नई दिल्ली: भारतीय रेलवे, चेयर कार के बाद अब स्लीपर वंदे भारत ट्रेन चलाने की तैयारी कर रहा है. इसको लेकर एक जोड़ी वंदे भारत स्लीपर ट्रेन बनकर तैयार हो गई है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव इस ट्रेन का निरीक्षण भी कर चुके हैं. पहले वंदे भारत स्लीपर ट्रेन दिल्ली से पटना के बीच अगले तीन महीने में चलाई जाने की तैयारी है. इससे पहले परीक्षण के लिए इस ट्रेन को चलाया जाएगा.
सेमी हाई स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस देश के विभिन्न राज्यों के बीच चल रही हैं, लेकिन सभी वंदे भारत में चेयर कार लगे हैं. भारतीय रेलवे अब वंदे भारत ट्रेन में स्लीपर कुछ लगाने जा रहा है. स्लीपर कोच की वंदे भारत ट्रेन लंबे रूट पर चलाई जाएंगी. स्लीपर कोच वाली पहली वंदे भारत ट्रेन दिल्ली और पटना के बीच चलाई जाने की तैयारी है. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन 160 किलोमीटर प्रतिघंटे के रफ्तार से डिजाइन की गई है. इससे ट्रेन 8 घंटे में दिल्ली से पटना पहुंच जाएगी.
रात के समय चलेगी ट्रेनः रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि मिडिल क्लास लोगों की सुविधा के लिए स्लीपर कोच वाली वंदे भारत ट्रेन लाई जा रही है. इन ट्रेनों को 800 से 1200 किलोमीटर की दूरी तक चलाया जाएगा. इन ट्रेनों का संचालन रात के समय किया जाएगा, जिससे लोग सोते हुए सफर कर सकें. दिसंबर तक वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का संचालन शुरू हो जाएगा. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में कुल 16 कोच रहेंगे. चेयर कर वाली बंदे भारत ट्रेन से इस ट्रेन में सीटों की संख्या अधिक होगी. चेयर कार की 8 कोच वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में 530 सीटें हैं. जबकि स्लीपर वाली वंदे भारत ट्रेन में 16 कोच है जिनमें कुल 823 सीटें हैं.
स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस की विशेषताएं:
- वंदे भारत स्लीपर ट्रेन 160 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलेगी. इसमें 16 कोच होंगे, जिनमें 11 एसी थ्री-टियर, 4 एसी टू-टियर और एक एसी प्रथम श्रेणी शामिल हैं, जो कुल 823 यात्रियों के लिए बर्थ उपलब्ध रहेंगे.
- यात्रियों की सुरक्षा के लिए ट्रेन सेट में दुर्घटना-रोधी प्रणाली लगाई गई है.
- इस ट्रेन में USB चार्जिंग प्रावधान के साथ रीडिंग लाइट, सार्वजनिक घोषणा और विजुअल इंफऑरमेशन प्रणाली, इनसाइड डिस्पले पैनल और सिक्योरिटी कैमरे और मॉड्यूलर पैंट्री की सुविधा.
- फर्स्ट एसी डिब्बे में यात्रियों के लिए गर्म पानी के शॉवर की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है. ट्रेन में 51 एर्गोनॉमिक रूप से डिज़ाइन किए गए शौचालय हैं.
- इस ट्रेन में ऑस्टेनिटिक स्टेनलेस स्टील ट्रेनसेट, यात्रियों की सुरक्षा के लिए दुर्घटना-रोधी लगाया गया है.
- इसमें लोको पायलट के लिए अलग से टॉयलेट की सुविधा होगी.
- अंतिम दीवार पर दूर से संचालित अग्नि अवरोधक दरवाजे.
- एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन की गई गंध रहित शौचालय प्रणाली.
- ब्लैक बॉक्स से सुसज्जित जो वास्तविक समय डेटा कैप्चर करता है, निरंतर प्रदर्शन विश्लेषण के माध्यम से सुरक्षा को बढ़ाता है.
- इस ट्रेन में यात्रियों के लिए ताजा भोजन उपलब्ध करया जाएगा. साथ ही खाने के लिए डायनिंग टेबल भी है, जो आरामदायक होगा.
- यात्रियों को सामान रखने के लिए बड़ा लगेज रूम की सुविधा होगी. ट्रेन में प्रत्येक ड्राइविंग ट्रेलर कोच (डीटीसी) में सामान रखने के लिए पर्याप्त जगह होगी.
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