नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग (DCW) की चेयरपर्सन रहीं स्वाति मालीवाल के राज्यसभा सदस्य चुने जाने बाद से इस पद पर अभी किसी की नियुक्ति नहीं की जा सकी है. बिभव कुमार प्रकरण के बाद से डीसीडब्लू की नई चेयरपर्सन नियुक्ति का मामला खटाई में पड़ा है. आयोग की तीन सदस्यों में शामिल वंदना सिंह ने अपनी दो साथी सदस्यों फिरदोस और किरण नेगी को पत्र लिखकर उन पर आम आदमी पार्टी (AAP) प्रवक्ता के रूप में कार्य करने का गंभीर आरोप लगाया है.
वंदना ने अपने पत्र में डीसीडब्ल्यू की पूर्व चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल को लेकर गलत सूचना और राजनीतिक झूठ फैलाने के गंभीर आरोप भी दोनों मेंबर्स पर लगाए हैं. उन्होंने इस बात पर बल दिया कि मालीवाल के नेतृत्व में आयोग ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की थी. करीब 1.7 लाख से अधिक शिकायतों का निपटारा किया गया. आयोग को 181 महिला हेल्पलाइन के जरिए 41 लाख से अधिक कॉल प्राप्त हुईं थी.
दिल्ली महिला आयोग में काम करने वाले सैकड़ों कर्मचारियों को महीनों से सैलरी ना मिल पाने से उनके घर के चूल्हे नहीं जल रहे।
— Vandana Singh (@VandanaSsingh) July 3, 2024
ये वक्त उन परिवारों के साथ खड़ा होने का है, सच के साथ खड़ा होने का है। आज DCW की मेरी दो साथियों ने उन परिवारों का साथ ना देकर, AAP पार्टी की राजनीति को ऊपर… pic.twitter.com/DUxNjq8H9q
वहीं, हजारों रेस्क्यू ऑपरेशन, अदालत की सुनवाई और परामर्श सत्र आयोजित किए गए. मालीवाल के भरसक और निष्पक्ष प्रयासों के कार्यकाल के बावजूद आयोग को अब दिल्ली सरकार से महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. इसमें नेतृत्व रिक्तियों, रोकी गई धनराशि और 181 महिला हेल्पलाइन का निलंबन शामिल है.
सिंह ने पिछले छह माह से 700 से अधिक काउंसलर्स, वकीलों और स्टाफ सदस्यों को वेतन नहीं मिलने पर चिंता जताई है और उनका मुद्दा उठाया है. इस ग्रुप में बलात्कार, एसिड हमलों और कैंसर से बचे लोग प्रमुख रूप से शामिल हैं, जिन्होंने बिना वेतन के लगातार काम करना जारी रखा हैं. उन्होंने उनके समर्पण और साहस की सराहना की. साथ ही उन दयनीय परिस्थितियों के बारे में चिंता व्यक्त की जिनके तहत उन्हें काम करने के लिए मजबूर होना पड़ता है.
वंदना ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर भी एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, ''दिल्ली महिला आयोग में काम करने वाले सैकड़ों कर्मचारियों को महीनों से सैलरी ना मिल पाने से उनके घर के चूल्हे नहीं जल रहे. यह वक्त उन परिवारों के साथ खड़े होने का है, सच के साथ खड़ा होने का है. आज DCW की मेरी दो साथियों ने उन परिवारों का साथ ना देकर AAP पार्टी की राजनीति को ऊपर रखा है. अपने कार्यकाल को बढ़वाने के लिए कोई कितना गिर सकता है. मैंने उन्हें पत्र लिखा है.''
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सिंह ने खुलासा किया कि पूर्व अध्यक्ष ने 2 जुलाई, 2024 को इन मुद्दों को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया था. हालांकि, इस प्रयास का समर्थन करने के बजाय नेगी और फिरदोस ने अपने राजनीतिक हितों को प्राथमिकता दी. सिंह ने यह भी खुलासा किया कि आप सरकार की ओर से उन पर आयोग में विस्तार और वेतन जारी करने के बदले मालीवाल के खिलाफ झूठे आरोप लगाने का भी दबाव डाला गया, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया था. उन्होंने इस समय आयोग के 700 कर्मचारियों, परामर्शदाताओं और वकीलों के साथ खड़े होने की जरूरत पर बल दिया.
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