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वाराणसी नगर निगम में 1955 से 2020 तक दर्ज जन्म-मृत्यु का ब्यौरा होगा ऑनलाइन - Digitization of certificates - DIGITIZATION OF CERTIFICATES

वाराणसी नगर निगम ने जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्रों का ब्यौरा समेत कई रजिस्टरों की जानकारियों को डिजिटल (Digitization of Certificates) करने का निर्णय लिया है. नगर निगम का दावा है कि इससे लोगों के साथ ही स्टाॅफ को भी काफी सहूलियत मिलेगी.

वाराणसी नगर निगम में दर्ज जन्म-मृत्यु का ब्यौरा होगा डिजिटल.
वाराणसी नगर निगम में दर्ज जन्म-मृत्यु का ब्यौरा होगा डिजिटल. (Photo Credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 29, 2024, 5:46 PM IST

Updated : Aug 29, 2024, 5:57 PM IST

डिजिटल होगा वाराणसी नगर निगम के रजिस्टरों के गट्ठरों का ब्यौरा. (Video Credit : ETV Bharat)

वाराणसी : नन्हे मुन्ने बच्चों के स्कूल में एडमिशन से लेकर बाकी किसी भी प्रक्रिया के लिए बर्थ सर्टिफिकेट का होना बेहद आवश्यक है. आधार कार्ड बनवाने में बर्थ सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ती है. प्रॉपर्टी में नाम ट्रांसफर कराने, प्रॉपर्टी डिस्प्यूट या अन्य कई मामलों में मृत्यु प्रमाण पत्र अहम दस्तावेज है. डिजिटल युग में अब वाराणसी नगर निगम ने भी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्रों का ब्यौरा डिजिटल करने का निर्णय किया है. अभी यह दस्तावेज बड़े-बड़े गट्ठरों के रूप में मौजूद हैं.

नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि वाराणसी नगर निगम में लगभग 2500 रजिस्टर हैं. इनमें लगभग ढाई लाख से तीन लाख के जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्रों का ब्यौरा है. ऐसे सभी दस्तावेजों को अब डिजिटल किया जाएगा. 1955 से वर्ष 2020 तक के जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्रों को सीएसआर फंड की मदद से डिजिटल करने का काम शुरू कर दिया है. इसके लिए एक एजेंसी को काम दिया गया है. रजिस्टर को स्कैन करने की प्रक्रिया सुबह 10 से शाम 6 बजे तक चलती है. एक दिन में 10 से 12 रजिस्टरों को स्कैन किया जा रहा है.

संदीप श्रीवास्तव के अनुसार यह प्रक्रिया दो महीने में पूरी हो जाएगी. उम्मीद है कि दीपावली तक इसे पूरा करके नगर निगम की वेबसाइट पर अपलोड भी किया जाएगा. इसके बाद लोग जन्म-मृत्यु का ब्यौरा ऑनलाइन देख सकेंगे. सारी जानकारी एक क्लिक पर सामने होगी. इसके अलावा नया प्रमाण पत्र जारी करना भी आसान हो जाएगा.

यह भी पढ़ें : बनारस में प्लास्टिक को लेकर नगर निगम ने शुरू किया ये अनूठा अभियान - plastic use in banaras

यह भी पढ़ें : WATCH: ईटीवी भारत के रियालटी चेक में खुली बनारस के विकास के दावों की पोल, लोगों ने बताई ऐसी सच्चाई - Reality check of Varanasi

डिजिटल होगा वाराणसी नगर निगम के रजिस्टरों के गट्ठरों का ब्यौरा. (Video Credit : ETV Bharat)

वाराणसी : नन्हे मुन्ने बच्चों के स्कूल में एडमिशन से लेकर बाकी किसी भी प्रक्रिया के लिए बर्थ सर्टिफिकेट का होना बेहद आवश्यक है. आधार कार्ड बनवाने में बर्थ सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ती है. प्रॉपर्टी में नाम ट्रांसफर कराने, प्रॉपर्टी डिस्प्यूट या अन्य कई मामलों में मृत्यु प्रमाण पत्र अहम दस्तावेज है. डिजिटल युग में अब वाराणसी नगर निगम ने भी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्रों का ब्यौरा डिजिटल करने का निर्णय किया है. अभी यह दस्तावेज बड़े-बड़े गट्ठरों के रूप में मौजूद हैं.

नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि वाराणसी नगर निगम में लगभग 2500 रजिस्टर हैं. इनमें लगभग ढाई लाख से तीन लाख के जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्रों का ब्यौरा है. ऐसे सभी दस्तावेजों को अब डिजिटल किया जाएगा. 1955 से वर्ष 2020 तक के जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्रों को सीएसआर फंड की मदद से डिजिटल करने का काम शुरू कर दिया है. इसके लिए एक एजेंसी को काम दिया गया है. रजिस्टर को स्कैन करने की प्रक्रिया सुबह 10 से शाम 6 बजे तक चलती है. एक दिन में 10 से 12 रजिस्टरों को स्कैन किया जा रहा है.

संदीप श्रीवास्तव के अनुसार यह प्रक्रिया दो महीने में पूरी हो जाएगी. उम्मीद है कि दीपावली तक इसे पूरा करके नगर निगम की वेबसाइट पर अपलोड भी किया जाएगा. इसके बाद लोग जन्म-मृत्यु का ब्यौरा ऑनलाइन देख सकेंगे. सारी जानकारी एक क्लिक पर सामने होगी. इसके अलावा नया प्रमाण पत्र जारी करना भी आसान हो जाएगा.

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Last Updated : Aug 29, 2024, 5:57 PM IST
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