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'4 जून के बाद महागठबंधन का बजेगा डंका,' वैशाली सीट से आरजेडी उम्मीदवार मुन्ना शुक्ला का दावा - Munna Shukla

Munna Shukla: वैशाली से आरजेडी उम्मीदवार मुन्ना शुक्ला ने महागठबंधन की बिहार में जीत का दावा किया है. उन्होंने कहा कि मोदी जी को मोदी हमलोगों ने बनाया है और अब 4 जून के बाद महागठबंधन का डंका बजेगा. वैशाली का विकास, बेरोजगारी, महंगाई पर हम काम करेंगे.

'4 जून के बाद महागठबंधन का बजेगा डंका,' वैशाली सीट से आरजेडी उम्मीदवार मुन्ना शुक्ला का दावा
'4 जून के बाद महागठबंधन का बजेगा डंका,' वैशाली सीट से आरजेडी उम्मीदवार मुन्ना शुक्ला का दावा
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Apr 17, 2024, 1:57 PM IST

बिहार 40 सीटों पर महागठबंधन के जीत का मुन्ना शुक्ला का दावा

मुजफ्फरपुर: वैशाली के पूर्व विधायक विजय कुमार उर्फ मुन्ना शुक्ला लोकसभा मैदान में उतर चुके हैं. क्षेत्र में अपना जन संपर्क अभियान भी चलाना शुरू कर दिए हैं. उन्हे राजद ने वैशाली लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है. इससे पहले भी वे दो बार लोकसभा सीट पर लड़ चुके हैं. हालांकि, इसमें उनकी हार हुई थी, जबकि, तीन बार विधानसभा लड़े. इसमें तीनो में उन्होंने जीत दर्ज की थी.

बिहार 40 सीटों पर महागठबंधन के जीत का मुन्ना शुक्ला का दावा: वहीं, एनडीए की ओर से लोजपा प्रत्याशी वीणा देवी हैं, जो निवर्तमान सांसद भी हैं. वैशाली की सीट काफी दिलचस्प है. यहां वीणा देवी और मुन्ना शुक्ला के बीच सीधा मुकाबला देखा जा सकता है. इसको लेकर राजद प्रत्याशी विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला ने कहा कि वैशाली को विकसित करेंगे. बीते एक दशक से वैशाली लोकसभा क्षेत्र का विकास रुक गया है.

"पूर्व सांसद रघुवंश बाबू के अधूरे सपने को पूरा करेंगे. वैशाली के साथ महागठबंधन बिहार की सभी 40 सीटों पर बाजी मारेगी. वैशाली को शिखर पर पहुंचाऊंगा."- विजय कुमार उर्फ मुन्ना शुक्ला, वैशाली से आरजेडी प्रत्याशी

पहली बार लालगंज से जीते थे विधानसभा: पहली बार वर्ष 2000 में मुन्ना शुक्ला लालगंज से विधानसभा जीते थे. वे निर्दलीय लड़े थे. इसके बाद लगातार दो बार और अपनी जीत दर्ज की थी. दूसरी बार 2005 की फरवरी में लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की. 2005 के नवंबर में हुए विस चुनाव में मुन्ना शुक्ला जदयू से चुनाव लड़े. इसमें भी उन्हें जीत हासिल हुई.

इसके बाद बृज बिहारी हत्याकांड में मुन्ना शुक्ला जेल चले गए. इसके बाद 2010 में लालगंज से मुन्ना शुक्ला की पत्नी अन्नू शुक्ला जदयू के टिकट पर विधायक बनीं. 2015 में मुन्ना शुक्ला ने जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ा था, जिसमें लोजपा के राजकुमार साह ने उन्हें हरा दिया. 2020 के विधानसभा चुनाव में यह सीट एनडीए में भाजपा को चली गई, जिसके बाद मुन्ना शुक्ला ने निर्दलीय चुनाव में ताल ठोंका, हालांकि इसमें वे सफल नहीं हुए.

2004 में पहली बार लड़े थे लोकसभा: मुन्ना शुक्ला पहली बार 2004 में वैशाली लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़े थे, पर हार गए. इसके बाद जदयू ने उन्हें 2009 में लोस का टिकट थमाय.। हालांकि इसमें भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा. अब 2024 के लोस चुनाव में राजद ने मुन्ना शुक्ला को प्रत्याशी बनाया है.

इसे भी पढ़ें- 'सुशासन' में मुन्ना शुक्ला ने उड़ाई नाइट कर्फ्यू की धज्जियां, अक्षरा सिंह समेत 200 के खिलाफ केस दर्ज

बिहार 40 सीटों पर महागठबंधन के जीत का मुन्ना शुक्ला का दावा

मुजफ्फरपुर: वैशाली के पूर्व विधायक विजय कुमार उर्फ मुन्ना शुक्ला लोकसभा मैदान में उतर चुके हैं. क्षेत्र में अपना जन संपर्क अभियान भी चलाना शुरू कर दिए हैं. उन्हे राजद ने वैशाली लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है. इससे पहले भी वे दो बार लोकसभा सीट पर लड़ चुके हैं. हालांकि, इसमें उनकी हार हुई थी, जबकि, तीन बार विधानसभा लड़े. इसमें तीनो में उन्होंने जीत दर्ज की थी.

बिहार 40 सीटों पर महागठबंधन के जीत का मुन्ना शुक्ला का दावा: वहीं, एनडीए की ओर से लोजपा प्रत्याशी वीणा देवी हैं, जो निवर्तमान सांसद भी हैं. वैशाली की सीट काफी दिलचस्प है. यहां वीणा देवी और मुन्ना शुक्ला के बीच सीधा मुकाबला देखा जा सकता है. इसको लेकर राजद प्रत्याशी विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला ने कहा कि वैशाली को विकसित करेंगे. बीते एक दशक से वैशाली लोकसभा क्षेत्र का विकास रुक गया है.

"पूर्व सांसद रघुवंश बाबू के अधूरे सपने को पूरा करेंगे. वैशाली के साथ महागठबंधन बिहार की सभी 40 सीटों पर बाजी मारेगी. वैशाली को शिखर पर पहुंचाऊंगा."- विजय कुमार उर्फ मुन्ना शुक्ला, वैशाली से आरजेडी प्रत्याशी

पहली बार लालगंज से जीते थे विधानसभा: पहली बार वर्ष 2000 में मुन्ना शुक्ला लालगंज से विधानसभा जीते थे. वे निर्दलीय लड़े थे. इसके बाद लगातार दो बार और अपनी जीत दर्ज की थी. दूसरी बार 2005 की फरवरी में लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की. 2005 के नवंबर में हुए विस चुनाव में मुन्ना शुक्ला जदयू से चुनाव लड़े. इसमें भी उन्हें जीत हासिल हुई.

इसके बाद बृज बिहारी हत्याकांड में मुन्ना शुक्ला जेल चले गए. इसके बाद 2010 में लालगंज से मुन्ना शुक्ला की पत्नी अन्नू शुक्ला जदयू के टिकट पर विधायक बनीं. 2015 में मुन्ना शुक्ला ने जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ा था, जिसमें लोजपा के राजकुमार साह ने उन्हें हरा दिया. 2020 के विधानसभा चुनाव में यह सीट एनडीए में भाजपा को चली गई, जिसके बाद मुन्ना शुक्ला ने निर्दलीय चुनाव में ताल ठोंका, हालांकि इसमें वे सफल नहीं हुए.

2004 में पहली बार लड़े थे लोकसभा: मुन्ना शुक्ला पहली बार 2004 में वैशाली लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़े थे, पर हार गए. इसके बाद जदयू ने उन्हें 2009 में लोस का टिकट थमाय.। हालांकि इसमें भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा. अब 2024 के लोस चुनाव में राजद ने मुन्ना शुक्ला को प्रत्याशी बनाया है.

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