बलियाः जिले के सुखपुरा में नवनिर्मित 50 बेड के अस्पताल के निरीक्षण करने पहुंचे उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दानिश अंसारी को देख स्वास्थ्य कर्मियों के हाथ पैर फूलने लगे. आनन फानन में स्वास्थ्य कर्मचारी हास्पिटल की व्यवस्था को सुधारने में लगे. वहीं, जैसे ही निरीक्षण की जानकारी ग्रामीणों की मिली तो सैकड़ों की संख्या में पहुंच गये. ग्रामीण मुख्य चिकित्सा अधिकारी विजयपति द्विवेदी और मंत्री दानिश अंसारी को घेर कर अस्पताल की दुर्व्यवस्था को गिनाने लगे.
ग्रामीणों ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुखपुरा में दवा और एंटी रेबीज के इंजेक्शन की कोई व्यवस्था नहीं है. यहां तैनात स्वास्थ्य कर्मी भी ड्यूटी पर नहीं मिलते हैं. ग्रामीणों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एंटी रेबीज इंजेक्शन के साथ-साथ ऑक्सीजन गैस सिलेंडर व मूलभूत सुविधा की मांग की. ग्रामीणों के विरोध को देख मुख्य चिकित्सा अधिकारी विजयपथ द्विवेदी और मंत्री दानिश अंसारी असहाय नजर आए.
मंत्री दानिश अंसारी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पैतृक गांव से सटे सुखपुरा में नवनिर्मित 50 बेड के अस्पताल का निरीक्षण करने के लिए पहुंचा था. इस अस्पताल से सटे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भी निरीक्षण किया. वहीं, ग्रामीणों ने दवा और कुत्ते के काटने वाली एंटी रेबीज सुई व स्वास्थ्य कर्मचारियों की ड्यूटी पर न रहने की शिकायत मिली थी. जिसको मुख्यचिकित्साधिकारी को तुरंत निर्देशित किया गया कि समय से सूचीबद्ध तरीके से डॉक्टर की यहां तैनाती की जाए. यहां दवा व इंजेक्शन की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. वहीं, ग्रामीणों ने दबे हुए जुबान से कहा कि अब समय ही बताया कि मंत्री का निरीक्षण रंग लाता है या व्यवस्थाएं जस की तरफ बनी रहती है.
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