नई दिल्ली: दिल्ली में वोटिंग में बस तीन दिन का वक्त रह गया है, सभी पार्टियों ने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है. दूसरी तरफ दिल्ली में कई ऐसी राजनीतिक घटनाएं हुईं हैं जिनका असर आने वाले समय में देखा जा सकता है. ऐसे में वोटर्स के मन में क्या है ये टटोलने की कोशिश की है ईटीवी भारत की टीम ने. सवाल था स्वाति मालीवाल मुद्दे का लेकिन वेस्ट दिल्ली के वोटर्स के लिए स्वाति मालीवाल नहीं बल्कि कुछ और मसले मायने रखते हैं.
इन्हीं सब सवालों के बीच अलग-अलग इलाके के लोगों की राय जानी गई, तो लोगों की राय भी अलग-अलग थी जहां कुछ लोग इस चुनाव को देश का चुनाव मानते हुए देश की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनी छवि और राम मंदिर के मुद्दे की बात करते दिखे वहीं कुछ लोगों ने ये माना कि स्वाति मालीवाल वाला मुद्दा भी इस चुनाव में कहीं ना कहीं असर दिखाएगा.
वहीं कुछ लोगों ने कहा कि ये बस चुनावी स्टंट है जो चुनाव के दौरान अक्सर अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों की ओर से किये जाते हैं. इस तरह के मुद्दे सामने लाए जाते हैं उठाए जाते हैं. वहीं कुछ लोगों ने अपनी राय बताई कि देश लगातार विकास कर रहा है राम मंदिर बनने से हिंदू धर्म के लोगों की भावना को एक उड़ान मिली लेकिन इस सबके बीच जो देश की अहम समस्या है बेरोजगारी और महंगाई उसकी वजह से चाहे आम लोग हो या फिर दुकानदार या व्यापार करने वाले सब परेशान है.
लोग सवाल उठाते हैं कि इस साल पेश बजट में वित्त मंत्री ने करोड़ों का बजट छोटे दुकानदारों और व्यापारियों के लिए घोषित किया था लेकिन अब तक लाभ उन तक नहीं पहुंच पा रहा है और छोटे-छोटे दुकानदारों व्यापारियों का जीना मुहाल हो गया है. इस बात को लेकर भी लोगों में नाराजगी है.
वेस्ट दिल्ली के युवाओं के दिल में क्या है?
वहीं महिला और युवा सरकार से सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर कब उन्हें रोजगार मिलेगा. युवाओं का सवाल ये है कि आखिर क्यों पढ़ाई के बाद उन्हें नौकरी नहीं मिल पा रही. अधिकतर लोग सरकारी नौकरी की बात करते हैं क्योंकि उसमें एक जॉब सिक्योरिटी होती है उसको लेकर लोग सरकार से सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर ऐसे ही बेरोजगारी बढ़ती रही तो लाखों युवा जो पढ़ाई कर रहे हैं उनका क्या होगा.
ये भी पढ़ें- दिल्ली और एनसीआर में Heat Wave का रेड अलर्ट, जानिए- कब होगी बारिश - Heat Wave Alert In Delhi