नई दिल्ली: चैत्र नवरात्र की शुरुआत हो चुकी है. इन दिनों माँ दुर्गा की उपासना करने वाले भक्त उपवास रखते हैं. वे सात्विक भोजन का सेवन करते हैं. लेकिन कई बार देखा गया है कि उपवास में खाए जाने वाले कुट्टू के आटे के सेवन से लोग बीमार हो जाते हैं. उनको अस्पताल में भर्ती कराना पड़ता है. इसको देखते हुए किस तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए ? साथ ही उपवास के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? इन सवालों को जवाब जानने के लिए 'ETV भारत' ने डाइटिशियन डॉ. रमिंदर देशमुख बातचीत की.
एक्सपाइरी देखना बेहद जरुरी
डाइटिशियन डॉ. रमिंदर देशमुख ने बताया कि ऐसा कई बार देखा गया है कि कुट्टू का आटा खाने से लोगों की तबियत ख़राब हो गई. यह ध्यान देने योग्य है कि कुट्टू का आटा खरीदने से पहले पैकेट पर लिखी एक्सपायरी डेट जरूर देखें. किसी भी हालत में लोकल आटा न खरीदें. उसी पैकेट को खरीदें जिस पर एक्सपायरी डेट, बैच नंबर, कहाँ बना है और उसको किस जगह पर स्टोर किया गया है, ये जानकारियां दर्ज हों. दरअसल कुट्टू का आटा बहुत जल्दी ख़राब होता है. इसके लिए उपरोक्त बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.
क्या है सही बचाव
डॉक्टर रमिंदर देशमुख ने बताया कि अगर किसी ने भूल से खराब कुट्टू के आटे का सेवन कर लिया है और इससे उनकी तबियत ख़राब हो रही है तो उसको तत्काल अस्पताल में भर्ती करना चाहिए. इस समय मरीज के शरीर में पानी का लेवल मेंटेन रहना बहुत जरूरी है. मरीज को छाछ, नारियल पानी, समक के चावल की खिचड़ी दें. साथ ही दही और केला भी फायदेमंद साबित हो सकते हैं.
उपवास में कितने अंतराल के बाद ले आहार
कई बार देखा गया है कि उपवास रखने के बावजूद लोग भर पेट भोजन करते हैं. जाने-अनजाने में तेल और घी का सेवन बढ़ जाता है. इससे भी लोगों में बीमारियां बढ़ जाती है. डॉ रविंदर ने बताया कि उपवास के दिनों में कम के कम 2-3 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए. पानी में कोई अन्य पेय पदार्थ शामिल नहीं हैं. इसके बाद आप अन्य पेय पदार्थ का सेवन कर सकते हैं. उपवास के दिन 2 से 3 लीटर पानी पीने से आप हाइड्रेट रहेंगे. साथ ही पानी शरीर में बनने वाले टॉक्सिक इंग्रेडिएंट्स को भी शरीर से बाहर निकालता है.
नमक का सेवन जरूरी
डॉ. ने बताया कि नमक के सेवन के बिना उपवास करना ठीक नहीं है. नमक के सेवन से बॉडी में आयोडीन की मात्रा मेंटेन रहती है. इसलिए उपवास के दौरान भी सेंधा नामक का सेवन जरूर करना चाहिए. मुख्य तौर पर गर्मियों में पसीने के साथ बॉडी से नमक निकल जाता है. इसलिए सही मात्रा में नमक का सेवन बहुत जरूरी है.
पूरा दिन भूखा बिल्कुल ना रहें
डॉक्टर कहते हैं कि उपवास रखने का मतलब पूरे दिन भूखा रहना नहीं है. उपवास को सफल बनाने के लिए आपका स्वस्थ रहना जरूरी है. उपवास के दौरान कुछ-कुछ अंतराल पर पोषक गुणों से भरपूर व्रत में खा सकने योग्य चीजों का सेवन करते रहें. जिससे कि गैस और एसिडिटी जैसी पेट संबंधी समस्याओं का सामना न करना पड़े. डॉ. रमिंदर ने बताया कि उपवास के दौरान शरीर में एनर्जी को बनाए रखने के लिए हर 2-3 घंटे में कुछ हेल्दी चीजें खानी चाहिए. इस बीच प्रोटीन, मिनरल्स और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए. इस दौरान पनीर, मखाना, मिल्क शेक और सेब का सेवन किया जा सकता है. इससे आपका ग्लूकोज लेवल भी सही बना रहेगा और उपवास के दौरान आप स्वस्थ और तरोताजा महसूस करेंगे.
उपवास में फैट्स की है अहम भूमिका
डॉ. देशमुख ने कहा कि उपवास में लोगों को फैट वाली चीजों का सेवन करना चाहिए. वे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी हैं. उपवास में लोगों को अपनी डाइट में मेवों को भी शामिल करना चाहिए. खास तौर से अखरोट का सेवन करना चाहिए. अगर आप रुखा खाना नहीं पसंद करते हैं तो इसको दूध या खीर के साथ खा सकते हैं. बादाम मिल्क और चीया शीड्स भी उपवास के दिन खाए जा सकते हैं. डाइट में कद्दू, खरबूज, तरबूज और सनफ्लॉवर सीड्स का सेवन करना चाहिए. ये दिमाग और जोड़ों के विकास के लिए अच्छे होते है.
किस तरह करें फलों का सेवन
उपवास के दिनों में ज्यादातर लोग फलाहार करते हैं. कई लोग फलों का जूस पीते हैं. डॉ. रमिंदर ने बताया कि उपवास में फलों के सेवन से बॉडी में एनर्जी लेवल तो बरकरार रहता ही है, साथ ही फाइबर भी मिलता है. फल का जूस पीने के बजाए फाइबर को भी साथ में खाया जाए. उपवास के दिनों में नमक का बिलकुल भी सेवन नहीं करने से लो ब्लड प्रेशर और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलित हो सकता है. उपवास के दिनों में सेंधा नमक का इस्तेमाल करना चाहिए. गर्भवती महिलाओं को व्रत नहीं रखना चाहिए.
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