पीलीभीत: लोकसभा चुनाव 2024 की शुरुआत में ही बड़े-बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं. सबसे बड़ा बदलाव तो यूपी की पीलीभीत लोकसभा सीट पर देखने को मिला है. यहां भाजपा ने अपने सांसद वरुण गांधी का टिकट काटकर यूपी की योगी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद को दिया है. अब चर्चा इस बात की है कि वरुण को भाजपा रायबरेली सीट से उम्मीदवार बना सकती है.
कुर्मी बहुल पीलीभीत लोकसभा सीट का इतिहास बड़ा ही रोचक रहा है. यहां लंबे समय तक कुर्मी बिरादरी के प्रत्याशी का बोलबाला रहा और वही यहां से संसद भवन में प्रवेश करता रहा. लेकिन, 1989 में गांधी परिवार की छोटी बहू मेनका गांधी ने इस समीकरण को तोड़ा और यहां पर कमल खिलाया. इसके बाद पीलीभीत का सियासी माहौल बदलने लगा.
लोकसभा चुनाव 2024 में समाजवादी पार्टी ने कुर्मी बिरादरी के बरेली के भगवत सरन गंगवार को पीलीभीत से मैदान में उतारा है. ऐसा करके सपा मुस्लिम-कुर्मी मतों के सहारे कामयाबी हासिल करना चाहती है. लेकिन, बसपा ने यहां से मुस्लिम उम्मीदवार अनीस अहमद खां उर्फ फूल बाबू को उतारकर सपा का खेल बिगाड़ने का काम किया है.
जबकि, भाजपा ने गांधी परिवार के बेटे वरुण गांधी का टिकट काटकर कभी राहुल गांधी के करीबी रहे जितिन प्रसाद को टिकट दिया है. बता दें, पीलीभीत में कमल गांधी परिवार ने ही खिलाया है. माना जा रहा है कि इसी वजह से भाजपा ने जितिन प्रसाद को यहां से उतारा है. जबकि, वरुण गांधी को भाजपा सरकार के खिलाफ बोलने की सजा दी है.
पीलीभीत लोकसभा सीट में पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं. इनमें सदर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 60 से 70 हजार, बीसलपुर में 70 से 80 हजार, बरखेड़ा में लगभग 30 हजार कुर्मी मतदाता हैं. हालांकि, पूरनपुर में नाम मात्र के कुर्मी हैं. पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र में बरेली की बहेड़ी विधानसभा भी आती है. यहां लगभग 85 हजार कुर्मी मतदाता हैं. इसके अलावा पूरे लोकसभा क्षेत्र में 30 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं.