ETV Bharat / state

रुद्रपुर और ऋषिकेश में परिवहन विभाग कर्मियों का कार्य बहिष्कार जारी, निलंबन वापसी की मांग पर अड़े - Transport Workers Work Boycott

author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 8, 2024, 3:23 PM IST

Updated : Aug 8, 2024, 10:51 PM IST

Transport Worker Work Boycott in Rishikesh ऋषिकेश और रुद्रपुर में परिवहन कर्मचारी कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन में डटे हुए हैं. आज भी उन्होंने कार्य बहिष्कार किया. जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. जानिए क्यों कार्य बहिष्कार पर उतरे हैं कर्मचारी...

Work Boycott in Rishikesh
कार्य बहिष्कार पर कर्मचारी (फोटो सोर्स- ETV Bharat)
परिवहन विभाग कर्मियों का कार्य बहिष्कार (वीडियो सोर्स- ETV Bharat)

रुद्रपुर/ऋषिकेश: रुद्रप्रयाग टेंपो ट्रैवलर हादसे के बाद परिवहन विभाग के चार कर्मचारियों पर हुई कार्रवाई का विरोध तेज हो गया है. प्रदेश भर में संभागीय परिवहन विभाग के कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर उतरे हुए हैं. इतना ही नहीं परिवहन विभाग के चार कर्मचारियों के पक्ष में अब उत्तराखंड परिवहन मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ भी कूद चुका है. प्रदेशभर में कर्मचारियों के पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार के चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. रुद्रपुर और ऋषिकेश में संभागीय परिवहन के कर्मचारी धरने पर बैठे है.

रुद्रपुर में कर्मचारी संघ का कार्य बहिष्कार जारी: संभागीय परिवहन कार्यालय रुद्रपुर के सभी कर्मचारी 3 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं. जिस कारण लोगों को काफी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. परिवहन कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है. आज भी कर्मचारियों ने कार्यालय के मुख्य गेट पर धरना देते हुए जमकर नारेबाजी की. उन्होंने बताया कि पहले उन्होंने 2 घंटे का कार्य बहिष्कार किया था, लेकिन तीन दिनों से वो पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार में चल रहे हैं.

उत्तराखंड परिवहन मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ के कर्मियों ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान हुई घटना का परिवहन विभाग के कर्मचारी को भी दुख है, लेकिन घटना के दोषी कर्मचारी नहीं है. उनका निलंबन वापस किया जाए, नहीं तो आने वाले दिनों में सभी लोग अनिश्चितकालीन धरना देने के लिए मजबूर हो जाएंगे.

सीमित संसाधन के बावजूद परिवहन विभाग के कर्मचारी अपनी जान की बाजी लगाकर दुर्गम जगह पर काम करते हैं. जांच में भी सामने आया है कि उक्त घटना चालक को नींद आने से हुई है. बावजूद इसके परिवहन के कर्मचारियों पर गाज गिरा दी गई है.

Work Boycott in Rishikesh
ऋषिकेश में प्रदर्शन (फोटो सोर्स- ETV Bharat)

ऋषिकेश में भी कार्य बहिष्कार पर कर्मचारी: ऋषिकेश में भी उत्तराखंड परिवहन मिनिस्टीरियल कर्मचारी संगठन के बैनर तले कर्मचारी एआरटीओ कार्यालय में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. कर्मचारियों ने निलंबित कर्मचारियों को बहाल करने की मांग सरकार से की है. वहीं, मांग पूरी नहीं होने तक धरना प्रदर्शन और कार्य बहिष्कार जारी रखने का ऐलान किया है.

संगठन के अध्यक्ष दीपक पांडे ने बताया कि टेंपो ट्रैवलर नोएडा से चलकर रुद्रप्रयाग तक पहुंच गया और उसकी कहीं पर भी चेकिंग नहीं हुई. इसमें केवल ऋषिकेश के चेक पोस्ट पर तैनात चार कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराना गलत है. इसलिए कर्मचारियों की बहाली की मांग को लेकर कार्य बहिष्कार किया गया है.

कर्मचारियों पर हुई कार्रवाई का विरोध 24 जुलाई से किया जा रहा है, लेकिन अभी तक सरकार निलंबित कर्मचारियों की बहाली पर कोई फैसला लेने के लिए तैयार नहीं है. इसलिए कार्य बहिष्कार शुरू किया गया है. कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार से एआरटीओ कार्यालय में लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बन रहे हैं.

उन्होंने बताया कि वाहनों की फिटनेस जैसे कार्य भी नहीं हो रहे है और ड्राइविंग लाइसेंस का नवीनीकरण भी नहीं हो पा रहा है. सैकड़ों लोग रोजाना कार्यालय में आने के बाद परेशान होकर बैरंग लौट रहे हैं. जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती, तब तक उनका कार्य बहिष्कार जारी रहेगा.

क्या था पूरा मामला: दरअसल, बीती 15 जून को रुद्रप्रयाग में बदरीनाथ हाईवे पर रैंतोली के पास टेंपो ट्रैवलर खाई में गिर गई थी. इस हादसे में टेंपो ट्रैवलर में सवार 26 लोगों में 16 लोगों की मौत हो गई थी. लिहाजा, इस हादसे के बाद परिवहन विभाग के 4 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया. निलंबन की इस कार्रवाई को लेकर कर्मचारी आंदोलन पर उतरे हुए हैं.

ये भी पढ़ें-

परिवहन विभाग कर्मियों का कार्य बहिष्कार (वीडियो सोर्स- ETV Bharat)

रुद्रपुर/ऋषिकेश: रुद्रप्रयाग टेंपो ट्रैवलर हादसे के बाद परिवहन विभाग के चार कर्मचारियों पर हुई कार्रवाई का विरोध तेज हो गया है. प्रदेश भर में संभागीय परिवहन विभाग के कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर उतरे हुए हैं. इतना ही नहीं परिवहन विभाग के चार कर्मचारियों के पक्ष में अब उत्तराखंड परिवहन मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ भी कूद चुका है. प्रदेशभर में कर्मचारियों के पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार के चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. रुद्रपुर और ऋषिकेश में संभागीय परिवहन के कर्मचारी धरने पर बैठे है.

रुद्रपुर में कर्मचारी संघ का कार्य बहिष्कार जारी: संभागीय परिवहन कार्यालय रुद्रपुर के सभी कर्मचारी 3 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं. जिस कारण लोगों को काफी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. परिवहन कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है. आज भी कर्मचारियों ने कार्यालय के मुख्य गेट पर धरना देते हुए जमकर नारेबाजी की. उन्होंने बताया कि पहले उन्होंने 2 घंटे का कार्य बहिष्कार किया था, लेकिन तीन दिनों से वो पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार में चल रहे हैं.

उत्तराखंड परिवहन मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ के कर्मियों ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान हुई घटना का परिवहन विभाग के कर्मचारी को भी दुख है, लेकिन घटना के दोषी कर्मचारी नहीं है. उनका निलंबन वापस किया जाए, नहीं तो आने वाले दिनों में सभी लोग अनिश्चितकालीन धरना देने के लिए मजबूर हो जाएंगे.

सीमित संसाधन के बावजूद परिवहन विभाग के कर्मचारी अपनी जान की बाजी लगाकर दुर्गम जगह पर काम करते हैं. जांच में भी सामने आया है कि उक्त घटना चालक को नींद आने से हुई है. बावजूद इसके परिवहन के कर्मचारियों पर गाज गिरा दी गई है.

Work Boycott in Rishikesh
ऋषिकेश में प्रदर्शन (फोटो सोर्स- ETV Bharat)

ऋषिकेश में भी कार्य बहिष्कार पर कर्मचारी: ऋषिकेश में भी उत्तराखंड परिवहन मिनिस्टीरियल कर्मचारी संगठन के बैनर तले कर्मचारी एआरटीओ कार्यालय में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. कर्मचारियों ने निलंबित कर्मचारियों को बहाल करने की मांग सरकार से की है. वहीं, मांग पूरी नहीं होने तक धरना प्रदर्शन और कार्य बहिष्कार जारी रखने का ऐलान किया है.

संगठन के अध्यक्ष दीपक पांडे ने बताया कि टेंपो ट्रैवलर नोएडा से चलकर रुद्रप्रयाग तक पहुंच गया और उसकी कहीं पर भी चेकिंग नहीं हुई. इसमें केवल ऋषिकेश के चेक पोस्ट पर तैनात चार कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराना गलत है. इसलिए कर्मचारियों की बहाली की मांग को लेकर कार्य बहिष्कार किया गया है.

कर्मचारियों पर हुई कार्रवाई का विरोध 24 जुलाई से किया जा रहा है, लेकिन अभी तक सरकार निलंबित कर्मचारियों की बहाली पर कोई फैसला लेने के लिए तैयार नहीं है. इसलिए कार्य बहिष्कार शुरू किया गया है. कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार से एआरटीओ कार्यालय में लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बन रहे हैं.

उन्होंने बताया कि वाहनों की फिटनेस जैसे कार्य भी नहीं हो रहे है और ड्राइविंग लाइसेंस का नवीनीकरण भी नहीं हो पा रहा है. सैकड़ों लोग रोजाना कार्यालय में आने के बाद परेशान होकर बैरंग लौट रहे हैं. जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती, तब तक उनका कार्य बहिष्कार जारी रहेगा.

क्या था पूरा मामला: दरअसल, बीती 15 जून को रुद्रप्रयाग में बदरीनाथ हाईवे पर रैंतोली के पास टेंपो ट्रैवलर खाई में गिर गई थी. इस हादसे में टेंपो ट्रैवलर में सवार 26 लोगों में 16 लोगों की मौत हो गई थी. लिहाजा, इस हादसे के बाद परिवहन विभाग के 4 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया. निलंबन की इस कार्रवाई को लेकर कर्मचारी आंदोलन पर उतरे हुए हैं.

ये भी पढ़ें-

Last Updated : Aug 8, 2024, 10:51 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.