जयपुर. कर्तव्य के पथ पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले बलिदानी पुलिसकर्मियों को आज सोमवार को पुलिस शहीद दिवस के मौके पर नमन किया गया. समाज के लोगों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस के जज्बे को सलाम करने के लिए हर साल 21 अक्टूबर को पुलिस शहीद दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर राजस्थान पुलिस अकादमी में पुलिस स्मारक पर डीजीपी उत्कल रंजन साहू ने पुष्पांजलि दी. उन्होंने परेड की सलामी ली. इसके बाद डीजीपी त्रिमूर्ति सर्किल पहुंचे. जहां बलिदानी पुलिसकर्मियों की याद में पुष्पांजलि अर्पित की गई.
सीमा की रक्षा के लिए 20 जवानों ने दिया बलिदान : डीजीपी साहू ने कहा, देश की आजादी के बाद 21 अक्टूबर 1959 के दिन लद्दाख सीमा पर देश की सरहद की रक्षा के लिए तैनात भारतीय पुलिस के 20 जवानों पर चीनी सेना ने घात लगाकर हमला कर दिया था. सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर करम सिंह और उनके साथियों ने बहादुरी से दुश्मन का मुकाबला किया. इस घटना में मातृभूमि की रक्षा के लिए भारतीय पुलिस के दस जवानों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया. उन्हीं की याद में हर साल 21 अक्टूबर को पुलिस शहीद दिवस मनाया जाता है.
पुष्प चक्र अर्पित कर सशस्त्र सलामी : जयपुर की राजस्थान पुलिस अकादमी स्थित शहीद स्मारक पर डीजीपी यूआर साहू और सेवानिवृत्त डीजीपी सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. पुलिस कमिश्नरेट जयपुर और आरएसी की चौथी और पांचवी बटालियन की टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. बलिदानी पुलिसकर्मियों के नाम का स्मरण करने के बाद बैंड पर लास्ट पोस्ट की धुन बजाई गई. पिछले 1 साल में बलिदान हुए देशभर की पुलिस फोर्स के 216 जवानों को श्रद्धांजलि दी गई.
पुलिसकर्मियों ने किया रक्तदान : बलिदानी पुलिसकर्मियों को पुलिस के जवानों ने अनूठी श्रद्धांजलि देते हुए रक्तदान भी किया. राजस्थान पुलिस अकादमी में ही पुलिस शहीद दिवस के मौके पर रक्तदान शिविर का आयोजन हुआ. जिसमें पुलिस के जवानों ने रक्तदान किया. डीजीपी साहू ने रक्तदान करने वाले जवानों का हौसला बढ़ाया. डीजीपी ने त्रिमूर्ति सर्किल पर भी पुष्पांजलि अर्पित की.