नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण बड़ी समस्या है. ऐसे में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए पौधारोपण एक अच्छा माध्यम है. पिछले 10 वर्षों से भी ज्यादा समय से उत्तर पूर्वी दिल्ली इलाके के पूर्वी छज्जूपुर में रहने वाले धीरज यादव पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का कार्य कर रहे हैं. वह पेशे से सरकारी शिक्षक भी हैं. उन्होंने बताया कि बचपन से ही मां ने उन्हें पेड़ पौधों और पर्यावरण के बारे में जागरूक किया था. अपनी स्वर्गीय माता जी की प्रेरणा से ही उन्होंने पौधरोपण का कार्य शुरू किया था.
धीरज यादव के साथ आज पर्यावरण संरक्षण की इस मुहिम में कई लोग जुड़ गए हैं. ETV भारत के साथ बातचीत में उन्होंने बताया कि पहले वो रोड पर कुछ साथियों को देखा जो पौधरोपण करते थे और उनकी देखरेख भी करते थे. उनकी देखादेखी उन्होंने भी रोड पर पेड़ों की सेवा आरंभ की. प्लास्टिक कचरे की सफाई, मानसून के चार महीना में पौधरोपण और उनकी देखरेख किया. पौधरोपण के अलावा उन्होंने चिड़ियों के घोसले बनाने का अभियान बर्ड फीडर लगाने का अभियान भी विद्यार्थियों के साथ किया. समय-समय पर विद्यार्थियों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया, जिससे वह पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बन सकें. अब उस ग्रुप का नाम वृक्ष मित्र रख दिया है.
लोगों को पेड़ों की देखरेख के लिए भी करते हैं प्रेरित: धीरज ने बताया कि वह लोगों से आग्रह करते हैं कि आवश्यक नहीं कि आप हमारे साथ ही आकर सेवा करें. आप जिस क्षेत्र में रहते हैं वहीं पर कुछ पेड़ों को गोद लें और उनकी देखरेख करें. उन्होंने बताया कि वो समय-समय पर यमुना आंचल की स्वच्छता और पौधरोपण के कार्यक्रम भी आयोजित किए हैं. भीषण गर्मी के चलते अब मौजपुर से दुर्गापुरी शाहदरा की ओर जाने वाली 100 फुटा रोड जिसके लिए आज हम 100 दिन कठिन चैलेंज लेकर पेड़ों की सेवा कर रहे हैं.
विद्यालीय छात्रों और महिलाओं को रसोई के वेस्ट से अलग करने, घर पर प्लास्टिक को अलग करने के लिए भी प्रेरित किया है. हमने विभिन्न संस्थाओं के साथ मिलकर गाजियाबाद नोएडा आदि में पौधरोपण किया. उन्होंने बताया कि इस कार्य में विभिन्न संस्थाओं का भी सहयोग मिलता है. जैसे वीफॉरयू फाउंडेशन, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि, नर सेवा नारायण सेवा फाउंडेशन तथा हमारे क्षेत्र के प्रतिष्ठित विद्यालय जैसे लिटिल फ्लॉवर्स पब्लिक स्कूल, एसआर कैपिटल स्कूल तथा अनेकों ऐसे विद्यालय हैं जो हमें सहयोग करते हैं
प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान के तहत बच्चों को कर रहे जागरूक: धीरज यादव ने बताया कि वह प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान के तहत स्कूली बच्चों को भी पर्यावरण के प्रति जागरूक करते हैं. गत चार वर्षो में उन्होंने विभिन्न विद्यालयों के साथ विभिन्न संस्थाओं के साथ प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान चला कर हजारों किलो सिंगल यूज प्लास्टिक रीसाइक्लिंग के लिए भेजा है. विभिन्न परिवारिक आयोजनों में डिस्पोजेबल का प्रयोग घटाने के लिए निशुल्क स्टील का बर्तन बैंक भी बनाया है. मूर्ति विसर्जन के दौरान यमुना किनारे पड़ी मूर्तियों से प्लास्टिक अलग कर उनको जमीन में दबाकर उनका निस्तारण भी करते हैं.