देहरादून/मसूरी: देशभर में विजयादशी धूम धाम से मनाई जा रही है. विजयादशी असत्य पर सत्य की जीत का पावन पर्व है. विजयदशमी के शुभ अवसर पर देश के अलग अलग हिस्सों में रावण का दहन किया गया. इसी क्रम में देवभूमि उत्तराखंड में भी दशहरे की धूम देखने को मिली. प्रदेश के पहाड़ी, मैदानी इलाकों में भव्य दशहरा मेलों का आयोजन किया गया. राजधानी देहरादून के साथ ही मसूरी, ऋषिकेश, हरिद्वार, लक्सर, पौड़ी, श्रीनगर, हल्द्नानी, अल्मोड़ा में रावण दहन किया गया. इसके साथ ही दशहरा मेलों का भी लोगों ने जमकर लुत्फ उठाया.
देहरादून में 65 फीट के रावण का दहन: राजधानी देहरादून के परेड ग्राउंड में विजयदशमी के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. परेड ग्राउंड में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले को विजयदशमी के मौके पर बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में जलाया गया. रावण, कुंभकरण और मेघनाथ का पुतला दहन करने से पहले लंका को भी जलाया गया. इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शामिल हुए. बन्नू बिरादरी दशहरा कमेटी की ओर से परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 24 स्क्वायर फीट लंका का दहन किया. इसके साथ ही 65 फीट ऊंचा रावण का पुतला, 60 फीट ऊंचा कुंभकर्ण का पुतला और 55 फीट ऊंचा मेघनाद का पुतला का पुतला दहन किया गया. कार्यक्रम के मद्देनजर परेड ग्राउंड के चारों तरफ सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से पुख्ता इंतजाम किये गये.
मसूरी में कैबिनेट मंत्री ने किया शुभारंभ: पहाड़ों की रानी मसूरी में भी दशहरा बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया. सनातन धर्म मंदिर समिति मसूरी के नेतृत्व में अनुष्ठान के तहत देवी-देवताओं की पोशाक पहने कलाकारों की लगभग एक दर्जन झांकियां सड़कों पर उतरीं जो सभी के लिये आक्रर्णण का केन्द्र रही. कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी मसूरी के सनातन धर्म मंदिर पहुंचे. भगवान श्री राम की पूजा अर्चना की व देश और प्रदेश की उन्नति की कामना की. मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के द्वारा मसूरी के सिलर्वटन ग्राउंड पार्किंग पर आयोजित दशहरे मेले का उन्होंने शुभारंभ किया. इस मौके पर विभिन्न प्रकार के स्टॉल लगाए गए. छोटे-छोटे बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया.
लक्सर में 40 फीट रावण का पुतला दहन: लक्सर सनातन धर्म सभा रामलीला कमेटी ने दशहरे महापर्व का क्या भव्य आयोजन किया. शाम सात बजे रावण दहन किया गया. रावण दहन देखने के लिए लक्सर तहसील क्षेत्र के आसपास के गांवों के लोग काफी संख्या में पहुंचे. रावण पुतला दहन के बाद मेले का आयोजन किया गया. जिसमें लोग बढ़ चढ़कर खरीदारी की. मेले की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन ने पुख्ता इंतजामात किये. रावण दहन के समय कोई अप्रिय घटना घटित ना हो उसके लिए फायर ब्रिगेड का भी इंतजाम किया गया था.
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