकाम बनाया. गांव से निकल माया नगरी तक का सफर तय करने वाले केसरदेव द ग्रेट इंडिया लाफ्टर चेलेंज में भी अपनी हास्य कविताओं के जरिए दर्शकों को गुदगुदा चुके हैं. हास्य दिवस पर केसरदेव ईटीवी भारत के जरिए प्रदेश और देश की जनता से अपील करते हैं कि इस तनाव भरे जीवन में हंसी के लिए कुछ पल निकालिए, हंसी के बिना बिताया हुआ दिन एक बर्बाद दिन के समान है.
शालीन कॉमेडियन के रूप में पहचान : केसरदेव मारवाड़ी ने द ग्रेट इंडिया लाफ्टर चेलेंज के जरिए हिंदी मंचो पर शालीन कॉमेडियन के रूप में अपनी पहचान बनाई है. केसरदेव लाफ्टर इंडिया के रनर अप रहे हैं. इसके अलावा 'k फ़ॉर कॉमेडी', 'हंसाने का मुखिया कौन ?', 'नेताजी लपेटे में' जैसे टीवी के हास्य सीरियल में लगातार दिखने वाले कॉमेडियन हैं. केसरदेव देश-विदेश के सभी हिंदी मंचों पर अपनी तात्कालिक टिप्पणियों को लेकर चर्चित रहते हैं. लगभग 2000 मंचो पर काव्य पाठ के अलावा विदेशों में भी इन्हें बुलाया जाता रहा है. हाल ही में केसरदेव मुंबई में 'श्याम ज्वालामुखी सम्मान' 2023 और दुबई में World Book of Record, London के सम्मान से भी नवाजे जा चुके हैं. व्याख्याता होने से इनकी कविताएं हास्य में लपेट कर सहज रूप से जनता में पहुंच बनाती हैं. अपनी राजस्थानी वेशभूषा, अंदाज और देशी भाषा के समावेश से जब केसरदेव कविता सुनाते हैं, तो दर्शकों को हंसी से लोटपोट कर देते हैं.
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मुश्किलें तो भगवान राम के भी थी : केसरदेव मारवाड़ी कहते हैं कि मुश्किल और परेशानियां तो हर एक व्यक्ति के जीवन में आती हैं. भगवान श्री राम के भी जीवन में कई तरह की परेशानी आई थी, लेकिन हास्य दिवस पर मेरा यही संदेश है कि हर व्यक्ति हंसता रहे. तनाव के इस माहौल में कुछ पल अपने लिए और परिवार के लिए निकालें और हंसी के साथ अपने जीवन को कुछ समय दें. उन्होंने कहा कि लाफ्टर थेरेपी दुनिया की सबसे बेहतरीन चिकित्सा पद्धति है और वेदों में भी इसका उल्लेख है. उन्होंने कहा कि हम तो मंचों के जरिए सबको हंसाने का काम करते हैं, लेकिन व्यक्ति को अपने दिन के समय में से कुछ समय हंसी के लिए निकालना चाहिए. हंसी के बिना बिताया हुआ दिन बर्बाद दिन की तरह है.