आगरा: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में बनी अवैध पिस्टल आगरा और उसके आसपास के जिलों में खपाई जा रही थी. आगरा पुलिस कमिश्नरेट और एसटीएफ को इसकी शिकायतें मिल रही थीं. शनिवार को पुलिस और एसटीएफ ने छापेमारी कर सप्लायर को दबोच लिया.
वहीं, आरोपी से पूछताछ की, तो उसने चौंकाने वाला खुलासा किया. वह पिस्टल की तस्करी कोड वर्ड से कर रह था. पिस्टल खरीदने वाले गैंग विशेष कोड वर्ड बताया जाता था. कोड वर्ड मैच होने पर ही पिस्टल की डिलीवरी की जाती थी. पुलिस और एसटीएफ को चकमा देने के लिए ये कोड वर्ड सिस्टम शुरू किया गया था. पुलिस ने सप्लायर के पास से चार अवैध पिस्टल भी बरामद कीं.
एसीपी हरीपर्वत आदित्य कुमार ने बताया कि शहर और आसपास के जिलों में अवैध पिस्टल की तस्करी की सूचनाएं मिल रही थी. जिस पर एसटीएफ और हरीपर्वत थाना पुलिस ने मिलकर मध्य प्रदेश के पिस्टल सप्लायर की घेराबंदी की. पुलिस और एसटीएफ ने पिस्टल सप्लायर को नगर निगम कूड़ाघर के पास दबोच लिया. उससे 4 अवैध पिस्टल भी बरामद की हैं. पिस्टल सप्लायर से पूछताछ में कई चौंकाने वाली बाते सामने आई हैं.
चार अवैध पिस्टल और मैग्जीन बरामद
एसीपी हरीपर्वत आदित्य कुमार ने बताया कि गिरफ्तार छोटेलाल कुशवाह निवासी न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, गंगा गार्डन (सिविल लाइन मुरैना, मप्र) है. आरोपी पिस्टल सप्लाई करने के लिए आगरा आया था. पूछताछ में छोटेलाल कुशवाह कुशवाह ने बताया कि वो माली का काम करता है. मुलाकात भिंड के खजूरिया निवासी पप्पू से हुई. पप्पू मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में अवैध पिस्टल बनाने का काम करता है. उससे 12-12 हजार रुपये में पिस्टल खरीद कर लाता हूं, जिन्हें आगरा और आसपास के जिले में 8 महीने से सप्लाई कर रहा हूं. पिस्टल डिमांड के अनुसार रेट तय होते हैं. इसके बाद ही आगरा में पिस्टल की डिलेवरी दी जाती है. छोटेलाल कुशवाह के पास से 4 अवैध पिस्टल, मैग्जीन भी बरामद की हैं.
हर बार नया कोड वर्ड
एसीपी आदित्य कुमार ने बताया कि पिस्टल सप्लायर छोटेलाल कुशवाह से पूछताछ करके उसके पूरे नेटवर्क की कुंडली बना ली है.जल्द ही इसमें बड़ा खुलासा किया जाएगा, क्योंकि, पिस्टल तस्करी नेटवर्क की कई कड़ियां जुड़ गई हैं.
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