अल्मोड़ा: जिला कारागार में वर्षों से कार्यरत उपनल कर्मचारी अब आंदोलन की राह पर हैं. उन्होंने कारागार परिसर में जेल अधीक्षक और सरकार के खिलाफ नारे लगाकर अपना आक्रोश व्यक्त किया. जिला कारागार में कार्यरत कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें असमय हटाने की कार्रवाई की जा रही है. दरअसल जिला कारागार में कार्यरत 22 उपनल कर्मी हैं. उन सभी की मांग है कि पिछले वर्षों की तरह उनके अनुबंध को बढ़ाया जाए.
स्थायी कर्मचारियों के आने पर उपनल कर्मचारी होंगे कम: जेल अधीक्षक से पूछे जाने पर जानकारी मिली कि शासन स्तर से भर्ती की गई है और भर्ती किए गए कर्मचारियों का वेरिफिकेशन चल रहा है. इसके बाद उन्हें नियुक्त कर भेजा जाएगा. ऐसे में जितने स्थायी कर्मचारी आयेंगे. उतने उपनल के कर्मचारी कम किए जाएंगे. वहीं, उपनल कर्मचारियों का कहना है कि वह 10 से 12 वर्षों से पूरी ईमानदारी के साथ कार्य कर रहे हैं, लेकिन अब उन्हें हटाने की कार्रवाई की जा रही है, जिसे वह बर्दाश्त नहीं करेंगे.
उपनल कर्मी बोले एक वर्ष से बढ़ाकर पांच वर्ष किया जाए अनुबंध: उपनल कर्मी महेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि जिला कारागार में कार्यरत उपनल कर्मचारियों को जेल अधीक्षक ने निकाल दिया है. इसी के विरोध में हम धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. हमारी शासन-प्रशासन से मांग है कि पहले की तरह हमारे अनुबंध को आगे बढ़ाएं. यह अनुबंध एक वर्ष से बढ़ाकर पांच वर्ष का किया जाए. उन्होंने कहा कि उपनल कर्मचारी 2011 से कार्यरत हैं, उन्हें पूर्व की भांति रखा जाए. उन्होंने कहा कि अगर हमारी मांगें नहीं मानी गई, तो सभी उपनल कर्मी जिला कारागार अल्मोड़ा के मुख्य गेट पर अपने परिवार के साथ बैठकर आमरण अनशन करेंगे. इस संबंध में सभी उच्चाधिकारियों को पत्रों के माध्यम से सूचना दे दी गई है. जब मीडिया ने जेल में मौजूद जेल अधीक्षक से इस संबंध में पूछना चाहा तो वह अपने कक्ष से बाहर ही नहीं आए और कैमरे के आगे कुछ भी बोलने से कतराते दिखे.
ये भी पढ़ें-