नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में यातायात पुलिस कर्मियों की तैनाती के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है. ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की तैनाती अब मैन्युअल नहीं बल्कि सॉफ्टवेयर के माध्यम से होगी. कमिश्नरेट ने यातायात पुलिस कर्मियों की तैनाती करने के लिए सॉफ्टवेयर तैयार कराया है. शुरुआत में सॉफ्टवेयर का ट्रायल किया गया. इसके बाद ट्रायल में नई प्रणाली को सफलता मिली है.
एडीसीपी ट्रैफिक पीयूष सिंह के मुताबिक, सॉफ्टवेयर का नाम ट्रैफिक पर्सनेल डेप्लॉयमेंट सिस्टम (TPDS) रखा गया है. सॉफ्टवेयर रेंडमाइजेशन एल्गोरिदम पर आधारित है. सॉफ्टवेयर के माध्यम से प्रत्येक महीने का ड्यूटी चार्ट तैयार होगा. यातायात पुलिस कर्मियों की तैनाती की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए सॉफ्टवेयर को तैयार किया गया है. सितंबर की ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की तैनाती इसी सॉफ्टवेयर के माध्यम से की गई है.
महीने भर के लिए यातायात कर्मियों की तैनाती: कई बार ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की तैनाती को लेकर सवाल उठते रहे हैं. अधिकारियों का दावा है कि सॉफ्टवेयर से पुलिसकर्मियों की तैनाती होने से पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता रहेगी. गाजियाबाद में कुल 170 ड्यूटी पॉइंट हैं. जहां पर यातायात कर्मियों की तैनात की जाती है. कुल 650 यातायातकर्मी गाजियाबाद में हैं, जिनमें से 315 कांस्टेबल हैं. सॉफ्टवेयर की मदद से महीने भर के लिए यातायात कर्मियों की तैनाती की जाएगी. ट्रैफिक पुलिस कर्मी की तैनाती एक माह के लिए एक ही स्थान पर की जाती है.
वीआईपी मोमेंट में जरूरत के अनुसार तैनाती: एडीसीपी ट्रैफिक के मुताबिक, सॉफ्टवेयर के माध्यम से मिली तैनाती पर यदि यातायात पुलिसकर्मी द्वारा किसी कारणवश ड्यूटी करने में असमर्थता जताई जाएगी तो ऐसे पुलिसकर्मी को रिजर्व में रखा जाएगा. अगले महीने फिर सॉफ्टवेयर के माध्यम से तैनाती दी जाएगी. ऐसे यातायातकर्मियों को वीआईपी मोमेंट में जरूरत के अनुसार तैनात किया जाएगा.
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