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यूनिफॉर्म सिविल कोड तोड़ता नहीं, जोड़ता है, UCC को लेकर भ्रम पैदा करने वाले देश के दुश्मन: इंद्रेश कुमार - इंद्रेश कुमार

Indresh kumar: मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड तोड़ता नहीं जोड़ता है. UCC को लेकर भ्रम पैदा करने वाले देश के दुश्मन हैं.

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Feb 11, 2024, 8:27 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित मानसरोवर भवन में प्रेस वार्ता की. प्रेस वार्ता के दौरान इंद्रेश कुमार ने यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर कहा कि भारत विभिन्न विविधताओं का देश है. धर्म, भाषा, जाति, पहनावा आदि की विविधता है. ऐसे में तमाम विविधताओं के बीच में भाईचारा रहे, इसलिए एक जैसा सिविल कोड चाहिए. यूनिफॉर्म सिविल कोड में किसी भी जाति या धर्म की किसी भी प्रकार की विविधता को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचेगा.

ये भी पढ़ें: दुनिया के 50 फीसदी लोग नफरत में रहेंगे तो विश्वशांति की कल्पना संभव नहीं- इंद्रेश कुमार

इंद्रेश कुमार ने कहा यूनिफॉर्म सिविल कोड जोड़ता है. तोड़ता नहीं है. UCC किसी भी प्रकार की स्वतंत्रता का हनन नहीं करता है. यूनिफॉर्म सिविल कोड सबकी स्वतंत्रता की रक्षा करेगा. देशवासियों को विपक्ष द्वारा यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर की जा रहे षड्यंत्र को बखूबी समझना चाहिए. जब भी यूनिफॉर्म सिविल कोड कानून की बात होती है तब कई राजनीतिक दल चर्चा करना शुरू करते हैं कि मुसलमानों का क्या होगा. जानबूझ कर वोट बैंक की राजनीति करने के लिए विपक्ष यूसीसी को लेकर मुसलमान में भ्रम फैलाता है. मुस्लिम धर्मगुरुओं को यूसीसी को समझकर लोगों को इसके बारे में समझाना चाहिए ताकि विपक्ष यूसीसी को लेकर भ्रम न फैला सके.

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक ने कहा कि जो यूसीसी से खतरा बताते हैं, वे षड्यंत्र के तहत ऐसा कर रहे हैं. यूसीसी को लेकर भ्रम और षड्यंत्र करने वाले लोग इस देश की एकता और अखंडता के दुश्मन हैं. इंद्रेश कुमार ने कहा 20 फरवरी 2024 को चित्रकूट से अयोध्या के लिए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के नेतृत्व में पदयात्रा निकलेगी. पदयात्रा में मुस्लिम समाज के लोग अयोध्या दर्शन करने के लिए जाएंगे. यात्रा में तकरीबन 400 लोग शामिल होंगे.

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की दो दिवसीय कार्यशाला में यूसीसी, वतनपरस्ती और भारत को विश्वगुरु बनाने पर ज़ोर

देश की एकता, अखंडता, संप्रभुता एकरसत समरसता को बनाए रखने के लिए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच "आओ जड़ों से जुड़ें" मुहिम को देश भर में शिद्दत के साथ बढ़ाएगा. "आओ जड़ों से जुड़ें" का मूलमंत्र है कि भले ही हम ईमान में दाखिल हो गए हों लेकिन जिस शिजरे (वंशावली) में पैदा हुए हैं उसकी खिदमत करें, हिफाजत करें और आगे बढ़ाएं. मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का संकल्प है कि हम वतन से, तहजीब से, बुजुर्गों से एक थे, एक हैं और एक ही रहेंगे.

इन बातों पर संघ के वरिष्ठ नेता और मंच के मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार की अध्यक्षता में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने अपनी दो दिवसीय कार्यशाला में सर्वसम्मति से मुहर लगाई. इस दौरान श्री राम, यूसीसी, तलाक, हिजाब, विवादित भूमि पर इबादतगाह, पूर्वजों, परम्पराओं, संस्कृति, राष्ट्रप्रेम और भारतीयता के मुद्दों पर अहम फैसले लिए गए. साथ ही राष्ट्र विरोधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने की वकालत की गई. कार्यशाला के बारे में मंच के प्रभारी शाहिद सईद ने विस्तार से जानकारी दी.

दो दिवसीय कार्यशाला में इंद्रेश कुमार, आरएसएस मेरठ प्रांत प्रचारक सूर्य प्रकाश टोंक, प्रोफेसर राजीव श्रीवास्तव, राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफजाल, शाहिद अख्तर, इस्लाम अब्बास, अबु बकर नकवी, इस्लाम अब्बास, स्वामी मुरारी दास, खुर्शीद रजाका, सूफी शाह मलंग हक्कानी, राजा रईस, फैज खान, गिरीश जुयाल, हाजी साबरीन, इमरान चौधरी, शालिनी अली, तुषारकांत समेत अनेकों पदाधिकारी उपस्थित थे. 500 से अधिक मौजूद कार्यकर्ताओं में से अनेकों वैसे मुसलमान भी थे जिन्होंने अयोध्या के श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद दर्शन किया था. उपस्थित लोगों ने राम को अपना पूर्वज मानते हुए जय सिया राम के नारे भी लगाए.

ये भी पढ़ें: RSS के स्वयं सेवक इंद्रेश कुमार ने कहा- हर धर्म के लोगों को 22 जनवरी को लेकर उत्साह



नई दिल्ली/गाजियाबाद: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित मानसरोवर भवन में प्रेस वार्ता की. प्रेस वार्ता के दौरान इंद्रेश कुमार ने यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर कहा कि भारत विभिन्न विविधताओं का देश है. धर्म, भाषा, जाति, पहनावा आदि की विविधता है. ऐसे में तमाम विविधताओं के बीच में भाईचारा रहे, इसलिए एक जैसा सिविल कोड चाहिए. यूनिफॉर्म सिविल कोड में किसी भी जाति या धर्म की किसी भी प्रकार की विविधता को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचेगा.

ये भी पढ़ें: दुनिया के 50 फीसदी लोग नफरत में रहेंगे तो विश्वशांति की कल्पना संभव नहीं- इंद्रेश कुमार

इंद्रेश कुमार ने कहा यूनिफॉर्म सिविल कोड जोड़ता है. तोड़ता नहीं है. UCC किसी भी प्रकार की स्वतंत्रता का हनन नहीं करता है. यूनिफॉर्म सिविल कोड सबकी स्वतंत्रता की रक्षा करेगा. देशवासियों को विपक्ष द्वारा यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर की जा रहे षड्यंत्र को बखूबी समझना चाहिए. जब भी यूनिफॉर्म सिविल कोड कानून की बात होती है तब कई राजनीतिक दल चर्चा करना शुरू करते हैं कि मुसलमानों का क्या होगा. जानबूझ कर वोट बैंक की राजनीति करने के लिए विपक्ष यूसीसी को लेकर मुसलमान में भ्रम फैलाता है. मुस्लिम धर्मगुरुओं को यूसीसी को समझकर लोगों को इसके बारे में समझाना चाहिए ताकि विपक्ष यूसीसी को लेकर भ्रम न फैला सके.

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक ने कहा कि जो यूसीसी से खतरा बताते हैं, वे षड्यंत्र के तहत ऐसा कर रहे हैं. यूसीसी को लेकर भ्रम और षड्यंत्र करने वाले लोग इस देश की एकता और अखंडता के दुश्मन हैं. इंद्रेश कुमार ने कहा 20 फरवरी 2024 को चित्रकूट से अयोध्या के लिए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के नेतृत्व में पदयात्रा निकलेगी. पदयात्रा में मुस्लिम समाज के लोग अयोध्या दर्शन करने के लिए जाएंगे. यात्रा में तकरीबन 400 लोग शामिल होंगे.

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की दो दिवसीय कार्यशाला में यूसीसी, वतनपरस्ती और भारत को विश्वगुरु बनाने पर ज़ोर

देश की एकता, अखंडता, संप्रभुता एकरसत समरसता को बनाए रखने के लिए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच "आओ जड़ों से जुड़ें" मुहिम को देश भर में शिद्दत के साथ बढ़ाएगा. "आओ जड़ों से जुड़ें" का मूलमंत्र है कि भले ही हम ईमान में दाखिल हो गए हों लेकिन जिस शिजरे (वंशावली) में पैदा हुए हैं उसकी खिदमत करें, हिफाजत करें और आगे बढ़ाएं. मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का संकल्प है कि हम वतन से, तहजीब से, बुजुर्गों से एक थे, एक हैं और एक ही रहेंगे.

इन बातों पर संघ के वरिष्ठ नेता और मंच के मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार की अध्यक्षता में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने अपनी दो दिवसीय कार्यशाला में सर्वसम्मति से मुहर लगाई. इस दौरान श्री राम, यूसीसी, तलाक, हिजाब, विवादित भूमि पर इबादतगाह, पूर्वजों, परम्पराओं, संस्कृति, राष्ट्रप्रेम और भारतीयता के मुद्दों पर अहम फैसले लिए गए. साथ ही राष्ट्र विरोधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने की वकालत की गई. कार्यशाला के बारे में मंच के प्रभारी शाहिद सईद ने विस्तार से जानकारी दी.

दो दिवसीय कार्यशाला में इंद्रेश कुमार, आरएसएस मेरठ प्रांत प्रचारक सूर्य प्रकाश टोंक, प्रोफेसर राजीव श्रीवास्तव, राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफजाल, शाहिद अख्तर, इस्लाम अब्बास, अबु बकर नकवी, इस्लाम अब्बास, स्वामी मुरारी दास, खुर्शीद रजाका, सूफी शाह मलंग हक्कानी, राजा रईस, फैज खान, गिरीश जुयाल, हाजी साबरीन, इमरान चौधरी, शालिनी अली, तुषारकांत समेत अनेकों पदाधिकारी उपस्थित थे. 500 से अधिक मौजूद कार्यकर्ताओं में से अनेकों वैसे मुसलमान भी थे जिन्होंने अयोध्या के श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद दर्शन किया था. उपस्थित लोगों ने राम को अपना पूर्वज मानते हुए जय सिया राम के नारे भी लगाए.

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