जयपुर. राजधानी जयपुर की विद्याधर नगर थाना पुलिस ने बालक के अपहरण के मामले में अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से नाबालिग अपह्रत बालक को 24 घंटे में सकुशल दस्तयाब किया है. आरोपियों ने भीख मंगवाने के लिए नाबालिग का अपहरण किया था. पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के आधार पर रास्तों को चिह्नित करके अपह्रत बालक को दस्तयाब करने में सफलता हासिल की है. साथ ही फागी निवासी रामोतार और चोमू निवासी कालूराम को गिरफ्तार किया है. सीसीटीवी फुटेज और आमजन के सहयोग से कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.
डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा के मुताबिक 20 अप्रैल को तुलसी मुंडा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि वह ओडिशा की रहने वाली है. जयपुर में अंबाबाड़ी जैम नर्सिंग होम के सामने रहती है. 20 अप्रैल को मानसरोवर काम करने गई थी और अपने बेटे को नर्सिंग होम पर छोड़कर गई थी. बेटा दूसरे बच्चों के साथ खेल रहा था. सुबह 10 बजे घूमते घूमते जैन नर्सिंग होम से बाहर आ गया और गायब हो गया, लेकिन देर शाम तक वापस नहीं लौटा. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अपहरण का मुकदमा दर्ज करके बालक की तलाश शुरू की. एडिशनल डीसीपी नॉर्थ बजरंग सिंह शेखावत और एसीपी शास्त्री नगर भोपाल सिंह भाटी के निर्देशन में विद्याधर नगर थाना अधिकारी राकेश ख्यालिया के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया.
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उच्च अधिकारियों ने घटनास्थल का किया निरीक्षण : पुलिस के उच्च अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए. पुलिस की स्पेशल टीम ने परिवादी और पड़ोस के लोगों से भी पूछताछ करके जानकारी प्राप्त की. सीसीटीवी कैमरों के आधार पर बालक किसी अज्ञात संदिग्ध के साथ जाता हुआ नजर आया. पुलिस ने अलग-अलग टीम रवाना की और घटनास्थल से बाहर की ओर जाने वाले सभी रास्तों के सीसीटीवी फुटेज देखे गए. घटना से पहले और बाद भी सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए. इसमें दो संदिग्ध व्यक्ति नजर आए, जिनकी पहचान के लिए प्रयास किए गए.
एक संदिग्ध की पहचान कालूराम निवासी चोमू के रूप में हुई. वहीं, मुख्य आरोपी रामोतार था. उसके कब्जे से अपह्रत बालक को सकुशल दस्तायाब करने में सफलता हासिल की गई. पुलिस ने करीब 200 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल कर आरोपियों को चिह्नित किया. पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने बालक का अपहरण भीख मंगवाने के उद्देश्य से किया था. आरोपी रामोतार पहले भी फागी थाने पर चोरी के मामले में गिरफ्तार हुआ था, जिसके बाद गांव छोड़कर घुमंतू रहने लगा था.