भिलाई : भिलाई के नंदिनी थाना क्षेत्र में 30 साल की महिला को अपने हदें पार करना महंगा पड़ा. महिला को सोशल मीडिया में लोगों से दोस्ती करने का शौक था.इसी शौक ने उसे सेक्सटॉर्शन गिरोह के पास पहुंचा दिया. गिरोह के सदस्य से महिला का सोशल मीडिया में संबंध इतना गहरा हो गया कि लोक लाज की भी कोई परवाह नहीं रही.सोशल मीडिया में ही महिला और संबंधित शख्स के बीच प्यार भरी बातें शुरु हुईं.ये बातें इतनी गहरी हुई की महिला को अपने कपड़े उतारने में भी संकोच नहीं हुआ.आईए जानते हैं आखिर हुआ क्या था.?
कैसे ठग के जाल में फंसी महिला ?: जिस महिला की हम बात कर रहे हैं उसकी उम्र महज तीस साल है. पति का पेशा ऐसा है कि वो अक्सर घर से बाहर रहता है.अपने तन्हाई को मिटाने के लिए महिला ने सोशल मीडिया का सहारा लिया.जिसमें वो लोगों से दोस्ती करने लगी.इन्हीं में से एक दोस्त ऐसा मिला जो महिला से कुछ ज्यादा ही घुल मिल गया. पीड़ित महिला ने बीते 26 जून को अपने ऑनलाइन दोस्त से बात करनी शुरु की. इसके ठीक तीन दिन बाद ही महिला और दोस्त में प्यार कुछ ज्यादा ही परवान चढ़ गया. लिहाजा 29 जून को महिला ने अपने नहाने का सारा नजारा भी अपने दोस्त को दिखा दिया. उस हसीन नजारे को ऑनलाइन दोस्त ने ना सिर्फ अपनी आंखों में उतारा बल्कि कैमरे में कैद भी कर लिया.
30 जून को आई धमकी : जल्द महिला के प्यार का बुखार उतरने वाला था.29 जून को जो हरकत महिला ने की थी उसका अंजाम 30 जून को सामने आया. जब महिला को उसके दोस्त ने हसीन नजारों का वीडियो भेजकर वायरल करने की धमकी दी.शख्स ने महिला से पैसों की डिमांड की.महिला डरी और अपने जेवर बेचकर पांच लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए.फिर भी महिला का मनचला दोस्त ना माना.उसने और भी ज्यादा पैसों की डिमांड की.जिसके बाद महिला ने इसकी शिकायत पुलिस के पास दर्ज कराई.
''महिला से सोशल मीडिया में दोस्ती करके उसकी आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड किए गए.इसके बाद महिला ने बदनामी के डर से अपने गहने बेचकर आरोपी के खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए.इसके बाद भी आरोपी और भी ज्यादा पैसों की डिमांड करने लगा.''- मनीष शर्मा, टीआई नंदिनी थाना
पुलिस की अपील : साइबर ठग आए दिन नये नये तरीकों के माध्यम से आम जनता से धोखाधड़ी करने का प्रयास करते है - कोई भी व्यक्ति अनजान नम्बर से अपने आप को पुलिस का अधिकारी, सी.बी.आई.अथवा ई.डी. का अधिकारी बताकर ठगी करने का प्रयास करता हैं तो ऐसे कॉल से सावधान रहे. बिलासपुर पुलिस ने इस प्रकार के ठगी को रोकने के लिये थानों में आम जनता की रिपोर्ट और फोन नंबरों को गोपनीय रखा है.
- किसी भी लुभावने या सस्ती कीमतों पर मिलने वालों सामानों को खरीदते समय नकद (कैश, ऑन डिलीवरी) में लेन-देन करें.
- अनजान व्यक्ति जिसका नम्बर आपके मोबाइल पर सेव नही है, उसके साथ कभी भी कोई निजी जानकारी,बैंकिग जानकारी,ओटीपी, आधार कार्ड, पैन कार्ड फोटो आदि शेयर न करें.
- अनजान वेबसाइट एवं अनाधिकृत एप डॉउनलोड या सर्च करने से बचें.
- कम परिश्रम से अधिक लाभ कमाने अथवा रकम दोगुना करने का झांसा देने वाले व्यक्तियों से सावधान रहे खुद को ठगों के पास न पहुंचाएं.
- स्वयं की पहचान छिपाकर सोशल मीडिया फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप के माध्यम से ईंटिमेट (अश्लील लाईव चैट) करने से बचें.
- परीक्षा में अधिक अंकों से पास करा देने का झांसा देने वाले व्यक्तियों और खासकर 92 नम्बरों से होने वाले साइबर फ्रॉड की घटना घटित होने पर निम्न प्रकार से त्वरित रिपोर्ट दर्ज करा सकते है.
- साइबर फ्राड होने पर तत्काल नजदीकी थाना में अपनी शिकायत दर्ज करें
- हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर सम्पर्क कर सहायता प्राप्त कर सकते है http://cybercrime.gov.in पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते है.