उन्नाव : जिले के वीर सपूत शहीद विजय कुमार को उनकी वीरता और बलिदान के लिए भारत सरकार के गृह मंत्रालय की ओर से मरणोपरांत गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित किया गया. यह सम्मान एसएसबी के 61वें स्थापना दिवस पर पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में आयोजित परेड में गृह मंत्री अमित शाह ने शहीद की पत्नी प्रतिभा कुमारी को दिया.
शहीद विजय कुमार एसएसबी की 42वीं वाहिनी में आरक्षी सामान्य पद पर तैनात थे. वह उन्नाव के बीघापुर इलाके के रावतपुर गांव के रहने वाले थे. साल 2018 के अक्टूबर महीने में वह एसएसबी 42 बटालियन में बहराइच में ड्यूटी पर मुस्तैद थे. इस दौरान उनकी पूरी बटालियन को जम्मू कश्मीर में बुला लिया गया था.
इस दौरान बटालियन की सुरक्षा करते हुए विजय कुमार शहीद हो गए थे. एक आतंकवादी की ओर से चलाई गई गोली उनके सिर में लगी थी. इससे वे शहीद हो गए थे. वे अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे. उन्होंने आतंकवादियों का डटकर मुकाबला किया था. इस घटना से डेढ़ साल पहले ही उनकी शादी हुई थी.
वह दीपावली पर घर आने वाले थे. इस बीच उनकी शहादत की खबर घर पहुंचने से चीख-पुकार मच गई थी. मौजूदा समय में उनकी पत्नी प्रतिभा कुमारी सरोसी के ब्लॉक सिकंदरपुर में कनिष्ठ सहायक के रूप में कार्यरत हैं. वह उन्नाव के ही लखनऊ पब्लिक स्कूल के गेट नंबर 04 के पास, सेक्टर-बी, पीडी नगर में रहती हैं. उनकी 6 साल की एक बेटी है. वह इसी स्कूल में पढ़ती है.
प्रतिभा कुमारी का कहना है कि उन्हें अपने पति की शहादत पर गर्व है. गैलेंट्री अवार्ड मिलना हमारे परिवार के लिए गर्व और सम्मान की बात है. विजय हमेशा अपने देश के प्रति समर्पित रहे. आज उनके बलिदान को पूरा देश सलाम कर रहा है.
वहीं समाज के लोग भी विजय कुमार की बहादुरी के किस्से सुनाते हैं. उनका कहना है कि शहीद विजय कुमार का जीवन और बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत है. उनकी स्मृतियां हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगी.
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