बाड़मेर. लोकसभा चुनाव से पहले सियासी दलों उठापटक का दौर जारी है. इस बीच राजस्थान में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को बड़ा झटका लगा है. पार्टी के प्रदेश महासचिव उम्मेदाराम बेनीवाल ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर आज कांग्रसे का हाथ थाम लिया है. पीसीसी चीफ़ गोविंद सिंह डोटासरा ,नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और कांग्रेस नेता हरीश चौधरी की मौजूदगी में आज बायतु से RLP प्रत्याशी रहे उम्मेदाराम बेनीवाल और पूर्व प्रशासनिक अधिकारी (पूर्व RAS) जस्साराम चौधरी ने कांग्रेस ज्वाइन की. बता दें कि उम्मेदाराम बेनीवाल को आरएलपी की टिकट पर 2018 ओर 2023 का विधानसभा चुनाव लड़ा थे , लेकिन दोनों ही चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. बेनीवाल वर्तमान में आरएलपी से जिला परिषद सदस्य हैं. बाड़मेर आरएलपी का गढ़ माना जाता है ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के कद्दावर नेता उम्मेदाराम बेनीवाल के आरएलपी छोड़ने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है.
बता दें कि उम्मेदाराम बेनीवाल ने पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल को अपना इस्तीफा भेजा था. इसके बाद से ही चर्चाओं का दौर तेज हो गया है कि आरएलपी का दामन छोड़ने के बाद अब उम्मेदाराम बेनीवाल कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेता हरीश चौधरी के नेतृत्व में जयपुर में कांग्रेस का हाथ थाम सकते हैं. इस बात की संकेत उम्मेदाराम बेनीवाल ने अपनी त्यागपत्र में भी दिए थे. उम्मेदाराम बेनीवाल कांग्रेस में शामिल होते हैं तो लोकसभा में चुनाव में बाड़मेर- जैसलमेर सीट पर कांग्रेस के उम्मीदों को बल मिलेगा.
उम्मेदाराम बेनीवाल ने अपने सोशल मीडिाय अकाउंट एक्स पर आरएलपी से इस्तीफा देने की जानकारी देते हुए त्यागपत्र को सार्वजनिक किया था. बेनीवाल ने अपने पोस्ट में राम-राम साथियों के साथ त्यागपत्र की शुरुआत करते हुए लिखा था कि आप सब की भावनाओं के अनुरूप, मैं सार्वजनिक जीवन का एक बड़ा फैसला लेने जा रहा हूं. बेनीवाल ने बताया कि राजनीतिक कारणों के चलते आज इसी समय, मैं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं. उम्मेदाराम ने पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल एवं पार्टी का आभार जताते हुए लिखा कि दिल्ली पुलिस कांस्टेबल पद की सेवा देने वाले सामान्य व्यक्ति को पार्टी में शामिल कर 2018 से राजनीतिक जीवन में आम जनता की सेवा करने का अवसर दिया.