पिथौरागढ़: पहाड़ी क्षेत्रों में आज हर तीज त्यौहार पर शराब का प्रचलन बढ़ता जा रहा है. पहाड़ी क्षेत्रों में शराब का इतना अधिक प्रचलन हो गया है कि गांव का नव युवक भी शराब जैसे नशे में डूबता जा रहा है. छोटे छोटे गांवों में युवा शराब के नशे की चपेट में आ रहे हैं. पिथौरागढ़ जिले के नाचनी में कोटयुडा क्षेत्र की महिलाओं ने गांव में सार्वजनिक रूप से शराब पिलाने और पीने वालों पर सख्ती बरतनी शुरू कर दी है.
सार्वजनिक रूप से शराब पीने पिलाने पर प्रतिबंध: नाचनी क्षेत्र के ग्राम पंचायत कोटयुड़ा की महिलाओं की बैठक ग्राम प्रधान तुलसी बठ्याल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई. बैठक में सभी महिलाओं ने गांव में सार्वजनिक रूप से शराब पीने और पिलाने पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है. बैठक में महिलाओं ने कहा कि गांव में शादी और अन्य आयोजनों पर शराब के बढ़ते प्रचलन से महिलाएं काफी चिंतित हैं.
नाचनी ग्राम पंचायत में महिलाओं की बैठक में फैसला: बैठक में शादी सहित अन्य आयोजनों में शराब परोसने पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही गई है. महिलाओं ने बैठक निर्णय लिया है कि अराजक तत्वों पर भी कड़ी निगरानी रखी जायेगी. ग्राम प्रधान तुलसी बठ्याल ने बताया कि गांव में मिशन मर्यादा नाम से संगठन बनाया गया है. मिशन मर्यादा की अध्यक्ष ग्राम प्रधान तुलसी बठ्याल के नेतृत्व में महिलाओं ने पुलिस अधीक्षक रेखा यादव से मुलाकात की. उनके द्वारा लिए गए निर्णय की जानकारी देते हुए सहयोग का अनुरोध किया है. पुलिस अधीक्षक द्वारा महिला समूह को हर सम्भव सहयोग का भरोसा दिया गया है. महिलाओं से कानून अपने हाथ में नहीं लेने की अपील भी पुलिस अधीक्षक ने की है. अब देखना होगा आने वाले दिनों में क्या इस गांव में शराब पर रोक लग पाती है.
ये भी पढ़ें: शादी समारोह में नहीं पिलाई जाएगी शराब, पकड़े गए तो देने होगा मोटा जुर्माना