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रेलवे पार्सल की रियल टाइम लोकेशन पता लगाना हुआ आसान, वाराणसी मंडल में पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम लागू

Tracking of Railway Parcels : अभी तक वाराणसी मंडल रेलवे के पास मैनुअल सिस्टम ही था.

वाराणसी मंडल में पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम लागू.
वाराणसी मंडल में पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम लागू. (Photo Credit : ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 11, 2024, 11:26 AM IST

वाराणसी : अगर आप रेलवे के माध्यम से अपने पार्सल भेजते हैं तो आपको मैनुअल रसीद मिलती रही होगी. वाराणसी मंडल द्वारा अभी तक अपने ग्राहकों को इसी तरीके से रसीद दी जाती रही है. इससे पार्सल भेजने वाले ग्राहकों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता था. पार्सल की स्थिति जानने से लेकर पार्सल की रियल टाइम लोकेशन का पता लगाना मुश्किल होता था. ऐसे में अब ये समस्या खत्म होने जा रही है. विभाग अब पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम शुरू करने जा रहा है.

वाराणसी मंडल में पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम लागू. (Video Credit : ETV Bharat)


वर्तमान में ऐसी बहुत सी निजी कंपनियां हैं जो पार्सल भेजने और रिसीव करने का काम कर रही हैं. हालांकि उनका दाम काफी अधिक रहता है. ऐसे में भारतीय डाक और भारतीय रेलवे लोगों के पास सस्ता और अच्छा माध्यम होता है. भारतीय डाक के पास अपना ट्रैकिंग सिस्टम है, लेकिन वाराणसी मंडल रेलवे के पास मैनुअल सिस्टम ही था. इससे लोगों को समस्या काफी होती थी. पार्सल कहां पहुंचा है, उसकी रियल टाइम लोकेशन क्या है ये जानने का कोई ऑप्शन नहीं था. ऐसे में कई बार पार्सल लोकेशन से आगे भी निकल जाता है.

वाराणसी मंडल में पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम.
वाराणसी मंडल में पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम. (Photo Credit : ETV Bharat)


लागू किया गया पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम

स्टेशन डायरेक्टर अर्पित गुप्ता ने बताया कि वाराणसी में हमारा एक सिटी बुकिंग ऑफिस था. वहां पर काफी समय से मैनुअल पार्सल बुक किया जाता था. उसकी रसीद भी दी जाती थी. अभी हमने वहां पर PMS यानी पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया है. यह एक कंप्यूटराइज्ड सिस्टम है. जब भी आप कोई पार्सल बुक करेंगे तो उसका एक कोड जेनरेट होगा. साथ ही कंप्यूटर के माध्यम से एक रसीद निकलेगी. इसके अलावा मैसेज के माध्यम से मोबाइल पर अपडेट भी मिलेंगे. साथ ही साथ पार्सल की बुकिंग को वेबसाइट पर ट्रैक भी कर सकेंगे.


पता कर सकेंगे पार्सल की लाइव लोकेशन

स्टेशन डायरेक्टर अर्पित गुप्ता के अनुसार इस तकनीक का प्रयोग करने से पारदर्शिता भी आएगी और हमारे ग्राहकों को सुविधा भी मिलेगी. मैनुअली पार्सल बुकिंग में सबसे बड़ी समस्या ये आती थी कि जब भी हम कोई रसीद काटते थे तो उसको ट्रैक करना मुश्किल होता था. कई बार हमारा पार्सल ओवर कैरी हो जाता था. किसी कारणवश वह उतर नहीं पाता था. अब हमारे ग्राहक अपने पार्सल को ट्रैक कर पाएंगे तो उनको यह पता रहेगा कि उनका पार्सल कहां पर है. जब वे ट्रैक करते रहेंगे तो भी पार्सल की डिलीवरी सही समय पर हो सकेगी.



व्यापारियों एवं यात्रियों के लिए हेल्पलाइन

भारतीय रेलवे के पास यात्रियों को जानकारी देने और किसी तकनीकी मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर 139 है. इसकी मदद से यात्रियों के साथ ही व्यापारियों को भी मदद मिलती है. व्यापारियों को पार्सल बुकिंग के साथ ही माल भाड़े से संबंधित जानकारी मिल जाती है. इसकी मदद से व्यापारी अपना पार्सल भेजने के बाद जानकारी ले सकते हैं. इसके साथ ही यात्रियों के लिए भी यह हेल्पलाइन नंबर काम आता है. इसकी मदद से ट्रेनों की लाइव स्थिति के साथ ही मेडिकल हेल्प, सुरक्षा संबंधी मदद मिल जाती है.


यह भी पढ़ें : टिकट का अवैध कारोबार करने वाला रेलकर्मी गिरफ्तार, अपने पद की धौंस दिखाकर बनवाता था तत्काल टिकट

यह भी पढ़ें : railway parcel service closed : गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा को ध्यान में रखकर बंद रहेगी पार्सल सेवा

वाराणसी : अगर आप रेलवे के माध्यम से अपने पार्सल भेजते हैं तो आपको मैनुअल रसीद मिलती रही होगी. वाराणसी मंडल द्वारा अभी तक अपने ग्राहकों को इसी तरीके से रसीद दी जाती रही है. इससे पार्सल भेजने वाले ग्राहकों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता था. पार्सल की स्थिति जानने से लेकर पार्सल की रियल टाइम लोकेशन का पता लगाना मुश्किल होता था. ऐसे में अब ये समस्या खत्म होने जा रही है. विभाग अब पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम शुरू करने जा रहा है.

वाराणसी मंडल में पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम लागू. (Video Credit : ETV Bharat)


वर्तमान में ऐसी बहुत सी निजी कंपनियां हैं जो पार्सल भेजने और रिसीव करने का काम कर रही हैं. हालांकि उनका दाम काफी अधिक रहता है. ऐसे में भारतीय डाक और भारतीय रेलवे लोगों के पास सस्ता और अच्छा माध्यम होता है. भारतीय डाक के पास अपना ट्रैकिंग सिस्टम है, लेकिन वाराणसी मंडल रेलवे के पास मैनुअल सिस्टम ही था. इससे लोगों को समस्या काफी होती थी. पार्सल कहां पहुंचा है, उसकी रियल टाइम लोकेशन क्या है ये जानने का कोई ऑप्शन नहीं था. ऐसे में कई बार पार्सल लोकेशन से आगे भी निकल जाता है.

वाराणसी मंडल में पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम.
वाराणसी मंडल में पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम. (Photo Credit : ETV Bharat)


लागू किया गया पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम

स्टेशन डायरेक्टर अर्पित गुप्ता ने बताया कि वाराणसी में हमारा एक सिटी बुकिंग ऑफिस था. वहां पर काफी समय से मैनुअल पार्सल बुक किया जाता था. उसकी रसीद भी दी जाती थी. अभी हमने वहां पर PMS यानी पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया है. यह एक कंप्यूटराइज्ड सिस्टम है. जब भी आप कोई पार्सल बुक करेंगे तो उसका एक कोड जेनरेट होगा. साथ ही कंप्यूटर के माध्यम से एक रसीद निकलेगी. इसके अलावा मैसेज के माध्यम से मोबाइल पर अपडेट भी मिलेंगे. साथ ही साथ पार्सल की बुकिंग को वेबसाइट पर ट्रैक भी कर सकेंगे.


पता कर सकेंगे पार्सल की लाइव लोकेशन

स्टेशन डायरेक्टर अर्पित गुप्ता के अनुसार इस तकनीक का प्रयोग करने से पारदर्शिता भी आएगी और हमारे ग्राहकों को सुविधा भी मिलेगी. मैनुअली पार्सल बुकिंग में सबसे बड़ी समस्या ये आती थी कि जब भी हम कोई रसीद काटते थे तो उसको ट्रैक करना मुश्किल होता था. कई बार हमारा पार्सल ओवर कैरी हो जाता था. किसी कारणवश वह उतर नहीं पाता था. अब हमारे ग्राहक अपने पार्सल को ट्रैक कर पाएंगे तो उनको यह पता रहेगा कि उनका पार्सल कहां पर है. जब वे ट्रैक करते रहेंगे तो भी पार्सल की डिलीवरी सही समय पर हो सकेगी.



व्यापारियों एवं यात्रियों के लिए हेल्पलाइन

भारतीय रेलवे के पास यात्रियों को जानकारी देने और किसी तकनीकी मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर 139 है. इसकी मदद से यात्रियों के साथ ही व्यापारियों को भी मदद मिलती है. व्यापारियों को पार्सल बुकिंग के साथ ही माल भाड़े से संबंधित जानकारी मिल जाती है. इसकी मदद से व्यापारी अपना पार्सल भेजने के बाद जानकारी ले सकते हैं. इसके साथ ही यात्रियों के लिए भी यह हेल्पलाइन नंबर काम आता है. इसकी मदद से ट्रेनों की लाइव स्थिति के साथ ही मेडिकल हेल्प, सुरक्षा संबंधी मदद मिल जाती है.


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