नई दिल्ली: दिल्ली के विवेक विहार इलाके में बेबी केयर न्यू बोर्न अस्पताल में आग लगने के बाद रेस्क्यू की गई करीब दो महीने की बच्ची की शुक्रवार को इलाज के दौरान मौत हो गई. इसी के साथ इस घटना में मरने वाले शिशुओं की संख्या आठ हो गई है. बच्ची ने शुक्रवार को जीटीबी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. संक्रमण व सांस लेने में दिक्कत होने पर बच्ची को बेबी केयर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. विवेक विहार थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंप दिया है. पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर पता चलेगा कि बच्ची की मौत बीमारी से हुई या आग की वजह से.
सीमा अपने परिवार के साथ न्यू अशोक नगर में रहती हैं. दस अप्रैल को उन्होंने दो जुड़वा बेटियों को जन्म दिया था. एक बेटी को संक्रमण व सांस लेने में दिक्कत थी. उस बच्ची को पहले एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया, उसके बाद उसे बेबी केयर अस्पताल में रेफर कर दिया गया. 25 मई को हादसे के वक्त बच्ची अस्पताल में भर्ती थी. आग लगने पर दमकल व पुलिस द्वारा स्थानीय लोगों के साथ मिलकर 12 बच्चों को रेस्क्यू करवाया गया था, जिसमें सात ने उसी रात दम घुटने व झुलसने से मौत हो गई थी. पांच बच्चों को ईस्ट दिल्ली एडवासं एनआइसीयू में भर्ती करवाया गया था. वहां से 26 मई को सीमा की बेटी को जीटीबी अस्पताल में रेफर कर दिया गया था. जहां उसकी इलाज के दौरान अब मौत हो गई.
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बेबी केयर न्यूबॉर्न अस्पताल में आग लगने की घटना के बाद जांच में खुलासा हुआ था कि नर्सिंग होम का लाइसेंस 31 मार्च को ही खत्म हो गया था. इतना ही नहीं सेंटर के पास फायर एनओसी भी नहीं थी. इन साइड तथ्यों के सामने आने के बाद पुलिस ने अस्पताल के मालिक डॉक्टर नवीन खींची और रात को ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर आकाश के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद उन्हें अगले दिन कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश करके उनकी पुलिस हिरासत की मांग की गई थी. जहां कोर्ट ने उनको पुलिस हिरासत में भेज दिया था. पुलिस इस मामले की अभी जांच कर रही है.
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