शिमला: कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह इन दिनों दिल्ली दौरे पर गए हैं. नई दिल्ली में विक्रमादित्य सिंह ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की है. इस दौरान उन्होंने सबसे पहले केंद्रीय मंत्री का 350 करोड़ रुपये की राशि को केंद्रीय सड़क अवसंरचना निधि (सीआरआईएफ) के तहत स्वीकृत करने के लिए आभार व्यक्त किया. यह राशि राज्य में सड़क संपर्क को सुधारने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
विक्रमादित्य सिंह ने केंद्रीय मंत्री की ओर से पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के माध्यम से रोपवे परियोजनाओं को वन मंजूरी से छूट देने के लिए भी धन्यवाद दिया है. लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने गडकरी से घठासनी-शिलाह-बधानी-भुभुजोत-कुल्लू के बीच वैकल्पिक सड़क निर्माण और भुभुजोत में एक सुरंग के निर्माण का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि यह परियोजना पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण है. इसका सामरिक महत्व भी है. इससे कुल्लू जिले का भ्रमण करने वाले पर्यटकों को बड़ी सुविधा मिल पाएगी.
विक्रमादित्य सिंह ने केन्द्रीय मंत्री से भारत सेतु योजना के तहत 125.57 करोड़ रुपये की लागत से कांगड़ा और हमीरपुर जिलों को जोड़ने वाले ब्यास नदी पर बसंतिपत्तन और खेरी के बीच एक डबल लेन पुल के निर्माण को प्राथमिकता के आधार पर मंजूरी देने का भी आग्रह किया. उन्होंने कहा कि इस विषय को मुख्यमंत्री ने भी अपनी पिछली बैठक में केंद्रीय मंत्री के समक्ष उठाया था. इसके साथ ही, उन्होंने मंडी जिले में पंडोह-शिवा रोड पर ब्यास नदी पर 19.09 करोड़ की लागत से 110 मीटर लंबे सिंगल लेन मोटरेबल पुल के निर्माण का अनुरोध किया. कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने राज्य को हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है.