बिलासपुर: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा शुक्रवार को बिलासपुर एम्स में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा को शुरू किया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि देश के सभी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की विकास योजनाओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक समय पर ही वर्चुअल उद्घाटन करवाया जाएगा. इसके लिए किसी भी दिन पीएम मोदी से समय लिया जाएगा और इन सभी विकास कार्यों का लेखा-जोखा प्रधानमंत्री के समक्ष रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी देशभर के एम्स की स्वयं माॅनिटरिंग करते हैं और उनको पूरे देशभर के एम्स के विकास कार्यों का ब्यौरा जल्द देंगे.
एम्स में होगी 98 अन्य स्टाफ की भर्ती
केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि बिलासपुर एम्स में आए दिन नई-नई योजनाओं पर काम किया जा रहा है. इसके अलावा एम्स में अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करने के लिए 98 अन्य स्टाफ की भर्ती की जाएगी. उन्होंने बताया कि 178 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से एमबीबीएस ट्रेनी डॉक्टर के लिए 204 बिस्तर वाला बॉयज हॉस्टल और 334 बिस्तर क्षमता का गर्ल्स हॉस्टल और 72 स्टाफ क्वार्टर बनाया जाएगा. इसके अलावा 10 करोड़ की लागत से 4 लेक्चर हॉल बनाए जाएंगे और 4 करोड़ की लागत से 538 किलोवाट का रूफ टॉप पैनल लगाया जाएगा.
Glimpses from my interaction with the pillars of our healthcare sector—our doctors, medical students, and supporting staff during my visit to the All India Institute of Medical Sciences, Bilaspur, Himachal Pradesh. pic.twitter.com/vzAlK4pRFe
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) October 4, 2024
ड्रोन से इकट्ठे किए जाएंगे टीबी के सैंपल
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हिमाचल को टीबी मुक्त करने के लिए एम्स से 100 किलोमीटर के दायरे में ड्रोन के जरिए से सैंपल इकट्ठे किए जाएंगे. धर्मपुर टीबी संस्थान से टीबी के लिए सैंपल इकट्ठे कर एम्स पहुंचाया जाएगा. इसके लिए जिला प्रशासन और एम्स प्रबंधन द्वारा सभी औपचारिकताओं को पूरा किया जाएगा.
एम्स बिलासपुर में 38 विभागों के डॉक्टर
केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा, "5 अक्टूबर को एम्स बिलासपुर को दो साल पूरे हो गए. इन दो सालों में एम्स द्वारा 5 लाख से ज्यादा ओपीडी की गई है. इसके अलावा 35 हजार लोगों को एडमिट कर उनका इलाज किया गया है. मौजूदा समय में बिलासपुर में 38 विभागों के डॉक्टर लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवा रहे हैं. जिसमें 17 स्पेशलिस्ट और 13 सुपर स्पेशलिस्ट शामिल हैं. मरीजों को अभी 690 बिस्तर की सुविधा दी जा रही है."
मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की एम्स में होगी ट्रेनिंग
जेपी नड्डा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के नाहन, हमीरपुर, चंबा और मंडी के मेडिकल कॉलेज को एम्स के साथ हैंड होल्डिंग के रूप में अटैच किया जाएगा. इन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर कुछ समय के लिए बिलासपुर एम्स में आएंगे और एम्स की आधुनिकता और यहां के स्पेशलिस्ट से काफी कुछ सीखकर अपने-अपने मेडिकल कॉलेजों में इसको इंप्लीमेंट करेंगे.
Visited the state-of-the-art Renal Transplant ICU at the All India Institute of Medical Sciences in Bilaspur, Himachal Pradesh, where I interacted with the first renal transplant recipient and donor, and inquired about their health.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) October 4, 2024
The commencement of renal transplant services… pic.twitter.com/CPL3EnXs3T
एम्स में शुरू हुई किडनी ट्रांसप्लांट सुविधा
शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने एम्स बिलासपुर में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा को शुरू किया. साथ ही उन्होंने यहां पर पहली बार की गई किडनी ट्रांसप्लांट मरीज से भी मुलाकात की. जेपी नड्डा ने कहा कि किडनी ट्रांसप्लांट के लिए 2 हजार करोड़ रुपए का बजट रखा गया है. जिसके तहत प्रदेश के मरीजों को इसका अधिक लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पहली बार इस तरह की सुविधा यहां पर मरीजों को मिली है और भविष्य में प्रदेशवासियों को इसका अधिक लाभ मिलेगा.