जयपुर. राजधानी जयपुर की जवाहर सर्किल थाना पुलिस ने किडनी ट्रांसप्लांट मामले में दो आरोपियों को पश्चिम बंगाल से दबोचा है. पुलिस ने किडनी ट्रांसप्लांट मामले में मेड सफर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक सुमन जाना और कर्मचारी सुखमय नंदी उर्फ़ गोपाल को गिरफ्तार किया है. आरोपियों को गिरफ्तार करके जयपुर लाया गया है. फॉर्टिस हॉस्पिटल ने इसी कंपनी के साथ डोनर और रिसीपीएन्ट लाने का एमओयू कर रखा था. जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसेफ के निर्देशन में कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. पुलिस किडनी ट्रांसप्लांट मामले में पहले सात आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.
पश्चिम बंगाल में दबिश देकर दबोचा : जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसेफ के मुताबिक जवाहर सर्किल थाने में मानव तस्करी और अंग प्रत्यारोपण के संबंध में प्रकरण दर्ज किया गया था. प्रकरण में अब तक सवाई मानसिंह चिकित्सालय जयपुर के सहायक प्रशासनिक अधिकारी गौरव सिंह, फोर्टिस अस्पताल के अंग प्रत्यारोपण कोऑर्डिनेटर विनोद सिंह, गिर्राज शर्मा, बांग्लादेशी नागरिक नूरुल इस्लाम, मेहंदी हसन शमीम, मोहम्मद अहसानुल कोबिर, मोहम्मद आजाद हुसैन को गिरफ्तार किया जा चुका है. आरोपियों से की गई पूछताछ और अनुसंधान से यह तथ्य सामने आया कि मानव अंग प्रत्यारोपण के लिए फोर्टिस अस्पताल ने मेड सफर प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के साथ अंग प्रत्यारोपण के लिए डोनर और रिसीपीएन्ट लाने का एमओयू कर रखा था. कंपनी के निदेशक और उसमें काम करने वाले व्यक्तियों की ओर से लोगों के साथ धोखाधड़ी करके उनकी तस्करी कर मानव अंगों की खरीद- फरोख्त की जाती थी. कंपनी के निदेशक और अन्य व्यक्तियों की कोलकाता के आसपास होने की जानकारी होने पर एक स्पेशल टीम का गठन करके पश्चिम बंगाल भेजा गया था.
पुलिस की स्पेशल टीम की ओर से तकनीकी और अन्य साक्ष्यों को संकलन कर कंपनी के निदेशक सुमन जाना और कर्मचारी सुखमय नंदी उर्फ़ गोपाल को पश्चिम बंगाल में दो अलग-अलग जगह पर दबिश देकर गिरफ्तार किया गया है. आरोपी सुमन जाना और सुखमय नंदी उर्फ़ गोपाल से पूछताछ कर अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है. पूछताछ में कई खुलासे होने की संभावना है.