मंडी: लोकसभा चुनाव 2024 में मंडी सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने बीजेपी प्रत्याशी कंगना रनौत पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कंगना रनौत देवभूमि में ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रही है, जिसे मायानगरी मुंबई की भाषा में टपोरी कहा जाता है. यह विक्रमादित्य ने कंगना द्वारा उन्हें और राहुल गांधी के लिए किए गए शहजादे शब्द को लेकर पूछे गए सवाल के जबाव में दी है.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा, "कंगना क्या बोलती है, उससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. लेकिन कंगना एक ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रही है, जिसे मुंबई में टपोरी कहा जाता है. ऐसी शब्दावली के लिए वे कंगना को सिर्फ नमस्कार ही करना चाहते हैं. मैं कंगना से खुले मंच पर बहस करना चाहता हूं".
विक्रमादित्य सिंह ने कंगना को मंडी शहर के ऐतिहासिक सेरी मंच पर खुली बहस की चुनौती दी. उन्होंने कहा कि कंगना अपना विजन स्पष्ट करे और मंडी के सेरी मंच पर मीडिया और बुद्धिजीवि वर्ग के समक्ष आकर मुझसे बहस और देश व प्रदेश के इतिहास पर खुली बहस करे. कंगना जिस भी क्षेत्र में जा रही हैं, वहां परिधानों को इस तरह से बदल रही हैं, जैसे मानों कि कोई फिल्म की शूटिंग चल रही हो. कंगना को यहां की संस्कृति और सभ्यता की कोई जानकारी नहीं है. वह क्या कर रही हैं, इसका जबाव उन्हें प्रदेश की प्रबुद्ध जनता देगी.
वहीं, विक्रमादित्य सिंह ने आएसएस से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है. उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से इस बात को लेकर स्पष्टीकरण मांगा कि क्या आरएसएस भाजपा प्रत्याशी का समर्थन कर रही है या नहीं? उन्होंने कहा बीते दिनों में कंगना ने खानपान को लेकर जो बातें कही थी, आज उन पर आरएसएस का स्पष्टीकरण आना जरूरी है. क्योंकि कंगना हिंदुत्व का झंडा लेकर चल रही हैं.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा उन्हें कंगना के खानपान को लेकर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन आरएसएस विश्व व्यापी प्रतिष्ठित संगठन है और भाजपा उन्हीं का एक हिस्सा है. ऐसे में आरएसएस को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या आरएसएस ऐसे प्रत्याशी का समर्थन कर रही है या नहीं? हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आरएसएस का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन भाजपा उन्हीं की विचारधारा से निकली हुई पार्टी है.
ये भी बढ़ें: कंगना पर विक्रमादित्य का कटाक्ष, 'इम्पोर्टेड चीजें एक्सपायर हो जाती हैं, इसलिए वोकल फॉर लोकल'