बागेश्वर: देवीकुंड में बने मंदिर को लेकर वाछम के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर मंदिर को नहीं तोड़े जाने की मांग की. उन्होंने कहा कि मंदिर को किसी भी बाहरी व्यक्ति के द्वारा नहीं बनवाया और ना ही मंदिर नया बनाया गया है. मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है. मंदिर बनाने के लिए वाछम, बदियाकोट, सोराग, खाती आदि ग्रामीणों ने मिलकर मंदिर का जीर्णोद्धार किया है. जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, वो बस राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मंदिर को किसी भी हाल में तोड़ा ना जाए. अगर मंदिर को नुकसान पहुंचाया गया तो ग्रामीण 22 जुलाई से आमरण अनशन करने को बाध्य होंगे.
उन्होंने कहा कि मंदिर को लेकर जगह-जगह गलत बातें बोली जा रही है. उन्होंने कहा कि मंदिर के नव निर्माण के वक्त वहा स्वास्तिक भी दिखा है, जिसको लेकर जिला प्रशासन को वहां का विकास करना चाहिए. जिस तरह ॐ पर्वत का नाम आज विश्व स्तर पर है वैसे ही स्वास्तिक पर्वत को भी आगे बढ़ाने का काम किया जाए.
वहीं जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने बताया कि आज वाछम के ग्रामीण मिलने आए थे. उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने बताया कि देवीकुंड उनकी आस्था का स्थान है. पौराणिक काल से यहां मंदिर है जिसकी वो पूर्वजों के वक्त से पूजा करते आए है. उसको किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचाई जाए. उन्हें बताया गया है कि जो भी नया छत का स्ट्रेचर है, जो लीगल रूप से नहीं बना है उसको हटाया जाएगा. साथ ही वहां की आस्था का भी ध्यान रखा जाएगा. आगे उस क्षेत्र के विकास के लिए जो भी नियम बनेंगे, उसके अनुसार कार्य किया जाएगा. जिससे ग्रामीण भी सहमत है.