पिथौरागढ़: मौसम विभाग द्वारा बारिश और बर्फबारी को लेकर हाई अलर्ट घोषित किया गया है. पिछले दो दिनों से धारचूला और मुनस्यारी के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में लगातार बर्फबारी हो रही है, जिससे प्राकृतिक स्त्रोत और गाड़ गधेरे और नलों का पानी जम गया है. धारचूला के गुंजी, आदि कैलाश, कालापानी और ऊं पर्वत में लगातार बर्फबारी हो रही है.
बर्फबारी का लुत्फ उठा रहे सैलानी: गुंजी के वन संरपच लक्ष्मी गुंज्याल ने बताया कि लगातार बर्फबारी होने से एक फीट तक बर्फबारी हुई है. क्षेत्र में घुमने पहुंचे पर्यटकों द्वारा भी बर्फबारी का लुत्फ उठाया जा रहा है. वहीं, मुनस्यारी के खलिया टांप और पंचाचूली क्षेत्र में भी लगातार बर्फबारी से ठंड बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि कालामुनी और बलाती में एक से दो इंच, मिलम और बुगडियार में तीन से छह इंच, जबकि धारचूला के दारमा और व्यास घाटी में भारी बर्फबारी हुई है.
धारचूला, कनालीछीना और नैनीताल में हल्की बारिश: मंगलवार सुबह जिला मुख्यालय सहित मुनस्यारी, धारचूला, कनालीछीना और नैनीताल में हल्की बारिश हुई है. निचले इलाकों में बारिश और उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद तापमान गिरने से पूरे जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और शीतलहर का प्रकोप जारी है.
डीएम ने अधिकारियों को दिए निर्देश: व्यास घाटी में बर्फबारी के बाद यहां तैनात एसएसबी के जवान सीमा सुरक्षा में डटे हैं. 10,500 फुट ऊंचाई पर माइनस 19 डिग्री तापमान में भी सैनिकों का हौसला कम नहीं हुआ है. वहीं, डीएम विनोद गोस्वामी ने ठंड और बर्फबारी को देखते हुए इसके बचाव के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं.
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