नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव (डूसू) की प्रक्रिया चल रही है. इस बीच बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट में डूसू चुनाव में 50% महिला आरक्षण की मांग को लेकर दायर की गई याचिका पर हाईकोर्ट ने डीयू को 3 सप्ताह के अंदर डूसू चुनाव में महिला आरक्षण को लेकर निर्णय लेने का निर्देश दिया है. ऐसे में यह सवाल उठने लगा कि क्या इस समय चल रही चुनावी प्रक्रिया रोकी जाएगी? क्या चुनाव टल जाएगा ?
ETV Bharat को दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने बताया कि हाईकोर्ट ने जो भी निर्देश दिया है, उस ऑर्डर की कॉपी अभी तक हमारे पास नहीं आई है. चुनाव की जो मौजूदा प्रक्रिया चल रही है, वो जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट का ऑर्डर मिलने पर उसमें दिए गए निर्देश को देखेंगे. उसके बाद डीयू अपना जवाब दाखिल करेगा.
17 सितंबर को होगा नामांकनः दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव का नोटिफिकेशन जारी हो चुका है. तय तिथि के अनुसार, 17 सितंबर को नामांकन होना है. जबकि, 18 सितंबर नामांकन वापसी की तिथि है. इसके साथ ही 27 सितंबर को चुनाव के लिए मतदान होना है. दिल्ली विश्वविद्यालय के 47 कॉलेज और पांच विभागों में डीयू छात्र संघ का चुनाव होता है. इन सभी कॉलेज और विभागों के छात्र-छात्राएं डूसू चुनाव में मतदान करते हैं. अभी डीयू की बुधवार को जारी हुई तीसरी सीट आवंटन सूची की दाखिला प्रक्रिया पूरी होने के बाद छात्र संघ चुनाव की अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी.
बता दें, डूसू चुनाव में एक लाख से ज्यादा मतदाता रहते हैं. डूसू में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव के पदों के लिए चुनाव होता है. मौजूदा डूसू चुनाव के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अपने नौ संभावित प्रत्याशियों की सूची दो दिन पहले जारी की थी. यह सभी संभावित प्रत्याशी 17 सितंबर को नामांकन करेंगे. फिर नामांकन पत्रों की जांच के बाद 18 सितंबर को जिनके नामांकन कुछ कमी के कारण रद्द हो जाएंगे, उनको छोड़कर जो बचेंगे उनमें से एबीवीपी अपने केंद्रीय पैनल के चार प्रत्याशियों की घोषणा करेगा और बाकी प्रत्याशी नाम वापस लेंगे.
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