अयोध्या: राम मंदिर निर्माण के संकल्प को पूरा करने के लिए महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों से लोग अयोध्या पहुंचे. वारकरी समुदाय के तीन हजार लोगों ने ज्ञानेश्वरी का पारायण किया. इसके पूर्व राम मंदिर में रामलला का दर्शन पूजन किया और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा बनाये गए तीर्थ क्षेत्र पुरम में 5 दिवसीय अनुष्ठान प्रारम्भ हुआ.
राष्ट्रीय भगवत धर्म परिषद मध्य प्रदेश के अध्यक्ष और कार्यक्रम के संयोजक नारायण महाराज शिंदे ने बताया, कि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के साथ ही अन्य प्रदेश से बड़ी संख्या में वारकरी समाज के लोग अयोध्या पहुंचे हैं. हम सभी का एक ही उद्देश्य है, जो हमारे पूर्वज माधव जी महाराज ने 1992 में सर्व देव अनुष्ठान के समय संकल्प कराया था,कि जब रामलला नए मंदिर में विराजमान हो जाएंगे,तो अयोध्या आकर संत ज्ञानेश्वर महाराज के पारायण का आयोजन करेंगे.
नारायण महाराज शिंदे ने कहा, कि आज बड़े ही खुशी की बात है कि 22 जनवरी को रामलला अपने गर्भगृह में विराजमान हो गए हैं. इसलिए आज हम सभी उस संकल्प की पूर्ण आहुति के रूप में ज्ञानेश्वरी ग्रंथ का पाठ कर रहे हैं. उन्होंने बताया, कि यह पांच दिवसीय आयोजन सुबह 5:00 बजे से शुरु होगा. जिसमें सबसे पहले भगवान को काकडा भजन के माध्यम से भगवान को जगाने की परंपरा की जाएगी. उसके बाद विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ और फिर ज्ञानेश्वरी ग्रंथ का पाठ उसके बाद 3:00 बजे से 5:00 बजे तक गीता और ज्ञानेश्वरी ग्रंथ पर प्रवचन विद्वानों के द्वारा किया जाएगा. शाम को भजन और हरि कीर्तन का भी आयोजन किया जाएगा.
कार्यक्रम के संयोजक श्री पंथ जोशी वासुदेव महाराज टापरे, सहसंयोजक में सुदर्शन शेंडे, प्रशांत तितरे, श्रीकांत नानोटी, धनंजय महाराज वासाडे, सुधाकर महाराज बंजार, ज्ञानेश्वर टाटरे, गोविंद शेंडे, अजय निलदावार, विजय किंकर, अनिल महाराज टायवाड़े, तेजराम कांजरेकर, जितेंद्र पराये सहित अन्य लोग मौजूद रहे.