दुर्ग: कबीरधाम जिले के 5 सदस्यीय आदिवासी बैगा परिवार दिल्ली गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के बाद दुर्ग रेल्वे स्टेशन पहुंचे।.जहां उन्होंने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के साथ बिताए पल को साझा किया. बैगा परिवार के लिए उनके जीवन में ये पहला अवसर था जब जंगल से निकलकर पहली बार ट्रेन और मेट्रो ट्रेन की सवारी का लुत्फ उठाया हो.
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से भी की मुलाकात : कबीरधाम जिले के कुकदुर तहसील के कांदावानी और तेलियापानी के जंगल से लगे गांव में रहने वाले इन आदिवासी बैगा परिवार ने कभी सपने में भी नही सोचा था कि इन्हें कभी VIP ट्रीटमेंट के साथ दिल्ली जाने का मौका मिलेगा. लेकिन आदिवासी परिवार को ना सिर्फ दिल्ली जाने का मौका मिला बल्कि देश की राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री,गृहमंत्री से विशेष रुप से मुलाकात भी की. इस दौरान आदिवासी परिवार ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति के साथ बैठकर भोजन भी किया. दिल्ली के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल हुए. इसके बाद ट्रेन और मेट्रो की सवारी की.
आदिवासी परिवार ने साझा किया अनुभव : दिल्ली से वापस लौटने के बाद जगतिन बाई बैगा ने बताया कि राष्ट्रपति ने उन्हें नाश्ता करवाया. दिल्ली के परेड भी देखा. साथ ही मेट्रो ट्रेन में घुमाया गया और प्लेन को भी देखा. जिसमें से फूल गिराया जा रहा था. यह सब देखकर अच्छा लगा. दोबारा मौका मिलेगा तो फिर से जाएंगे. गांव के लोगों को भी कहेंगे. आपको मौका मिलेगा, तो आप भी जाएं. आदिवासी बैगा परिवार को दिल्ली अपने साथ लेकर लाने जाने वाले छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास प्राधिकरण के अधिकारी नंदकुमार गायकवाड़ ने बताया कि आदिवासी परिवारों के लिए उनका यह पहला अनुभव था.जो लोग जंगल से बाहर जल्दी नहीं निकलते हैं वे लोग दिल्ली जाकर मेट्रो की सवारी कर रहे हैं.
उनके लिए ये एक बड़ी उपलब्धि है.उन्होंने कहा कि पीएम जन मन योजना के तहत स्थापित किए गए सोलर प्लांट के तहत कबीरधाम के छोटे से गांव के 25 घरों में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है. साथ ही गरीब परिवारों को पीएम आवास योजना का भी लाभ मिल पा रहा है - नंदकुमार गायकवाड़,अधिकारी, क्रेडा विभाग
दिल्ली आने जाने के लिए विशेष इंतजाम : आदिवासी बैगा परिवार को राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र से नवाजा गया है. तो उनकी अतिथि सत्कार के लिए भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय ने इन्हें निमंत्रण भेजा था.दत्तक पुत्रों के आने जाने के लिए ट्रेन में AC सीट दी गई. आलीशान होटल में रुकवाया गया. खाने पीने का विशेष व्यवस्था दी गई. दिल्ली से वापस लौटने के बाद ये सभी गोंडवाना एक्सप्रेस से दुर्ग रेल्वे स्टेशन पहुंचे. इसके बाद कार से कबीरधाम जिले के लिए रवाना हुए. आदिवासी बैगा परिवार अपनी दिल्ली यात्रा को साझा करते हुए काफी रोमांचित भी हुए.
कैसे हुआ आदिवासी परिवार का चयन :आपको बता दें कि केंद्र सरकार की पीएम जनमन योजना के अंतर्गत जिन लाभार्थियों के घर सौर ऊर्जा से जगमगा रहे है. उन्हें गणतंत्र दिवस समारोह के लिए निमंत्रण भेजा गया था.इन्हीं लाभार्थियों में से एक परिवार कवर्धा का था. जिनके परिवार के पांच सदस्य गणतंत्र दिवस समारोह के लिए जंगलों से निकलकर देश की राजधानी दिल्ली पहुंचे.
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